मध्यप्रदेश विधान सभा
की
कार्यवाही
(अधिकृत विवरण)
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चतुर्दश विधान सभा षोडश सत्र
फरवरी-मार्च, 2018 सत्र
बुधवार, दिनांक 21 मार्च, 2018
(30 फाल्गुन, शक संवत् 1939)
[खण्ड- 16 ] [अंक- 13 ]
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मध्यप्रदेश विधान सभा
बुधवार, दिनांक 21 मार्च, 2018
(30 फाल्गुन, शक संवत् 1939)
विधान सभा पूर्वाह्न 11.02 बजे समवेत हुई.
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}
प्रश्नकाल में मौखिक उल्लेख
इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा दिए गए स्थगन प्रस्ताव को ग्राह्य कर चर्चा करायी जाना
अध्यक्ष महोदय – प्रश्न क्रमांक 1, श्रीमती ऊषा चौधरी.
श्री आरिफ अकील – माननीय अध्यक्ष महोदय, हमारा स्थगन स्वीकार कर लीजिए और चर्चा करा लीजिए.
श्री रामनिवास रावत – माननीय अध्यक्ष महोदय, पूरे प्रदेश में महिला असुरक्षा का माहौल है. महिला अपराध बढ़ते जा रहे हैं.(...व्यवधान)
संसदीय कार्य मंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र) – माननीय अध्यक्ष महोदय, यह तो आपत्तिजनक ही हो गया, रोज ही अगर ऐसा हो गया. मुझे एक सवाल और पूछना है कि सदन को चलाना है या नहीं चलाना है. .(...व्यवधान)
श्री राजेन्द्र पाण्डेय – कल भी प्रश्नकाल बाधित हुआ था. सदस्यों का अधिकार है प्रश्नकाल में सभी के महत्वपूर्ण प्रश्न लगे हैं, उस पर पहले चर्चा होना चाहिए.
डॉ. नरोत्तम मिश्र – यही बात आरिफ भाई शून्यकाल में भी कर सकते हैं. (...व्यवधान)
श्री रामनिवास रावत – क्या कह दें शून्यकाल में, क्या आप जैसे सदन चलाओगे वैसे चलेगा ? आप स्थगन स्वीकार कर लें.
श्री सचिव यादव – उनके घर वालों को धौंस दी जा रही है. (...व्यवधान)
डॉ. नरोत्तम मिश्र – आप लोग सदन चलाना चाहते हो कि नहीं ? (...व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय – आप लोग एक मिनट मेरी बात सुनेंगे ? आरिफ भाई बैठ जाइए. आपकी बात सुनाई नहीं दे रही है. सभी लोग बैठ जाएं. (...व्यवधान) मेरा अनुरोध यह है कि आप प्रश्नकाल हो जाने दें, दोनों पक्षों के सभी सदस्यों के बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न रहते हैं. शून्यकाल में मैंने कल भी आपसे अनुरोध किया था, आपने सदन नहीं चलने दिया. शून्यकाल में आप में से कोई भी एक सदस्य जो कहेंगे, ऐसे तो शासन ने कल बिना कहे उत्तर दे दिया था. अभी मेरी बात पूरी हुई नहीं और आप हाथ हिलाने लगे. (...हंसी)
श्री रामनिवास रावत – अध्यक्ष महोदय, आपसे अनुरोध है कि आप यह निर्देश दे दें कि प्रश्नकाल के बाद स्थगन ग्राहृय कर लेंगे और शांति से प्रश्नकाल चलने दें, हमें कोई आपत्ति नहीं हैं. (...व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय – नहीं ऐसे कैसे दे दें कुछ भी, आप वहां बैठकर थोड़ी न चलाएंगे.
डॉ. नरोत्तम मिश्र – माननीय अध्यक्ष जी, एक बार और पूछे कि ये सदन चलने देना चाहते हैं या नहीं. (...व्यवधान)
श्री सचिव यादव – अध्यक्ष जी, परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. (...व्यवधान)
डॉ. गोविंद सिंह – अध्यक्ष जी, जहां तक प्रश्नकाल में महत्वपूर्ण विषयों का सवाल है तो महत्वपूर्ण विषयों पर आपने आपातकाल लगा दिया है. (...व्यवधान)
श्री रामनिवास रावत – अध्यक्ष महोदय, पूरा परिवार भयभीत है, अभी तक बयान नहीं लिए गए हैं (...व्यवधान)
डॉ. राजेन्द्र पाण्डेय – माननीय अध्यक्ष महोदय, ये रोज प्रश्नकाल नहीं चलने देते. (...व्यवधान)
डॉ. नरोत्तम मिश्र – अध्यक्ष जी, हमारी आपत्ति है, यह गलत है.
अध्यक्ष महोदय – आप प्रश्न पूछिए.
11.05 बजे
तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर
लिपिकवर्गीय कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ
[वित्त]
1. ( *क्र. 4885 ) श्रीमती ऊषा चौधरी : क्या वित्त मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि (क) क्या म.प्र. शासन के अधीनस्थ विभागों में पदस्थ सहायक ग्रेड-1, 2 व 3 के कर्मचारियों को पदोन्नति/क्रमोन्नति देने हेतु आदेश प्रसारित किये गए हैं? यदि हाँ, तो कब? आदेश की प्रति उपलब्ध करावें। (ख) क्या लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को 10, 20 एवं 30 वर्ष में समयमान वेतनमान देने के लिए आदेश/निर्देश जारी किये गए थे? यदि हाँ, तो क्या जिला/जनपद पंचायतें, जो स्थानीय निकाय हैं, के लिपिकीय कर्मचारियों को भी उक्त नियम लागू हैं? यदि लागू हैं तो क्या संबंधित निकाय के नियोक्ताओं द्वारा अपने अधीनस्थ लिपिक कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ दिया गया है? (ग) क्या समय-समय पर पदोन्नति के संबंध में विभाग द्वारा आदेश प्रसारित किये जाते रहे हैं, लेकिन कुछ विभागों द्वारा निर्देशों का कड़ाई से पालन नहीं किया गया, जिससे लम्बे समय से कर्मचारी एक ही पद पर पदस्थ हैं एवं इन्हें आर्थिक क्षति हो रही है? (घ) प्रश्नांश (ख) एवं (ग) यदि सही है तो संबंधित संस्था के नियोक्ताओं द्वारा अपने अधीनस्थ लिपिकवर्गीय कर्मचारियों को लाभ न देने पर उनके ऊपर कार्यवाही करते हुए विभाग द्वारा जारी आदेश का कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देशित किया जावेगा? यदि हाँ, तो कब तक?
वित्त मंत्री ( श्री जयंत मलैया ) : (क) पदोन्नति संबंधी कार्यवाही विभिन्न विभागों के सेवा भर्ती नियमों अनुरूप संबंधित विभाग द्वारा की जाती है। क्रमोन्नति संबंधी आदेश दिनांक 17 मार्च 1999/19.4.1999 को जारी किये गये हैं। प्रति पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट अनुसार है। (ख) जी हाँ। जिला/जनपद पंचायतों के कर्मचारियों की सेवायें स्थानीय निकाय के अंतर्गत आती हैं। इनकी सेवायें पृथक हैं, जिनके लिए पृथक से निर्णय लिया जाता है। (ग) एवं (घ) न्यायालयीन आदेश से वर्तमान में पदोन्नतियां स्थगित हैं।
अध्यक्ष महोदय- ऊषा चौधरी जी, आप प्रश्न पूछें, मंत्री जी उत्तर देंगे.
श्रीमती उषा चौधरी- माननीय अध्यक्ष महोदय, मैंने अपने प्रश्न में लिपिकवर्गीय कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ दिये जाने के बारे में जानकारी चाही थी. मंत्री जी ने जबाव दिया है...
11.06 बजे
प्रश्नकाल में मौखिक उल्लेख(क्रमश:)
श्री रामनिवास रावत-- अध्यक्ष महोदय, प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हो गई,हमने स्थगन प्रस्ताव दिया है उस पर चर्चा करवाई जाये. एक तरफ विधानसभा चल रही है दूसरी तरफ प्रदेश में महिलाओं की मौत हो रही है.क्या आप संख्याबल के आधार पर विधानसभा चलायेंगे ?
...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- संख्याबल के आधार पर नहीं चल रही. नियम के अंतर्गत चल रही है. प्रश्नकाल चल रहा है. बहन जी प्रश्न पूछ रही हैं. उत्तर आने दें.
...(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत-- अध्यक्ष महोदय,पहले स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करवायें. गंभीर मामला है.. ...(व्यवधान)...
श्री सचिन यादव- अध्यक्ष जी पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- नहीं, कोई नहीं दे रहा है धमकी.(वित्त मंत्री जी से) माननीय मंत्री जी, आप ईयरफोन लगा लें और श्रीमती चौधरी के प्रश्न का उत्तर दें. ईयरफोन लगा लें. ऊषा चौधरी जी के प्रश्न का उत्तर दें.
श्री सचिन यादव- अध्यक्ष महोदय, पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है,
डॉ.नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, यह आपत्तिजनक है, यह कह रहे हैं कि धमकियां दी जा रही है, उन्होंने थाने में रिपोर्ट डाली है क्या ? उन्होंने किसी से कुछ कहा है क्या ? यह कह दें उसको हम मान लें, इनको असत्य ही कहना है, जो बोलना है असत्य ही बोलना है.
अध्यक्ष महोदय- प्रश्नकाल होने दें. ऊषा चौधरी जी अपना प्रश्न करें. प्रश्नकाल होने दें भैया. मैं कह रहा हूं कि सब बात सुन लूंगा आपकी शून्यकाल में.
डॉ.नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष जी, वही मैं कह रहा हूं कि यही बात शून्यकाल में कही जा सकती है. ...(व्यवधान)...
11.07 बजे
गर्भगृह में प्रवेश
इंडियन नेश्नल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा गर्भगृह मे प्रवेश
(इंडियन नेश्नल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग करते हुये गर्भगृह में प्रवेश किया गया तथा नारे लगाये गये )
अध्यक्ष महोदय-- कृपया अपने स्थान पर जायें. मैं कह रहा हूं कि आपकी सब बात शून्यकाल में सुन लूंगा. ...(व्यवधान)...
कुंवर विक्रम सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरा निवेदन आपसे है कि स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करवायें.
डॉ.नरोत्तम मिश्र-- अध्यक्ष महोदय, देखिये यही बात शून्यकाल में भी कही जा सकती है. लेकिन जान बूझकर के इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है,राजनैतिक अखाड़ा बनाया जा रहा है. यही बात शून्यकाल में कही जा सकती है . अध्यक्ष महोदय, कौन रोक रहा है कहने के लिये, यह कहें, आप सुनें और हम जबाव दें. इतनी छोटी सी प्रक्रिया है.
कुंवर विक्रम सिंह -- सरकार चर्चा से क्यों बचना चाह रही है.वास्तविक स्थिति को सदन में आना चाहिये. स्थगन पर चर्चा होना चाहिये.. ...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- कृपया बैठ जायें. मैंने तो प्रश्न के लिये पुकार दिया है, मंत्री जी उत्तर दें.
डॉ.नरोत्तम मिश्र- लेकिन हम तो प्रश्न को सुन ही नहीं पा रहे हैं, जबाव आप मांग रहे हैं, मंत्री जी को दिक्कत आ रही है.
राज्य मंत्री, सामान्य प्रशासन(श्री लाल सिंह आर्य) -- माननीय अध्यक्ष महोदय, ऊषा बहन जी प्रश्न पूछ रही हैं, एक अनुसूचित जाति की महिला प्रश्न पूछ रही है उनके प्रश्न नहीं पूछने दिये जा रहे हैं. उनको बाधित किया जा रहा है, वह तैयारी करके आई हैं. एक अनुसूचित जाति की विधायक को प्रश्न पूछने से रोकने का षड़यंत्र हो रहा है, देखिये ऊषा बहन जी को पूछने नहीं दे रहे हैं.
...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- ऊषा चौधरी जी आपका प्रश्न क्या है ?
श्रीमती ऊषा चौधरी -- माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरे प्रश्न के उत्तर में मंत्री जी के द्वारा उत्तर दिया गया है कि पदोन्नति,क्रमोन्नति संबंधी कार्यवाही वित्त विभाग के द्वारा की जाती है. लेकिन मेरा अनुरोध है कि लंबे समय से पदोन्नति नहीं हो रही है और सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है तब तक मध्यप्रदेश की सरकार को पदोन्नति में रोक नहीं लगानी चाहिये ? बहुत से कर्मचारी एक ही पद में रहते हुये रिटायर हो गये हैं, या होने वाले हैं. मंत्री जी इसका जवाब दो.
...(व्यवधान)...
(गर्भगृह में सदस्यों द्वारा नारे लगाये जाते रहे )
अध्यक्ष महोदय--सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिये स्थगित.
(11.08 बजे सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिये स्थगित)
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11.23 बजे विधान सभा पुनः समवेत हुई.
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}
श्री आरिफ अकील-- अध्यक्ष महोदय, कृपा कर दीजिये.
अध्यक्ष महोदय-- आप कृपा कर दें तो प्रश्न हो जायें. ... (व्यवधान)...
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- अध्यक्ष जी, यह घोर आपत्तिजनक है, यह सदन चलाना चाहते हैं कि नहीं चलाना चाहते, यह तो इनसे एक बार पूछो. ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- आप लोग यदि कृपा कर दें ... (व्यवधान)...
श्री आरिफ अकील-- हमारी स्थगन की मांग है.
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- यही बात आप शून्यकाल में कहो न. ... (व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत-- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप घोषणा कर दो कि प्रश्नकाल के बाद स्थगन पर चर्चा करायेंगे. ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि प्रश्नकाल का कुल आधा घंटा बचा है. ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- आप जबर्दस्ती कर सकते हैं क्या कि आप यह घोषणा करो तो हम चलने देंगे. यह कोई बात है क्या ?
श्री आरिफ अकील-- कृपा करो अध्यक्ष जी. ... (व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत-- माननीय अध्यक्ष महोदय, प्रश्नकाल के बाद स्थगन पर चर्चा करा लें. ... (व्यवधान)...
डॉ. गोविंद सिंह-- माननीय अध्यक्ष महोदय,(XXX)... (व्यवधान)...
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- आप आसंदी पर दबाव बनाओगे ? ... (व्यवधान)... जब रामपाल जी ने कह दिया है ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- कृपा करके बैठ जायें, प्रश्नकाल चलने दें. ... (व्यवधान)...
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- माननीय अध्यक्ष महोदय, जनता की गाढ़ी कमाई से सदन चलता है. ... (व्यवधान)... अध्यक्ष जी, यह घोर आपत्तिजनक है.
श्री रामनिवास रावत-- यह आपत्तिजनक नहीं है कि एक लड़की की हत्या कर दी. ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- आप लोग बैठ जायें, आप लोग वरिष्ठ विधायक हैं. . (व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत-- (XXX).... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- आप लोग ये क्या कर रहे हैं, आप लोग समझ रहे हैं. (व्यवधान)...
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह गैर मर्यादित आचरण है. ... (व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय--मैं विपक्ष के साथियों से बार- बार अनुरोध कर रहा हूं कि वह अपने अपने स्थान पर बैठ जाएं. कृपया प्रश्नकाल चलने दें.(व्यवधान) गौर साहब आप कुछ कह रहे हैं.
श्री बाबूलाल गौर--विधान सभा की कार्यवाही चलने देना चाहिये. (व्यवधान)
डॉ.नरोत्तम मिश्र--अध्यक्ष महोदय, जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से सदन चलता है. विपक्ष के लोग जान-बूझकर सदन को चलाने में व्यवधान पैदा कर रहे हैं. विपक्ष के लोग चर्चा करना नहीं चाहते हैं, यह घोर आपत्तिजनक है. ..(व्यवधान)..
डॉ.गोविन्द सिंह--क्या आपसे पूछेंगे कि सरकार क्या चाहती है?
अध्यक्ष महोदय--डॉ.गोविन्द सिंह जी आप वरिष्ठ विधायक हैं. आप बैठ जाएं.
श्री रामनिवास रावत--क्या यह आपत्तिजनक नहीं है कि एक लड़की की हत्या कर दी और आप सरकार के मंत्री को बचा रहे हैं?...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय--आप लोग क्या कर रहे हैं कुछ समझ रहे हैं ? आप लोग सदन को चलने देना नहीं चाहते हैं...(व्यवधान)..
डॉ.नरोत्तम मिश्र--अध्यक्ष महोदय, यह विपक्ष का अमर्यादित आचरण है...(व्यवधान)..
डॉ.गोविन्द सिंह--यह गंभीर विषय है...(व्यवधान)..
डॉ.नरोत्तम मिश्र--अध्यक्ष महोदय, यह किस बात का गंभीर विषय है ? यह आपत्तिजनक है कि जब माननीय रामपाल सिंह जी ने स्वीकार कर लिया है, इनको क्या पता. आरिफ भाई आप सदन के समय को जाया कर रहे हैं, यह लोग सदन में व्यवधान पैदा कर रहे हैं, यह घोर आपत्तिजनक है.
श्री रामनिवास रावत-- अध्यक्ष महोदय, मैं आसन्दी से अनुरोध कर रहा हूँ.
अध्यक्ष महोदय--जिन सदस्यों के प्रश्न लगे हैं, यह उनके अधिकारों का हनन है, यह आप कैसे कर सकते हों?...(व्यवधान)..
डॉ.नरोत्तम मिश्रा--आप आसंदी पर दबाव बनाना चाहते हैं. आपकी आसंदी पर दबाव बनाने की प्रक्रिया है. नेता प्रतिपक्ष व आप लोग आसंदी पर दबाव डाल रहे हैं.
श्री सुखेन्द्र सिंह--(XXX)
अध्यक्ष महोदय--यह कार्यवाही से निकालिए...(व्यवधान)..सदन की कार्यवाही अपरान्ह्न 12.00 बजे तक के लिये स्थगित.
(11.27 बजे से विधान सभा की कार्यवाही 12.00 बजे तक के लिए स्थगित की गई)
12.01 बजे विधान सभा पुन: समवेत हुई.
{अध्यक्ष महोदय{डॉ.सीतासरन शर्मा} पीठासीन हुए}
श्री आरिफ अकील - अध्यक्ष महोदय, नमस्कार.
अध्यक्ष महोदय - बड़ी जोर से आज आपने नमस्कार किया.
श्री आरिफ अकील - अध्यक्ष जी, हम नमस्कार कर रहे हैं तो संसदीय कार्य मंत्री जी घूर कर देख रहे हैं.नमस्कार पर भी पाबंदी लगा दो.
डॉ.नरोत्तम मिश्र - अध्यक्ष जी, देखने पर पाबंदी लग रही है. घूरना कहां से आ गया. देख रहे हैं हम तो. देखने पर पाबंदी है क्या ?
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री(श्री गोपाल भार्गव) - ये आपकी नजरों का कसूर है.
राजस्व मंत्री(श्री उमाशंकर गुप्ता) - तय कर लिया था दोनों ने.
श्री आरिफ अकील - आपकी नजरें वहां भी नहीं हैं.
श्री गोपाल भार्गव - ये दृष्टि दोष है.
12.02 बजे नियम 267-क के अधीन विषय
अध्यक्ष महोदय - आज निम्नलिखित सदस्यों की शून्यकाल की सूचनाएं पढ़ी हुई मानी जाएंगी :-
1. कुंवर सौरभ सिंह
2. डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय
3. श्री रामनिवास रावत
4. श्री सूबेदार सिंह रजौधा
5. श्री रजनीश हरवंश सिंह
6. श्री के.डी.देशमुख
7. श्री बलबीर सिंह डण्डौतिया
8. श्री के.पी.सिंह
9. श्री के.के.श्रीवास्तव
10. श्री हरदीप सिंह डंग
श्री रामनिवास रावत - अध्यक्ष महोदय, आपने निर्देश दिये थे कि शून्यकाल आ जाने दो.शून्यकाल आ गया.
डॉ.नरोत्तम मिश्र - यह थोड़े कहा था कि ये प्रश्नकाल नहीं चलने देंगे तब शून्यकाल में उल्लेख आयेगा.ऐसा निर्देश कोई नहीं था कोई भी
(..व्यवधान..)
श्री के.पी.सिंह - अध्यक्ष महोदय,आपने शून्यकाल के लिये बोला था कि शून्यकाल में तय कर देंगे. माननीय संसदीय कार्य मंत्री जी ने बोला था कि शून्यकाल में निर्णय करेंगे.
(..व्यवधान..)
डॉ.नरोत्तम मिश्र - ये प्रश्नकाल नहीं चलने दे रहे हैं.(..व्यवधान..)
अध्यक्ष महोदय - कृपया सभी बैठें.
श्री के.पी. सिंह - अध्यक्ष जी,आपका शून्यकाल में निर्णय आ जाये.
श्री गोपाल भार्गव - अध्यक्ष महोदय, आज ध्यानाकर्षण हैं.महत्वपूर्ण विभागों पर चर्चा है. आज सार्थक चर्चा होना है.
श्री निशंक कुमार जैन - अध्यक्ष महोदय, आपने शून्यकाल में चर्चा के लिये बोला था. स्थगन प्रस्ताव पर बहस की जाये.
डॉ.नरोत्तम मिश्र - ये हाऊस नहीं चलाना चाहते माननीय अध्यक्ष जी, न प्रश्नकाल , न शून्यकाल,न ध्यानाकर्षण पर. ये सदन नहीं चलाना चाहते.
(..व्यवधान..)
12.03 बजे गर्भगृह में प्रवेश
इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में प्रवेश
(सदस्य सर्वश्री श्री रामनिवास रावत,श्री निशंक कुमार जैन एवं श्री प्रताप सिंह सहित इंडियन नेशनल कांग्रेस के कुछ सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में प्रवेश किया गया.)
(..व्यवधान..)
डॉ.नरोत्तम मिश्र - माननीय अध्यक्ष महोदय,आरिफ अकील सदन नहीं चलाना चाहते.
(..व्यवधान..)
सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री(श्री लाल सिंह आर्य) - अध्यक्ष महोदय, ये जानबूझकर आने वाली चर्चाओं को रोकना चाहते हैं.
(..व्यवधान..)
अध्यक्ष महोदय - कृपया बैठें नहीं तो मैं आगे बढ़ूंगा.
डॉ.नरोत्तम मिश्र - माननीय अध्यक्ष जी. ये जानबूझकर व्यवधान कर रहे हैं. आरिफ अकील जानबूझकर व्यवधान कर रहे हैं.
एक माननीय सदस्य - अध्यक्ष महोदय,जनप्रतिनिधियों के काम नहीं हो पा रहे हैं.
(..व्यवधान..)
अध्यक्ष महोदय - कृपया बैठें मेरी बात तो सुन लें.
श्री गोपाल भार्गव - अध्यक्ष महोदय, आज बहुत ही महत्वपूर्ण विभागों पर चर्चा होना है.
(..व्यवधान..)
अध्यक्ष महोदय - कृपया सभी बैठ जाएं.
डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय - माननीय अध्यक्ष महोदय,ये चर्चा से भाग रहे हैं. ये प्रजातंत्र है.
( गर्भगृह में उपस्थित इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण अपने-अपने आसन पर वापस गए.)
12.04 बजे अध्यक्षीय व्यवस्था
इंडियन नेशनल कांग्रेस द्वारा दिये गये स्थगन प्रस्ताव के संबंध में व्यवस्था
अध्यक्ष महोदय - इसी विषय पर कल भी माननीय सदस्यों ने अपनी बात रखी थी. मेरे द्वारा भी माननीय नेता प्रतिपक्ष एवं अन्य माननीय सदस्यों को शून्यकाल में इस पर अनुमति दी गयी थी तथा यह भी उल्लेख किया गया था कि सामान्यत: बजट सत्र में स्थगन प्रस्ताव नहीं लिये जाते हैं, परंतु गंभीर विषयों पर स्थगन प्रस्ताव लिये जाने पर विचार किया जा सकता है. तथा बताया गया था कि यह प्रकरण विचाराधीन है साथ ही कल भी कार्यसूची में महिलाओं की असुरक्षा संबंधी ध्यानाकर्षण पर भी अवसर था परंतु इसके उपरांत भी मेरे बार-बार अनुरोध करने के बावजूद सदन व्यवस्थित रूप से शोर-शराबे के कारण नहीं चल सका. मेरा माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि आज माननीय सदस्यों की ध्यानाकर्षण के साथ अभी कई महत्वपूर्ण विभागों की बजट मांगों पर चर्चा के अतिरिक्त गृह विभाग की मांगों पर भी आपको कानून-व्यवस्था व अन्य संबंधित विषयों पर अपनी बात रखने का पर्याप्त अवसर उपलब्ध होगा.अतः मेरा माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि सदन की कार्यवाही चलाने में सहयोग प्रदान करें.
(व्यवधान)..
संसदीय कार्यमंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र) - ये कार्यवाही चलाना नहीं चाहते.
श्री रामनिवास रावत - आप कार्यवाही नहीं चलाना चाहते हैं.
अध्यक्ष महोदय -..अब मैं किसी को अनुमति नहीं दूंगा, आगे बढ़ूंगा.
डॉ. नरोत्तम मिश्र - ये हो-हल्ले में विश्वास रखते हैं. चर्चा में विश्वास नहीं रखता है विपक्ष.
श्री आरिफ अकील - क्या बजट सत्र में बहू ने फांसी नहीं लगाई, बजट सत्र में बहू ने आत्महत्या नहीं की?
एक माननीय सदस्य - अध्यक्ष महोदय, आप तो चर्चा कराइए, ये इस मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं कराना चाह रहे हैं?
सामान्य प्रशासन मंत्री (श्री लालसिंह आर्य) - अध्यक्ष महोदय, ये नहीं चाहते हैं कि मध्यप्रदेश का विकास हो, ये नहीं चाहते हैं कि लोक कल्याण हो.
(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र - अध्यक्ष महोदय, किसानों से जुड़े मामले हैं, गरीबों से जुड़े मामले हैं.
(व्यवधान)..
श्री लालसिंह आर्य - अध्यक्ष महोदय, विधायक तैयारी करके आए हैं (व्यवधान)..अनुदान मांगों पर चर्चा नहीं होने दे रहे हैं, इसके माध्यम से मध्यप्रदेश के लोगों के कल्याण की चर्चा होती है.
(व्यवधान)..
(सत्ता पक्ष के माननीय सदस्यगण द्वारा नारे लगाये गये.)
अध्यक्ष महोदय - सदन की कार्यवाही 1.00 बजे तक के लिए स्थगित.
(अपराह्न 12.07 बजे से 1.00 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई.)
1.23 बजे विधानसभा पुन: समवेत हुई
{ अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए }
श्री आरिफ अकील- अध्यक्ष महोदय, भांजियों के मामा, बहनों के भाई मुख्यमंत्री जी सदन में नहीं हैं.
अध्यक्ष महोदय- आप क्या तैयारी करके ही आए थे कि हमको कुछ पढ़ने नहीं देंगे ?
श्री आरिफ अकील- अध्यक्ष महोदय, हम तो केवल आपसे अनुरोध करते हैं.
श्री बाला बच्चन- अध्यक्ष महोदय, हम तो हमेशा तैयार ही रहते हैं.
1.24 बजे पत्रों का पटल पर रखा जाना
मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग के अंकेक्षित लेखे वर्ष 2016-2017
ऊर्जा मंत्री (श्री पारस चन्द्र जैन)- अध्यक्ष महोदय, मैं मध्यप्रदेश विद्युत अधिनियम, 2003 (क्रमांक 36 सन् 2003) की धारा 104 की उपधारा (4) की अपेक्षानुसार मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग के अंकेक्षित लेखे वर्ष 2016-2017 पटल पर रखता हूं. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- मेरा यह अनुरोध है कि ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अब ले रहे हैं. सदस्यों के दोनों महत्वपूर्ण ध्यानाकर्षण हैं.
श्री रामनिवास रावत- अध्यक्ष महोदय, आपने एक घण्टे के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित की थी, लेकिन 1 घण्टे 30 मिनट हो गए, कौन से कारण थे ?
डॉ. गोविन्द सिंह- अध्यक्ष महोदय, अब नियम में संसोधन करके आपने हमारा अधिकार छीन लिया. अब विधानसभा का औचित्य क्या है ? ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- आप सबकी सहमति से की थी, किंतु यदि आपको ऐतराज है तो फिर से विचार कर लेंगे.
श्री रामनिवास रावत- अध्यक्ष महोदय, हमारी कोई सहमति नहीं है. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- विनियमित करने की शक्ति यहीं है. ..(व्यवधान)..
डॉ. गोविन्द सिंह- अध्यक्ष महोदय, यह परम्परा रही है.
अध्यक्ष महोदय- मैं तो कह रहा हूं न, आपने वन-वे ट्रेफिक चला दिया, मैं कह रहा हूं न, फिर विचार कर लेंगे, अगर कोई एतराज है तो...(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, पूर्व की भांति कर दें.
अध्यक्ष महोदय- जब उस समय ऐतराज नहीं आया तो कोई बात नहीं, फिर विचार कर लेंगे.
श्री रामनिवास रावत- अध्यक्ष महोदय, क्यों कर लेंगे ? ऐसा क्यों चाहते हैं ? ऐसा होना ही नहीं चाहिए...(व्यवधान)...
श्री उमाशंकर गुप्ता- अध्यक्ष महोदय, आपकी सुई तो वहीं अटकी हुई है.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, कोई भी विषय खींचकर आपको तो सदन के कार्य में व्यवधान डालना है.
..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- कोई भी मामला आ जाये, कोई काम आ जाये, बिलकुल करने नहीं दे रहे हैं. ..
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- .. ध्यान आकर्षण.
..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- कोई भी बात लें, सदन मत चलने दो. अध्यक्ष महोदय ने व्यवस्था दे दी कि उनको पूर्व की भांति कर देंगे, फिर भी लगे हैं...(व्यवधान).. उन्होंने कह दिया कि पूर्व की भांति कर देंगे, फिर भी बिलोनेस , फिर भी बिलोनेस, यह क्या तरीका है. .. (व्यवधान).. यह तरीका है क्या अध्यक्ष जी. अब जिस पर व्यवस्था आ जाये, उस पर भी लड़ते हैं. अध्यक्ष महोदय, जिस पर आपने व्यवस्था दे दी, उस पर भी लड़ रहे हैं.
श्री रामनिवास रावत -- पहले आप यह स्पष्ट कर दें कि आपने एक घण्टे के लिये विधान सभा स्थगित की. 1.22 बजे तक आप यहां से उठकर कहां गये थे.
..(व्यवधान)..
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री (श्री गोपाल भार्गव) -- आपको अध्यक्ष महोदय के लिये धन्यवाद देना चाहिये कि आपने जिस बात पर ध्यान आकर्षित करवाया, तत्काल उस पर अध्यक्ष महोदय ने व्यवस्था दे दी.
डॉ. गोविन्द सिंह -- हम अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद देते हैं ...
श्री रामनिवास रावत -- हम अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद देते हैं, लेकिन ऐसे विषय आये ही क्यों. ऐसे नियम आये क्यों. नियमों के लिये विपक्ष को भी विश्वास में लेना चाहिये.
डॉ. गोविन्द सिंह -- अध्यक्ष महोदय, मैं कहता हूं कि आप सबको बुलाकर, विपक्ष के सीनियर विधायकों को बुलाकर राय ले लें. सत्ता पक्ष एवं विपक्ष से राय लेकर आपको करना चाहिये.
श्री गोपाल भार्गव -- आसंदी से व्यवस्था आ गई है.
..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, (XXX). यह तो लड़ेंगे. बोले हिरन पानी ऊपर पीकर आया है, तो बोले इसलिये पानी झूठा हो गया है, पानी नदी में से पी लिया तो. हम तो लड़ेंगे. हमें तो (XXX) लगी है. हाउस नहीं चलने देंगे, एक ही जिद है बस. एक ही जिद है कि हाउस नहीं चले.
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- कृपया शांति रखें.
डॉ. गोविन्द सिंह – (XXX)
अध्यक्ष महोदय -- कृपया शांति रखें.
श्री आरिफ अकील -- (बैठे बैठे) (XXX)
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, यह कार्यवाही से निकाल दीजिये. यह ठीक बात नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) -- अध्यक्ष महोदय, मैं बड़ी विनम्रता के साथ आपसे आग्रह करना चाहता हूं. हमारे संसदीय कार्य मंत्री जी ने कहा कि हाउस नहीं चलने दे रहे हैं, यह हमारी मंशा है. हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है कि हाउस न चले. ..(व्यवधान).. एक मिनट.
..(व्यवधान)..
श्री सत्यपाल सिंह सिकरवार-- अध्यक्ष महोदय, कल भी नहीं होने दिया प्रश्ननकाल, आज भी नहीं होने दिया प्रश्ननकाल. अध्यक्ष महोदय, हमारे प्रश्न नहीं हो रहे हैं साहब. हम नये नये विधायक आये हैं.
श्री इन्दर सिंह परमार -- अध्यक्ष महोदय, प्रश्नकाल रोज रोज बाधित हो रहा है. फिर ऐसा था तो प्रश्नकाल क्यों नहीं होने दिया. ..(व्यवधान).. अध्यक्ष महोदय, इनके ही प्रश्न महत्वपूर्ण हैं, बाकी विधायकों के प्रश्न महत्वपूर्ण नहीं हैं. इनकी बात महत्वपूर्ण हैं.
...(व्यवधान)..
राजस्व मंत्री (श्री उमाशंकर गुप्ता) -- अध्यक्ष महोदय, यह इनकी हाउस चलने देने की मंशा ही नहीं है. हाउस चलाना ही नहीं चाहते, कुछ न कुछ नया शुरु करेंगे. वहीं के वहीं बात का निपटारा हो गया...
श्री अजय सिंह -- आप मेरी बात तो सुन लीजिये.
………………………………………………………………………………………..
XXX : निर्देशानुसार विलोपित.
श्री उमाशंकर गुप्ता -- अध्यक्ष महोदय की व्यवस्था आ गई, जिस पर अध्यक्ष महोदय की व्यवस्था आ गई. फिर इसी बात पर दूसरी बात करेंगे. यह कोई तरीका नहीं है. .(व्यवधान).. क्या आपके हिसाब से ही हाउस चलायेंगे. यह कोई तरीका नहीं है.
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- सदन की कार्यवाही 2.00 बजे तक के लिये स्थगित.
(1.28 बजे से 2.00 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित)
2.11 बजे विधान सभा पुन: समवेत हुई
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए}
श्री आरिफ अकील -- अध्यक्ष जी, लंबी चर्चाएं हो रही हैं.
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, 2-3 मिनट लेट हो गए.
संसदीय कार्य मंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र) -- अध्यक्ष जी, मेरा प्वॉइंट ऑफ ऑर्डर है.
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) -- जब चर्चा शुरू ही नहीं हुई तो व्यवस्था का प्रश्न कहां से आ गया ?
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, मेरा प्वॉइंट ऑफ ऑर्डर इन्हीं नेता प्रतिपक्ष के बारे में है. ये इतने सीनियर सदस्य हैं..(व्यवधान)..
श्री सुंदरलाल तिवारी -- अध्यक्ष महोदय, जब काम ही शुरू नहीं हुआ तो काहे का प्वॉइंट ऑफ ऑर्डर.. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, इनको नियम प्रक्रिया का पालन करना चाहिए. आज इन्होंने विशेषाधिकार भंग किया है. अध्यक्ष महोदय, मैं नियम प्रक्रिया के तहत बात कर रहा हूँ. आज नेता प्रतिपक्ष ने सचिवालय को दी जाने वाली सूचना को सभी जगह वितरित कर दिया, जो अपने आपमें विशेषाधिकार भंग है. ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, पूरी बात कहने दें, मेरी प्रार्थना है. ..(व्यवधान).. यह बहुत गंभीर विषय है.
श्री अजय सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय... ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, बहुत गंभीर विषय है, आपने मुझे अनुमति दी है. ..(व्यवधान)..
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष जी, कोई गंभीर विषय नहीं है. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, क्या आपने नेता प्रतिपक्ष को अनुमति दी है ? ..(व्यवधान)..
श्री के.पी. सिंह -- अध्यक्ष महोदय, कुछ भी हो रहा है. चर्चा जिस पर हो रही है, वह तो करनी नहीं है. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- विशेषाधिकार भंग हुआ है. मैं नियम की बात कर रहा हूँ. ..(व्यवधान).. हमारे बोलने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- माननीय नेता प्रतिपक्ष जी खड़े हैं. कृपया सभी बैठ जाएं. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, मैंने आपसे अनुमति ली है. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- अनुमति मिली कहां ? अनुमति मिली नहीं. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, आपने अनुमति दी थी या नहीं ? ..(व्यवधान).. ये कह रहे हैं कि नहीं मिली. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- माननीय अध्यक्ष ने मुझे अनुमति दी है. ..(व्यवधान)..और मैं बोलूंगा. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, किसको अनुमति दी है ? ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- दोनों को दी है, एक के बाद एक दोनों बोल लें. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, आप तय कर दो, आपने किसको अनुमति दी है ?
अध्यक्ष महोदय -- दोनों को. ..(व्यवधान)..
श्री के.पी. सिंह -- अध्यक्ष जी, जिस विषय पर व्यवधान हो रहा है, उस विषय पर तो कोई बात नहीं हो रही है. ..(व्यवधान).. और नया विषय कहां से आ गया. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- चूँकि पहले संसदीय कार्य मंत्री जी खड़े हुए थे, इसलिए पहले वे बोल लें, उसके बाद प्रतिपक्ष के नेताजी, फिर गोपाल भार्गव जी. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- अध्यक्ष महोदय, एक सेकंड.. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- पहले उन्होंने मुझे अवसर दिया है.. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- मान लिया.. ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, एक सेकंड..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, देख लिया.. ..(व्यवधान).. क्या अन्याय कर रहे हैं.
अध्यक्ष महोदय -- चूँकि पहले वे खड़े हो गए थे. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- अध्यक्ष जी, खड़े होने की बात नहीं है. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, मैंने प्वॉइंट ऑफ ऑर्डर रेज किया है.. ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, मैंने व्यवस्था का प्रश्न उठाया, मुझे बोलने दिया जाए. ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, मैं कब कह रहा हूँ कि इनको मत सुनो ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- मैं आगे बढ़ रहा हूँ. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, आप इनको भी सुनें, लेकिन मुझे तो सुनें. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- अध्यक्ष महोदय, जब आपने डेढ़ बजे विधान सभा की कार्यवाही स्थगित की थी. ..(व्यवधान).. तो मैं खड़ा हुआ था. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- आप लोग कृपया शांति रखें. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह -- अध्यक्ष महोदय, जब आपने विधान सभा की कार्यवाही स्थगित की थी तो मैं खड़ा हुआ था. ..(व्यवधान).. और मैंने शुरू किया था बोलना, तब इन लोगों ने बोलने नहीं दिया. ..(व्यवधान).. मैं डेढ़ बजे खड़ा था. ..(व्यवधान)..
(व्यवधान के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा नारे लगाए गए)
..(व्यवधान)..
2.13 बजे ध्यान आकर्षण
अध्यक्ष महोदय -- ध्यानाकर्षण की सूचनाएं. श्री बाला बच्चन.. ..(व्यवधान)..
1. खरगौन जिला चिकित्सालय में दो सी.एम.एच.ओ. पदस्थ होने से उत्पन्न स्थिति.
(व्यवधान के दौरान सर्वश्री बाला बच्चन, विजय सिंह सोलंकी द्वारा कार्यसूची में दर्ज अपनी ध्यानाकर्षण की सूचना क्रमांक-1 नहीं पढ़ी गई) ..(व्यवधान)..
श्री के.पी. सिंह -- अध्यक्ष महोदय, जिस विषय पर व्यवधान था, उसके बारे में कोई चर्चा नहीं और नई चर्चा चालू हो गई.. ..(व्यवधान)..
श्री बाला बच्चन -- अध्यक्ष महोदय, सबसे पहले हमारी पार्टी ने जो इश्यू रखा है, उस विषय पर चर्चा करवाइये.. ..(व्यवधान)..
श्री के.पी. सिंह -- उस विषय पर कुछ बोल नहीं रहे हैं. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- श्री संजय शाह मकड़ाई.. ..(व्यवधान)..
2. कस्तूरबा गांधी छात्रावासों में नियम विरुद्ध सहायक वार्डन की नियुक्ति किया जाना.
(व्यवधान के दौरान श्री संजय शाह मकड़ाई द्वारा कार्यसूची में दर्ज अपनी ध्यानाकर्षण की सूचना क्रमांक-2 नहीं पढ़ी गई) ..(व्यवधान)..
श्री के.पी. सिंह -- अध्यक्ष जी, जिस विषय पर चर्चा हो रही थी, उस विषय पर अपनी व्यवस्था दें. ..(व्यवधान).. उसके बाद अन्य विषय आएंगे.. ..(व्यवधान)..
श्री बाला बच्चन -- अध्यक्ष महोदय, हमने स्थगन दिया है..(व्यवधान)..
2.14 बजे प्रतिवेदनों की प्रस्तुति
महिलाओं एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति का चतुर्थ, पंचम् एवं षष्टम् प्रतिवेदन
श्रीमती उमादेवी खटीक (हटा) -- अध्यक्ष महोदय, मैं, महिलाओं एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति का चतुर्थ, पंचम् एवं षष्टम् प्रतिवेदन प्रस्तुत करती हूँ.
श्रीमती ममता मीना -- माननीय अध्यक्ष महोदय, हेमन्त कटारे के बारे में कांग्रेस के लोग क्यों नहीं बोलते हैं ? ..(व्यवधान)..
श्री वेलसिंह भूरिया -- अध्यक्ष महोदय, पहले हेमन्त कटारे का आत्मसमर्पण करवाइये. ..(व्यवधान)..
श्रीमती ममता मीना -- अध्यक्ष महोदय, इनको हेमन्त कटारे का मामला नहीं दिख रहा है. ..(व्यवधान)..
(व्यवधान के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा नारे लगाए जाते रहे)
2.15 बजे याचिकाओं की प्रस्तुति
अध्यक्ष महोदय -- आज की कार्यसूची में सम्मिलित सभी याचिकाएं प्रस्तुत की हुईं मानी जावेंगी...(व्यवधान)....
गर्भगृह में प्रवेश
इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में प्रवेश
(इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण कुंवर सौरभ सिंह, श्री जयवर्द्धन सिंह, सुश्री हिना लिखीराम कावरे, श्री शैलेन्द्र पटेल, श्री सुखेन्द्र सिंह, श्री जितू पटवारी, सहित इंडियन नेशनल कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य अपनी बात कहते हुए गर्भगृह में आए)
2.16 बजे वर्ष 2005-2006 के आधिक्य के विवरण का उपस्थापन
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया) -- अध्यक्ष महोदय, मैं राज्यपाल महोदय के निर्देशानुसार वर्ष 2005-2006 के आधिक्य के विवरण का उपस्थापन करता हॅूं.
2.17 बजे
वर्ष 2005-2006 की अधिकाई अनुदानों की मांगों पर मतदान
..(व्यवधान)...
श्री अजय सिंह -- अध्यक्ष महोदय, इस तरह से आप..(व्यवधान)... माननीय अध्यक्ष महोदय के खिलाफ हमने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया...(व्यवधान)...यह विषय हो रहा है स्थगन की चर्चा के लिए. महिला उत्पीड़न की बात थी..(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष जी मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं....(व्यवधान)...अध्यक्ष जी, आपने मुझे अनुमति दी थी. मुझे सुना जाए.
अध्यक्ष महोदय -- अब आगे बढ़ गए हैं.
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, यह अन्याय है अन्याय...(व्यवधान).. जनता कभी माफ नहीं करेगी.जनता तुमको कभी माफ नहीं करेगी.
2.18 बजे शासकीय विधि विषयक कार्य
मध्यप्रदेश विनियोग विधेयक (क्रमांक-3) विधेयक, 2018 (क्रमांक 5 सन् 2018)
...... (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय -- कृपया अपने स्थान पर बैठें.
....(व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय -- कृपया अपने स्थान पर बैठें.
2.19 बजे वर्ष 2017-2018 के तृतीय अनुपूरक अनुमान का उपस्थापन
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया) -- अध्यक्ष महोदय, मैं राज्यपाल महोदय के निर्देशानुसार वर्ष 2017-2018 के तृतीय अनुपूरक अनुमान का उपस्थापन करता हॅूं.
वर्ष 2017-2018 की तृतीय अनुपूरक अनुमान की मांगों पर मतदान
....(व्यवधान)....
श्री बाला बच्चन -- माननीय अध्यक्ष महोदय, लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. अध्यक्ष महोदय, यह सरकार की तानाशाही है....(व्यवधान)...यह बिल्कुल ठीक नहीं है. संशोधित कार्यसूची आयी है और पूरा सत्र आप आज समाप्त करने जा रहे हैं. यह अनुचित है और लोकतंत्र का गला घोंटने समान है. यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए. हम इसका विरोध करते हैं, हम इसकी निन्दा करते हैं...(व्यवधान)...(गर्भगृह से नारे लगाए गए).
श्री अजय सिंह -- आज पता चल गया.
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, कोई हत्या नहीं कर रहे हैं हम..(व्यवधान)...
श्री बाला बच्चन -- माननीय अध्यक्ष महोदय, हम घोर निंदा करते हैं.
श्री अजय सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आज पता चल गया कि मध्यप्रदेश की जनता को, यहां की महिलाओं को कि किस तरह से मुख्यमंत्री हैं. महिला उत्पीड़न.(XXX).( विपक्ष द्वारा शर्म करो, शर्म करो के नारे लगाए गए). आज पता चल गया कि बेटी सुरक्षित नहीं है तुम्हारे राज्य में. महिलाओं का सम्मान हम करेंगे, तुम नहीं कर सकते हो. (विपक्ष के सदस्यगण द्वारा लोकतंत्र की हत्या बंद करो के नारे लगाए जाते रहे)
श्री अजय सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय, विषय हो रहा है स्थगन की चर्चा के लिए...(व्यवधान).. इससे साफ स्पष्ट हो गया है कि माननीय अध्यक्ष महोदय के खिलाफ जो हमने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, वह सही है. वह आपके इशारों पर सदन चला रहे हैं...(व्यवधान)..
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- माननीय अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष ने विशेषाधिकार भंग किया. सदन की अवमानना किया है...(व्यवधान)...
श्री अजय सिंह -- हमने अविश्वास प्रस्ताव दिया है...(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- इन्होंने विशेषाधिकार भंग किया है....(व्यवधान)...और (XXX)...(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय, (XXX)...(व्यवधान)...
2.20 बजे शासकीय विधि विषयक कार्य (क्रमश:)
मध्यप्रदेश विनियोग विधेयक, 2018 (क्रमांक 3 सन् 2018)
....(व्यवधान)...
(इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक माननीय सदस्यों द्वारा गर्भगृह से नारेबाजी की जाती रही)
.......(व्यवधान).......
श्री अजय सिंह--.मुख्यमंत्री सदन में नहीं आ रहे,..(व्यवधान)..... महिला उत्पीड़न का मामला है, (XXX)...(व्यवधान)...
श्री उमाशंकर गुप्ता--- आप लोग कोई चर्चा नहीं करना चाहते हैं.
श्री अजय सिंह-- ..(व्यवधान).....(XXX) और इसलिए कांग्रेस विधायक दल के साथियों ने अविश्वास पेश किया है.
डॉ.नरोत्तम मिश्र-- इस नेता प्रतिपक्ष ने विशेषाधिकार भंग किया है ...(व्यवधान)...(XXX) श्रीमती ममता मीना-- माननीय अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष के द्वारा जो आसंदी पर आरोप लगाया गया है इनके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए. सीधा-सीधा आसंदी के ऊपर आरोप लगाया है...(व्यवधान)....यह सदन भी नहीं चलने दे रहे हैं.
2.21 बजे
वर्ष 2018-19 के आय-व्ययक में सम्मिलित अनुदानों की शेष माँगों पर मुखबन्ध (गिलोटिन)
..(व्यवधान)..
(इंडियन नेश्नल काँग्रेस के माननीय सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में नारेबाजी की जाती रही)
श्री जयन्त मलैया (जारी)--
अध्यक्ष महोदय-- प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ.
प्रश्न यह है कि 31 मार्च, 2019 को समाप्त होने वाले वर्ष में राज्य की संचित निधि में से प्रस्तावित व्यय के निमित्त अभी वित्त मंत्री जी द्वारा प्रस्तुत अनुदान मांगों के लिए राज्यपाल महोदय को प्रस्तावित राशि दी जाए.
मांगों का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
..(व्यवधान)..
श्रीमती ममता मीना-- सदन को बाधित कर रहे हैं, अगर महिलाओं के प्रति ये इतने गंभीर हैं तो हेमन्त कटारे कहाँ है ये बताएँ?..(व्यवधान).. महिलाओं के प्रति ये इतने गंभीर हैं तो कहाँ छुपा रखा है हेमन्त कटारे को?..(व्यवधान)..ये बताएँगे कि सरकार महिलाओं के प्रति कितनी गंभीर है और कितनी गंभीर नहीं है?..(व्यवधान)..माननीय अध्यक्ष महोदय, हेमन्त कटारे तो 376 का अपराधी है और सदन से फरार है, नेता प्रतिपक्ष उसका हिसाब-किताब, उसका जवाब क्यों नहीं देते हैं? अगर यह इतना गंभीर विषय है तो फिर हेमन्त कटारे के लिए क्यों नहीं ये प्रस्ताव लाते कि हेमन्त कटारे के बारे में भी चर्चा कराई जाए...(व्यवधान)..ये काँग्रेस के लोग महिलाओं के प्रति कितने गंभीर हैं इनकी सरकार के जमाने में हमने देखा है...(व्यवधान)..376 के अपराधी हेमन्त कटारे के बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं? क्यों छुपा रखा है हेमन्त कटारे को?..(व्यवधान)..हमारी सरकार गंभीर है. हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए विधान सभा से पारित करके भेजा है...(व्यवधान)..जो महिलाओं पर अत्याचार करेगा, उसको फाँसी की सजा देने तक का प्रावधान रखा है. हमारी सरकार इतनी गंभीर है. अपने गिरेबान में झांक कर देखो,..(व्यवधान).. सीधा-सीधा आपके नेता प्रतिपक्ष आसन्दी पर आरोप लगाते हैं, नेता प्रतिपक्ष गंभीर नहीं हैं...(व्यवधान)..
श्री रामनिवास रावत-- द्रौपदी का चीरहरण हुआ. अध्यक्ष जी, यहाँ चीरहरण नहीं हुआ यहाँ आत्महत्या कर रही हैं संवैधानिक सिस्टम को बचाओ.....(व्यवधान)..
श्री सुन्दरलाल तिवारी-- और बेटी प्रीति को कहाँ भेज दिया आप लोगों ने?बताओ...(व्यवधान)..
श्रीमती ममता मीना-- हेमन्त कटारे 376 जैसे गंभीर आरोप में फरार है, पुलिस ढूंढ रही है. कहाँ छुपा रखा है?..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील-- मामा कहाँ है, मामा को बुलाओ, भांजियाँ बचाओ...(व्यवधान)..
श्रीमती ममता मीना-- अध्यक्ष महोदय, हेमन्त कटारे 376 जैसे गंभीर अपराध का आरोपी है वह कहाँ पर है ये बताइये...(व्यवधान)..इससे अपने आप दिखाई देता है कि आप कितने गंभीर हैं? हेमन्त कटारे कहाँ है ये बताइये...(व्यवधान)..नेता प्रतिपक्ष बिल्कुल गंभीर नहीं हैं. गंभीर होते तो इस तरह की ये बातें नहीं करते...(व्यवधान)..
श्री सुन्दरलाल तिवारी-- अध्यक्ष महोदय, (XXX) उसके माता पिता रो रहे हैं...(व्यवधान)..
श्री बाला बच्चन--अध्यक्ष महोदय, इस सरकार का हिस्सा क्यों बन रहे हैं आप. सरकार यहां आकर प्रस्ताव करे हमारा यह आग्रह है. यह मेन बजट है. कोई हां भी नहीं कह रहा है तो भी आप मांग पारित किए जा रहे हैं (व्यवधान)
श्रीमती ममता मीना--अध्यक्ष महोदय, मुझे घोर आपत्ति है यह भीष्म पितामह वाली बात पर इन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही होना चाहिए मैं इसकी मांग करती हूँ. यह गंभीर नहीं हैं. एक 376 के मुल्जिम को छुपाकर आरोप लगा रहे हैं जबकि जांच प्रचलन में है. अभी जांच होगी उसके लिए चर्चा की मांग कर रहे हैं. हमसे कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. मुझे घोर आपत्ति है (व्यवधान)
श्री आरिफ अकील--बेटी कहां है (व्यवधान)
श्री बाला बच्चन-- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह बहुत गलत है, अहित है. अध्यक्ष महोदय,(XXX). अध्यक्ष महोदय, प्रस्ताव बिलकुल पास नहीं किया जाना चाहिए. (व्यवधान)
कुँवर विक्रम सिंह—(XXX) (व्यवधान)
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह)--मध्यप्रदेश के इतिहास में यह काला दिवस है. यह काला दिवस रहेगा.(व्यवधान)
श्री बाला बच्चन--अध्यक्ष महोदय, यह निन्दनीय है हम इस पर आपत्ति लेते हैं. (व्यवधान)
संसदीय कार्यमंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र)--अध्यक्ष महोदय,(XXX)...(व्यवधान)
2.31 बजे शासकीय विधि विषयक कार्य
(1) मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 (क्रमांक-4 सन् 2018)
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पुर:स्थापित करता हूँ.
(2) मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 (क्रमांक 1 सन् 2018)
वाणिज्यक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
अध्यक्ष महोदय--अब विधेयक के खण्डों पर विचार होगा.
प्रश्न यह है कि खण्ड 2 से 17 इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 2 से 17 इस विधेयक के अंग बने.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बना.
अध्यक्ष महोदय-- प्रश्न यह है कि पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
वाणिज्यक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
विधेयक पारित हुआ.
(3)मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 (क्रमांक 2 सन् 2018)
वाणिज्यक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
अध्यक्ष महोदय--अब विधेयक के खण्डों पर विचार होगा.
प्रश्न यह है कि खण्ड 2 से 17 इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 2 से 17 इस विधेयक के अंग बने.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बना.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
वाणिज्यिक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
विधेयक पारित हुआ.
(4) मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 (क्रमांक 4 सन् 2018)
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया)-- अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पर विचार किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
अध्यक्ष महोदय--अब विधेयक के खण्डों पर विचार होगा.
प्रश्न यह है कि खण्ड 2,3 तथा अनुसूची इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 2,3 तथा अनुसूची इस विधेयक का अंग बने.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बने.
खण्ड 1 इस विधेयक का अंग बना.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
पूर्ण नाम तथा अधिनियमन सूत्र विधेयक का अंग बने.
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, प्रस्ताव करता हूँ कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय--प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
(व्यवधान)
प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश विनियोग (क्रमांक-2) विधेयक, 2018 पारित किया जाए.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
विधेयक पारित हुआ.
(इण्डियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण गर्भगृह में नारे लगाते रहे)
2.35 बजे विधान सभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जाना : प्रस्ताव
संसदीय कार्य मंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र) -- माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं सुबह से कह रहा हूं कि यह कांग्रेस के लोग सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले रहे हैं, सदन की कार्यवाही नहीं चलाना चाहते हैं. कांग्रेस का यह व्यवहार अलोकतांत्रिक है, अमर्यादित है. आज मैंने देखा नेता प्रतिपक्ष ने नियम प्रकियाओं को तोड़कर, गरिमाओं को तार-तार करके यह प्रति को (अध्यक्ष महोदय को कागज दिखाते हुए) पत्रकारों की दीर्घा में बांटा. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय, मैं प्रस्ताव करता हूं कि इस सत्र में सभी विधायी और वित्तीय कार्य पूर्ण हो चुके हैं. चूंकि मध्यप्रदेश के कांग्रेस के सदस्य कार्यवाही में भाग नहीं ले रहे हैं, चलने नहीं दे रहे हैं. अत: मैं मध्यप्रदेश विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमावली के नियम 12-ख के द्वितीय परन्तुक के अंतर्गत प्रस्ताव करता हूं कि सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जाय. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय:- प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ.
प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
श्री बाला बच्चन-- भाजपा के मंत्री और भाजपा की सरकार. माननीय मंत्री जी अभी यू.पी. का चुनाव परिणाम देखा है. मुख्यमंत्री के क्षेत्र में उप चुनाव में मुख्यमंत्री की सीट पर हराया है. वर्ष 2018 में देख लेना मध्यप्रदेश में क्या हाल होगा आपका और भाजपा का. हम इसकी घोर निंदा करते हैं. संसदीय कार्य मंत्री जी जो प्रस्ताव कर रहे हैं हम इसकी घोर निंदा करते हैं. (व्यवधान)....
2.36 बजे राष्ट्रगान
राष्ट्रगान ''जन-गण-मन'' का समूहगान
अध्यक्ष महोदय-- अब राष्ट्रगान होगा.
(सदन में माननीय सदस्यगण द्वारा राष्ट्रगान ''जन-गण-मन'' का समूहगान किया गया.)
सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जाना
अध्यक्ष महोदय-- विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित.
अपराह्न 2.37 बजे विधान सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की गई.
भोपाल: ए.पी. सिंह
दिनांक: 21 मार्च, 2018 प्रमुख सचिव,
मध्यप्रदेश विधान सभा