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सार्वजनिक एवं राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त
विकास क्रम-
सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के संयुक्त-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष निर्वाचित. सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन इकाई में नगर मंत्री. 1989-90 में प्रदेश सहमंत्री. 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री. सन् 1997 में भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य. सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य. सन् 1999 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के उज्जैन संभाग प्रभारी. सन् 2000-2003 में भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य. सिंहस्थ 1992, 2004 एवं 2016 की केन्द्रीय समिति के सदस्य. सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद सिंडीकेट के सदस्य तथा शिक्षा,स्वास्थ्य,विकलांग पुनर्वास केन्द्रों में सक्रिय भागीदारी. सन् 2004 से 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा). सन् 2006 में भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश ओलम्पिक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष. सन् 2007 में अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित. सन् 2011-2013 तक मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा). भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य. सन् 2013-2016 में भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक. सन् 2013 में विधान सभा के सदय निर्वाचित तथा सन् 2014 में विधान सभा की सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति, सन् 2015 में प्रश्न एवं संदर्भ समिति तथा सन् 2016 से 2019 तक प्राक्कलन समिति के सदस्य रहे. सन् 2015 में विक्रम विश्वविद्यालय के कोर्ट सदस्य निर्वाचित. सन् 2018 में पन्द्रहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित.दिनांक 2 जुलाई, 2020 को मंत्री पद की शपथ तथा मंत्री, उच्च शिक्षा विभाग रहे. उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित.देश में सर्वप्रथम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन. उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों में समृद्ध भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश. ऑनलाईन शिक्षा के लिये लर्निंग मेनेजमेंट सिस्टम 36 से अधिक इनक्यूबेशन सेंटर एवं 54 नवीन शासकीय महाविद्यालयों की स्थापना. चिकित्सा एवं अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों की हिन्दी मातृ भाषा में पुस्तकों का प्रकाशन एवं म.प्र. राष्ट्रीय औसत से अधिक सकल नामांकन अनुपात अर्जित करने में उल्लेखनीय योगदान.उज्जैन में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ एवं 2024 में विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की स्थापना. खगोलीय शोध व भारतीय कालगणना की पुर्नस्थापना हेतु वैज्ञानिकों के सहयोग से उज्जैन के समीप डोंगला में विश्वस्तरीय वेधशाला निर्माण. आई.आई.टी. इंदौर के देश के पहले शोध आधारित सैटेलाइट कैंपस की उज्जैन में स्थापना में प्रमुख भूमिका. उज्जैन में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर प्रतिवर्ष सम्राट विक्रमादित्य द्वारा प्रवर्तक विक्रम संवत के आधार पर भारतीय नववर्ष मनाने की परंपरा का श्रीगणेश. पुण्य सलिला मां क्षिप्रा तट पर विक्रमोत्सव के प्रतिवर्ष आयोजन के सूत्रधार. आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक जनजागरण के उद्देश्य से क्षिप्रा परिक्रमा. श्रीकृष्ण-सुदामा सांदीपनि यात्रा. श्री महाकालेश्वर से श्री गोरेश्वर महादेव (दंगवाडा) यात्रा का आयोजन.उज्जयिनी का पर्यटन (मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रकाशित) विश्वकाल गणना केन्द्र डोंगला (आचार्य वराहमिहिर न्यास द्वारा प्रकाशित) प्रकाशन-संकल्प, शुभकृत, क्रोधी, विश्वावसु, पराभव आदि पुस्तकों का प्रकाशन. भारतीय नववर्ष पर आधारित तिथि पत्रकों का प्रतिवर्ष प्रकाशन. सांस्कृतिक पौराणिक, ऐतिहासिक, पर्यटन आदि विषयों पर समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में निरंतर लेखन. अमेरिका, इंग्लैण्ड, जर्मनी, जापान, थाईलैण्ड, चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार एवं अरब देशों की यात्रा की. सन् 2023 में तीसरी बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित. दिनांक 13 दिसम्बर 2023 को मुख्य मंत्री पद की शपथ. सम्प्रति- मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन.
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