मध्यप्रदेश विधान सभा की महिला एवं बाल कल्याण समिति ने तिरुपति में लोक सभा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण के प्रथम सम्मेलन ( 14-15 सितंबर, 2025 ) में भाग लिया। प्रतिनिधिमंडल में माननीय विधायक श्रीमती झूमा डॉ ध्यानसिंह सोलंकी, श्रीमती प्रियंका मीणा, श्रीमती छाया गोविन्द मोरे, विधान सभा सचिव श्री अरविन्द शर्मा एवं अतिरिक्त सचिव श्री उमेश शर्मा सम्मिलित रहे। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व माननीय विधायक श्रीमती झूमा सोलंकी ने किया।
सम्मेलन के दौरान “महिलाओं को उभरती प्रौद्योगिकियों की चुनौतियों से निपटने के लिए सशक्त बनाना” विषय पर माननीय विधायक श्रीमती झूमा सोलंकी ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि आज आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित करना समय की मांग है।
उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के सामने डिजिटल असमानता, साइबर अपराध और सामाजिक बाधाएँ जैसी चुनौतियाँ मौजूद हैं। इनसे निपटने के लिए डिजिटल शिक्षा, साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण, सरकारी योजनाओं का लाभ तथा समाज की मानसिकता में बदलाव आवश्यक है।
श्रीमती सोलंकी ने यह स्पष्ट किया कि विधानमंडल और राज्य समितियाँ इस दिशा में जागरूकता, अवसर और सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने बल दिया कि महिलाओं का आत्मविश्वास और साहस ही राष्ट्र को सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर करेगा।
माननीय उपसभापति, राज्य सभा श्री हरिवंश नारायण सिंह जी एवं आंध्र प्रदेश विधान सभा, अध्यक्ष श्री सी. अय्याना तरपुडु जी से मध्यप्रदेश विधान सभा महिला एवं बाल कल्याण समिति के विधायक प्रतिनिधिगण तथा अरविंद शर्मा, सचिव मध्यप्रदेश विधान सभा ने शिष्टाचार भेंट की। (तिरुपति / 14.09.2025)