(भूतपूर्व अध्यक्ष, मध्यप्रदेश विधान सभा) |
श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी |
दशम् (1993-1998) एवं एकादश (1998 - 2003) विधान सभा |
(24.12.1993 से 01.02.1999) एवं (02.02.1999 से 11.12.2003) |
पिता | -- | स्व. श्री मंगलदीन तिवारी |
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जन्मतिथि | -- | 17.सितम्बर, 1926 |
जन्म स्थान | -- | तिउनी, जिला - रीवा |
वैवाहिक स्थिति | -- | विवाहित |
पत्नी का नाम | -- | स्व. श्रीमती श्रवण कुमारी |
संतान | -- | 2 पुत्र |
शैक्षणिक योग्यता | -- | एम.ए., एल.एल.बी. |
व्यवसाय | -- | वकालत |
अभिरूचि | -- | अध्ययन, समाज सेवा |
स्थायी पता | -- | अमहिया, जिला - रीवा (म.प्र.) |
सार्वजनिक एवं राजनैतिक जीवन का संक्षिप्त विकास क्रम : | ||
विद्यार्थी जीवन में स्वतंत्रता आंदोलन में
सक्रिय रूप से भाग लिया. सन् 1948 में विंध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी का गठन
किया तथा सन् 1952 में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में विंध्य प्रदेश
विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए. जमींदारी उन्मूलन के लिए अनेक आंदोलन संचालित
किए तथा कई बार जेल यात्राएं की. सन्
1972 में समाजवादी पार्टी से मध्यप्रदेश विधान
सभा के लिए निर्वाचित हुए. सन् 1973 में अ.भा. कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. सन्
1977, 1980 एवं 1990 में विधान सभा के सदस्य निर्वाचित. सन् 1980 में श्री अर्जुन
सिंह के मंत्रिमंडल
में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री रहे.
सहकारिता आंदोलन में सक्रिय भूमिका का निर्वाह किया. भूमि विकास बैंक, केन्द्रीय सहकारी
अधिकोष तथा उपभोक्ता भंडार रीवा के अध्यक्ष रहे. सन् 1973 से अखिल भारतीय कांग्रेस
कमेटी तथा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रबंध समिति के सदस्य. अवधेश प्रताप सिंह
वि.वि. रीवा की कार्य परिषद् में विश्वविद्यालय की स्थापना से ही कई बार सदस्य रहे.
सन् 1990 से सन् 1992 तक मध्यप्रदेश विधान सभा
के उपाध्यक्ष रहे. सन् 1993 में विधान
सभा सदस्य निर्वाचित एवं दिनांक 24 अक्टूबर, 1993 से दिनांक 1 फरवरी, 1999 तक मध्यप्रदेश
विधान सभा के अध्यक्ष रहे. सन् 1998 में सातवीं बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित एवं
दिनांक 2 फरवरी, 1999 से 12 दिसम्बर, 2003 तक अध्यक्ष, मध्यप्रदेश विधान सभा रहे.
टिप्पणी :- 19 जनवरी, 2018 को दिवंगत. |
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