विधायिका को अपेक्षित जानकारी तत्परता से देना शासन के प्रभावी कार्यकारण का द्योतक: श्री सिंह प्रमुख सचिव विधान सभा

  

पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा आयोजित पुलिस के उप पुलिस अधीक्षक अधिकारियों को विधायी प्रक्रिया के संबंध में प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए  श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव म प्र विधान सभा ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में विधायिका सर्वोपरि है, हमारे यहाँ विधि का शासन है और विधान सभा प्रदेश की सर्वोच्च विधान बनाने वाली संस्था है। जनता से निर्वाचित इसी निकाय के माध्यम से ही कार्यपालिका को शासन चलाने के लिये विधान और सार्वजनिक धन उपलब्ध कराया जाता है।इस विधान एवं धन का सही उपयोग निर्धारित उद्देश्यों व जन कल्याण में हो रहा या नहीं,इसके संबंध में विधायिका के सदस्यो द्वारा सभा में प्रश्नो,बजट व अन्य लोक महत्व के विषयों पर चर्चा के माध्यम से नियंत्रण रखा जाता है। 

श्री सिंह द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को विधान सभा कार्य संचालन नियमों के तहत प्रश्न, स्थगन, ध्यानाकर्षण,लोक महत्व के विषयों पर चर्चा व जानकारी की प्रक्रिया का व्यवहारिक उद्धरणों के साथ प्रभावी प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव द्वारा उल्लेख किया गया कि शासन के विभागों द्वारा विधान सभा तथा समितियों को अपेक्षित जानकारी तत्परता से उपलब्ध कराना चाहिए यह संबंधित विभाग की प्रभावी कार्यप्रणाली का द्योतक होता है।

संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रारंभ में संसदीय विद्या पीठ की संचालक डॉ.प्रतिमा यादव द्वारा विद्यापीठ की गतिविधियों, उद्देश्य एवं प्रशुक्षियों के संबंध में जानकारी दी गई। इस अवसर पर  बड़ी संख्या में भौंरी अकादमी से आये प्रशिक्षु अधिकारी उपस्थित रहे।