मध्यप्रदेश विधान सभा
की
कार्यवाही
(अधिकृत विवरण)
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चतुर्दश विधान सभा षोडश सत्र
फरवरी-मार्च, 2018 सत्र
मंगलवार, दिनांक 20 मार्च, 2018
(29 फाल्गुन, शक संवत् 1939 )
[खण्ड- 16 ] [अंक- 12 ]
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मध्यप्रदेश विधान सभा
मंगलवार, दिनांक 20 मार्च, 2018
(29 फाल्गुन, शक संवत् 1939 )
विधान सभा पूर्वाह्न 11.02 बजे समवेत हुई.
{अध्यक्ष महोदय (डॉ.सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}
निधन का उल्लेख
(1) श्री सुरता सिंह मरावी, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा,
(2) ठाकुर सोबरन सिंह बाबूजी, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा,
(3) श्री जयेन्द्र सरस्वती, कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य, तथा
(4) छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा जिले में नक्सली हमले में शहीद जवान.
वित्त मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, श्री सुरता सिंह, मरावी जी का जन्म मंडला जिले में हुआ. उन्होंने ग्यारहवीं विधान सभा का प्रतिनिधित्व किया. अब वह हमारे बीच में नहीं रहे. इसी प्रकार से जबलपुर जिले के पाटन के ठाकुर सोबरन सिंह बाबूजी कहते थे, वह मेरे व्यक्तिगत मित्र भी थे. जबलपुर में मेरा उनका साथ था. वह कृषि के क्षेत्र में काफी कार्य करते थे वह कृषि मंडी में भी रहे हैं. उन्होंने ग्यारहवीं व बारहवीं विधान सभा का प्रतिनिधित्व भी किया है. यह दोनों माननीय सदस्य हमारे बीच में नहीं हैं. इनके जाने से सार्वजनिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इनकी आत्मा को शांति प्रदान करें तथा इनके परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. इसी तरह से श्री जयेन्द्र सरस्वती जी जो कि 19 वर्ष की आयु में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य बने. वह 65 वर्ष की आयु तक उसके प्रमुख रहे, वह हमारे बीच में नहीं हैं. आपके निधन से देश ने एक आध्यात्मिक गुरू, चिन्तक एवं विचारक को खो दिया है. 13 मार्च 2018 को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के कई जवान मारे गये जिसमें से मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के रामकिशन तोमर तथा भिंड जिले के जितेन्द्र सिंह शहीद हुए हैं. इनके प्रति मैं अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह)--अध्यक्ष महोदय, श्री सुरता सिंह मरावी, मंडला जिले के सरपंच से लेकर विधायक तक का सफर तय किया. वे बहुत ही मृदुभाषी, सरल और बहुत ही अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे. मैं व्यक्तिगत रूप से विधान सभा में भी मरावी जी के साथ रहा हूं. उन्होंने अपने क्षेत्र में गरीबों के उत्थान के लिये, बेरोजगार युवाओं के लिये बेहतर रोजगार उपलब्ध कराने के लिये उल्लेखनीय काम किया है. आज वे अपने बीच में नहीं हैं. मैं उनके परिवार जन को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. ठाकुर सोबरन सिंह बाबूजी, वह एक फक्कड़ किस्म के विधायक थे, लगता ही नहीं था वे दो बार के विधायक एवं क्रांतिकारी नेता तथा कृषक समाज से जुड़े हुए थे. मैं प्रभारी मंत्री, जबलपुर का था. माननीय सोबरन सिंह जी ने कहा था कि मेरे पाटन क्षेत्र में आप दौरा करें. अपने क्षेत्र में बहुत ही लोकप्रिय विधायक रहे हैं. उनका बीमारी के कारण कम उम्र में निधन हो गया है, वे आज हमारे बीच में नहीं हैं. जबलपुर जिले में कांग्रेस पार्टी की अपूरणीय क्षति हुई है. श्री जयेन्द्र सरस्वती जी के बारे में जैसे माननीय मलैया जी ने कहा और हम सब जानते हैं कि वे कितने बड़े विचारक, प्रेरणा के स्रोत थे. कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य के रूप में अनेक बार उन्होंने देश का दौरा किया तथा उनके विचारों ने देश को प्रभावित किया. भोपाल में वे 80 के दशक में आये थे उनका ओंकारेश्वर में कार्यक्रम भी हुआ था. उनके निधन से देश को, समाज को और शैक्षणिक जगत सबने एक विचारक को खो दिया है. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के नक्सली हमले में हमारे जवान ब्लास्ट के माध्यम से बेरहमी से शहीद हुए हैं. मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के रामकिशन सिंह तोमर, भिंड जिले के जितेन्द्र सिंह के परिवारजनों तथा पूरे समाज के प्रति मैं अपनी संवेदना तथा विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. एडवोकेट,श्री सत्यप्रकाश सखवार(अम्बाह) - माननीय अध्यक्ष महोदय, श्री सुरता सिंह मरावी,ठाकुर सोबरन सिंह बाबू जी,भूतपूर्व सदस्य विधान सभा,श्री जयेन्द्र सरस्वती,कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य तथा छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा जिले में नक्सली हमले में शहीद जवानों के प्रति जैसा आपके द्वारा इन सभी महानुभावों के निधन का उल्लेख किया जा चुका है. विशेष रूप से 13 मार्च,2018 को छत्तीसगढ़ जिले के सुकमा जिले शहीद हुए सी.आर.पी.एफ. के 9 जवान जो शहीद हुए उनमें मेरे मुरैना जिला जो मेरा विधान सभा क्षेत्र है, वहां के एक गांव के श्री रामकिशन सिंह तोमर तथा भिण्ड जिले के जितेन्द्र सिंह तोमर शहीद हो गये. इन सभी महान विभूतियों को मैं अपनी ओर से, अपने दल की ओर से,सभी विधायकों की ओर से,पूरे सदन की ओर से,पूरे मध्यप्रदेश की ओर से, इन सभी के चरणों में शोक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
अध्यक्ष महोदय - मैं सदन की ओर से शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. अब सदन दो मिनिट मौन खड़े रहकर दिवंगतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करेगा.
(सदन द्वारा दो मिनिट मौन खड़े रहकर दिवंगतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई.)
दिवंगतों के सम्मान में सदन की कार्यवाही 05 मिनट के लिए स्थगित.
(11 बजकर 12 मिनट पर सदन की कार्यवाही 05 मिनट के लिये स्थगित की गई.)
11.18 बजे विधान सभा पुनः समवेत हुई.
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}
प्रश्नकाल में मौखिक उल्लेख
इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा दिये गये स्थगन प्रस्ताव पर
चर्चा की मांग की जाना
अध्यक्ष महोदय - प्रश्न संख्या 1..
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) - माननीय अध्यक्ष महोदय, कांग्रेस विधायक दल की तरफ से मैंने एक स्थगन दिया है. मैं चाहता हूं कि सदन की जो परंपरा है, अविलंब महत्व के विषय पर सब कार्यवाही रोककर उस पर चर्चा करनी चाहिए. मेरा आपसे यह अनुरोध है.
संसदीय कार्यमंत्री (डॉ. नरोत्तम मिश्र)- माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं यह निवेदन कर रहा था कि यह प्रश्नकाल है. स्थगन आने का समय भी आप देख लें कि यह 9 बजे के पहले का है कि 9 बजे के बाद का है? दूसरा, इस तरह की कोई मान्य परंपरा नहीं है कि प्रश्नकाल को रोकें. मैं नेता प्रतिपक्ष जी से प्रार्थना भी करता हूं कि अगर मान लो उनको कोई विषय रखना है तो वह शून्यकाल में रख दें. प्रश्नकाल में बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न होते हैं.
अध्यक्ष महोदय - उन्होंने एक ही मिनट में बोला है, ऐसी कोई बात नहीं है. मैं इसको देख लेता हूं.
श्री अजय सिंह - नहीं, माननीय अध्यक्ष महोदय. देखने का सवाल नहीं उठता है. आप तो देखकर आए होंगे.
अध्यक्ष महोदय - प्रश्नकाल चलने दें.
डॉ. नरोत्तम मिश्र - माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरी घोर आपत्ति है.
श्री रामनिवास रावत - माननीय अध्यक्ष महोदय, कई अवसरों पर यह स्थितियां बनी हैं. प्रश्नकाल चलते हुए आश्वासन दिया गया है, उसे ग्राह्य किया गया है.
(व्यवधान)...
डॉ. नरोत्तम मिश्र - माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरी आपत्ति है. अगर आप इन्हें सुनेंगे तो हमें भी सुनना होगा. आप भले ही उन्हें अनुमति दें. हम अनुमति देने को रोक नहीं रहे हैं, लेकिन अगर उन्हें सुनेंगे तो हमको भी सुनना होगा.
श्री रामनिवास रावत - सुनाओ, कौन मना कर रहा है? आप स्थगन ग्राह्य करो.
(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील - आप आसंदी पर आ जाओ.
डॉ. नरोत्तम मिश्र - आपको कोई रोक नहीं रहा है. (व्यवधान)..अध्यक्ष जी, चाहे जो भी बात करें, मगर उनको सुनने के बाद हमको सुनें. सरकार का पक्ष भी आना चाहिए.
गृह मंत्री (श्री भूपेन्द्र सिंह) - माननीय नेता प्रतिपक्ष जी से आग्रह है.
(व्यवधान)..
डॉ. गोविन्द सिंह - माननीय अध्यक्ष महोदय, संसदीय कार्यमंत्री कह रहे हैं कि मुझे सुनें.
डॉ. नरोत्तम मिश्र - सरकार को सुनें, मैं सरकार के प्रतिनिधि के रूप में हूं, संसदीय कार्यमंत्री हूं.
श्री भूपेन्द्र सिंह - माननीय अध्यक्ष महोदय, गृह मंत्री के नाते मैं कह रहा हूं.
श्री आरिफ अकील - मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं कि आप अध्यक्ष बन जाओ.
श्री अजय सिंह - माननीय अध्यक्ष महोदय, गृह मंत्री के नाते जो कुछ करना था पहले कर लेते आप.
श्री आरिफ अकील- नरोत्तम जी, मैं आपको कह रहा हूं कि आप अध्यक्ष बन जाओ और अध्यक्ष जी गृह मंत्री बन जाएं, क्या ऐसा हो रहा है ?
श्री भूपेन्द्र सिंह- आरिफ भाई, आप बैठ जाएं. अध्यक्ष महोदय, माननीय नेता प्रतिपक्ष जी ने जो विषय सदन में रखा है वह गंभीर विषय है.
अध्यक्ष महोदय- अभी उन्होंने कोई विषय उठाया ही नहीं. उन्होंने कहा है कि मैंने एक विषय दिया है, उस पर कोई चर्चा नहीं की है.
श्री भूपेन्द्र सिंह- अध्यक्ष महोदय, माननीय नेता प्रतिपक्ष जी ने जिस विषय की तरफ इंगित किया है निश्चित रूप से घटना दु:खद है, परंतु मेरा आपसे आग्रह है कि इस पूरे प्रकरण की पुलिस जांच कर रही है और जब तक पुलिस जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक हम किसी भी प्रकार से किसी के ऊपर आरोप नहीं लगा सकते हैं, हम इसमें किसी के बारे में नहीं कह सकते हैं. जांच चल रही है और जो जांच रिपोर्ट आएगी उस जांच रिपोर्ट के बाद अगर आपको कोई बात कहनी होगी तो हम उसका जवाब देंगे.
श्री मुकेश नायक- अध्यक्ष महोदय, इसमें सारा स्पष्ट है, इसमें जांच के लिए रह क्या गया है ? एक महिला की मृत्यु हुई है, यह मृत्यु अपने आप में कोई साधारण विषय नहीं है.
अध्यक्ष महोदय- मैंने अभी किसी विषय को उठाने की कोई अनुमति नहीं दी है. ..(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह- अध्यक्ष महोदय, मैंने कोई विषय बताया ही नहीं है.
...(व्यवधान)...
श्री मुकेश नायक- अध्यक्ष महोदय, आपने कोई अनुमति नहीं दी और आपकी अनुमति के बिना ही गृह मंत्री जी ने जवाब दे दिया.
श्री रामनिवास रावत- अध्यक्ष महोदय, ऐसा कई अवसरों पर हुआ है, कई घटनाओं पर हुआ है कि प्रश्नकाल प्रारंभ होने पर ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- आप एक मिनट सुन लें. माननीय नेता प्रतिपक्ष जी ने स्थगन की ओर इंगित किया था और मैंने उस पर अभी कोई कमेंट नहीं की है. माननीय संसदीय कार्य मंत्री जी और गृह मंत्री जी दोनों को अनुमति दी है और उन्होंने अपनी-अपनी बात कह ली. अब प्रश्नकाल चलने दें.
श्री रामनिवास रावत- अध्यक्ष महोदय, प्रश्नकाल कैसे चलाएं ? या तो आप यह कह दें कि हम प्रश्नकाल के बाद स्थगन ग्राह्य करेंगे. ऐसे कई अवसरों पर हुआ है, कई घटनाओं के संबंध में हुआ है कि प्रश्नकाल के समय स्थगन प्रस्तुत किया है और प्रश्नकाल के समय ही यह बात आई है कि प्रश्नकाल स्थगित करके स्थगन स्वीकार किए गए हैं. ..(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- प्रश्नकाल होने दें उसके बाद शून्यकाल में आप अपनी बात कहें...(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, मैंने एक बार और कहा था कि इस विषय पर यहां पर हाउस के फ्लोर का अंतर्कलह के लिए उपयोग नहीं होना चाहिए. हेमन्त कटारे जी का यहां पर किसी सदस्य ने जिक्र नहीं किया है. उसकी कोई चर्चा इस हाउस में नहीं हुई. इस बात की इनको आपत्ति है कि हेमन्त कटारे जी की चर्चा क्यों नहीं हुई.
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- यह विषय गलत जगह जा रहा है. इसको कार्यवाही से निकाल दें.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- (प्रतिपक्ष की तरफ देखते हुए) अध्यक्ष महोदय, इस विषय को आप चलाना चाहते हैं. यह अपनी पार्टी की अंतर्कलह के लिए हाउस का उपयोग करना चाहते हैं.
..(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया प्रश्नकाल होने दें.
श्री आरिफ अकील- आप लोग हाउस का गलत उपयोग कर रहे हैं.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, 15 दिन हाउस चलते हो गए हेमन्त कटारे जी का विषय नहीं उठाया गया, इस बात की पीड़ा कांग्रेस को है.
अध्यक्ष महोदय- मेरा सभी सदस्यों से आग्रह है कि कृपया प्रश्नकाल चलने दें.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, कांग्रेस इसके लिए फ्लोर का उपयोग कर रही है.
श्री आरिफ अकील- अध्यक्ष महोदय, (XXX) और हम बोलें तो हमें आप कहते हैं...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय- आप सब लोग बैठ जाएं, नेता प्रतिपक्ष जी बोल रहे हैं. प्रश्नकाल चलने दें. माननीय सदस्यों के प्रश्न हैं.
श्री अजय सिंह- अध्यक्ष महोदय, इन्होंने एक बात कही, इसलिए उसके लिए मैं आपका संरक्षण चाहता हूं.
अध्यक्ष महोदय- ठीक है नेता जी, एक मिनट में अपनी बात कह लें, उसके बाद प्रश्नकाल प्रारंभ करेंगे.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष जी को सुनेंगे तो उसके बाद हमें क्यों नहीं सुनेंगे ?
श्री अजय सिंह- आपकी जो बात सुन ली है, उसी पर तो हम बात कर रहे हैं. आपने जो कहा है, उसी पर मैं कह रहा हूं.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- आप कुछ कहेंगे तो क्या हम उस पर जवाब नहीं देंगे ? अध्यक्ष महोदय, अगर आप उनको अनुमति देंगे तो हमको क्यों नहीं देंगे ? ...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- आप लोग हर चीज का प्रिजम्पशन क्यों कर रहे हैं ? उन्होंने तो अभी कोई बात बोली ही नहीं.
श्री रामनिवास रावत- नरोत्तम जी, आप स्थगन स्वीकार कर लें, उसके बाद आप खूब जवाब देना.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- रामनिवास जी, आप इतने सीनियर हैं. सरकार स्थगन ग्राह्य नहीं करती, आसंदी ग्राह्य करती है. सरकार आसंदी को निर्देश नहीं दे सकती.
श्री रामनिवास रावत- इसीलिए तो कह रहा हूं सरकार उठकर आसंदी से कह दे कि स्थगन ग्राह्य कर लें. कई बार ऐसे अवसर आए हैं कि सरकार ने उठकर आसंदी से स्थगन ग्राह्य करने का निवेदन किया है...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- रावत जी, आप बैठ जाएं. माननीय नेता प्रतिपक्ष जी, मेरा आप लोगों से यह अनुरोध है कि प्रश्नकाल हो जानें दें. शून्यकाल में आप जो कुछ कहेंगे उसको सुनेंगे और कोशिश करेंगे कि आपका समाधान हो.
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, आप ग्राह्य करने के लिये आश्वस्त कर दें.
अध्यक्ष महोदय -- मैंने आश्वस्त के लिये कहा ही नहीं है.
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, आप ग्राह्य करने के लिये हमें आश्वस्त कर दें. कितना बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है.
..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- अध्यक्ष महोदय, (XXX)
श्री अजय सिंह --- अध्यक्ष महोदय, मामला गंभीर है. मैंने मामला कुछ नहीं कहा..
अध्यक्ष महोदय -- हां, कहा ही नहीं आपने.
श्री अजय सिंह --- अध्यक्ष महोदय, मैंने कोई मामले का जिक्र ही नहीं किया. तो एक मंत्री जी सफाई देने लगे कोर्ट के बारे में, दूसरे मंत्री महोदय किसी दूसरी दिशा में ले जाते हैं. हेमन्त कटारे जी का मामला कि कांग्रेस में एक वह है, उसका विषय नहीं आया, इसलिये हम चर्चा कर रहे हैं. अध्यक्ष महोदय, लज्जा की बात है. क्या हमने कभी कहा कि हेमन्त कटारे जी के ऊपर जो नियम, कानून, कायदे कोर्ट ने लगाए, क्या उसके पक्षधर हम हैं. जो सरकार नियम, कानून से चलती है, उसके हम पक्षधर हैं. हेमन्त कटारे जी साफ हैं, गलत हैं, नहीं है, यह कोर्ट फैसला करेगा.
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- (बैठे बैठे) हम भी तो यही कह रहे हैं.
श्री अजय सिंह -- यही तो हम नहीं कह रहे हैं. (XXX) यह हम कह रहे हैं और इसलिये यह स्थगन है.
अध्यक्ष महोदय -- इस विषय पर अभी कोई चर्चा नहीं हो रही है. यह कार्यवाही से निकाल दें. इस पर अभी कोई चर्चा नहीं हो रही है. प्रश्नकाल होने दें. प्रश्न संख्या-1.
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, इतना महत्वपूर्ण विषय है, कई अवसर ऐसे आये हैं कि प्रश्नकाल स्थगित करके स्थगन पर चर्चा कराई गई है और सरकार ने ग्राह्य करने का निवेदन करके तुरन्त ग्राह्य किया गया है.
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- इस पर शून्यकाल में बात कर लेंगे.
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, इसको ग्राह्य करने का आश्वासन दे दें.
..(व्यवधान)..
श्री मुकेश नायक -- अध्यक्ष महोदय, पूरे प्रदेश में एक संदेश जा रहा है कि कानून व्यवस्था विशेष लोगों का विशेषाधिकार है.
..(व्यवधान)..
राज्यमंत्री, सहकारिता (श्री विश्वास सारंग) -- अध्यक्ष महोदय, क्या यहां पर एफआईआर दर्ज होगी नहीं होगी, इसकी चर्चा होगी क्या. इतना लोकहित का प्रश्नकाल है, पहले उस पर चर्चा होनी चाहिये.
..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, ये इनकी कांग्रेस की गुटबाजी के लिये हाउस का प्रयोग नहीं होना चाहिये. इसके पहले भी आपने देखा होगा, जब उधम हुआ है, आपको कार्यवाही स्थगित करना पड़ी. ये इनकी आंतरिक कलह के कारण से उस विषय पर चर्चा उठाना चाहते हैं, इसलिये इस विषय को डायवर्ट कर रहे हैं.
श्री भूपेन्द्र सिंह -- अध्यक्ष महोदय, बिना जांच के किसी के विरुद्ध अपराध कैसे कायम कर दें. बिना जांच के कैसे अपराध कायम कर दें.
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, इस प्रकरण में जांच की आवश्यकता कहां रह गई. सुप्रीम कोर्ट का क्या निर्देश है..
अध्यक्ष महोदय -- अब ये बहस ही करने लगे आप तो. ..(व्यवधान).. मैं कह रहा हूं कि इस पर अभी कोई बहस नहीं होगी. ..(व्यवधान).. सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिये स्थगित.
(11.28 बजे से 10 मिनट तक सदन की कार्यवाही स्थगित)
11.38 बजे विधान सभा पुन: समवेत हुई
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए}
अध्यक्ष महोदय -- प्रश्न क्रमांक 1 श्री महेश राय. ..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- अध्यक्ष जी.. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- आप प्रश्नकाल चलने देना चाहते हैं कि नहीं ? ..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- हमारा आवेदन स्वीकार कर लीजिए. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- माननीय अध्यक्ष जी, क्या यह आपत्तिजनक नहीं है ? ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, क्या घोर आपत्तिजनक नहीं है ? ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, मेरी आपत्ति है...(व्यवधान).. आपने आश्वासन दे दिया है, आपने कह दिया कि शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष अपनी बात रखें. आपने कहा कि उसके बाद विचार करेंगे और ..(व्यवधान).. अध्यक्ष जी, 15 मिनट का इंतजार करना चाहिए. ये हठधर्म, ये अपनी गुटबाजी के लिए फ्लोर का उपयोग कर रहे हैं.
श्री रामनिवास रावत -- हां, हां, हठधर्मिता है. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष जी, मेरी बार-बार आपत्ति है. ..(व्यवधान)..
श्री रामनिवास रावत -- आप अपराधियों को बचा रहे हों. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- कांग्रेस की गुटबाजी के लिए फ्लोर का उपयोग करते हैं. ..(व्यवधान)..
डॉ. गोविन्द सिंह -- आप अपराधियों को बचाओ. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अपनी गुटबाजी के लिए फ्लोर का उपयोग होता है. ..(व्यवधान).. माननीय अध्यक्ष महोदय, मामले में मर्ग कायम हुआ है. ..(व्यवधान)..
श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय, इतनी सीरियस घटना पर यदि आप स्थगन ग्राह्य नहीं करेंगे तो कब करेंगे ? ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, मर्ग कायम हुआ है. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- प्रश्नकाल तो हो जाने दें. ..(व्यवधान)..
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- अध्यक्ष महोदय, जो भी बात कहना है, बाद में कहें. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- प्रश्नकाल तो हो जाने दें. ..(व्यवधान)..कोई भी विषय प्रश्नकाल में नहीं उठाना चाहिए. ..(व्यवधान)..
श्री विश्वास सारंग -- अध्यक्ष महोदय, नई परंपरा शुरू हो रही है.. ..(व्यवधान)..बड़ी मुश्किल से विधायकों के प्रश्न लगते हैं. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- मैंने भी अनुरोध किया था. वे विधायक परेशान हैं, उनके क्षेत्र के विकास के काम रुक रहे हैं. ..(व्यवधान)..
श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय, ऐसी घटनाओं पर कई बार प्रश्नकाल में स्थगन के बारे में चर्चा हुई है. ..(व्यवधान)..सरकार स्वीकार कर ले, आप आश्वासन दे दें. ..(व्यवधान)..
श्री विश्वास सारंग -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आपने व्यवस्था दी है, शून्यकाल में अपनी बात उठाएं. उसके बाद निर्णय होगा. ..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- स्थगन ले लो साहब. ले लो साहब.
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, इस तरह से आश्वासन नहीं ले सकते आप. ..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- ले लो साहब. ..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- आरिफ भाई, आज क्या हो गया. ..(व्यवधान)..
श्री आरिफ अकील -- अनुरोध कर रहे हैं साहब. ..(व्यवधान)..
...(व्यवधान)....
श्री रामनिवास रावत -- कृपा करके आप ही ग्राह्य कर लो और आप ही की इच्छा है ग्राह्य करने की.
श्री आरिफ अकील -- माननीय अध्यक्ष महोदय, अनुरोध कर रहे हैं. स्वीकार कर लीजिए.
श्री विश्वास सारंग -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप एक बार व्यवस्था दे चुके हैं. प्रश्नकाल चलने दिया जाए...(व्यवधान)...
श्री उमाशंकर गुप्ता -- मेरा माननीय सदस्यों से प्रश्न है आप प्रश्नकाल तो होने दें....(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत -- आप ग्राह्य कर लें.
अध्यक्ष महोदय -- मेरा दोनों पक्षों के सभी माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि कृपा करके प्रश्नकाल हो जाने दें. इसके बाद कुछ बात करना हो, तो करेंगे.
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- दबाव में कोई स्थगन या .....ग्राह्य किया जाएगा क्या ? दबाव में क्या होगा. आंसदी को आप निर्देश दे रहे हैं, वहां से खडे़ होकर....(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत -- निर्देश कौन दे रहा है भाई साहब....(व्यवधान)...
श्री आरिफ अकील -- दबाव तो आपका है. हम लोग तो प्रार्थना वाले हैं अनुरोध वाले हैं...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, निर्देश नहीं दे रहे हैं. जिस पर अनुरोध करना है उस चीज पर अनुरोध करते हैं....(व्यवधान)....
श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय, निवेदन कर रहे हैं....(व्यवधान)..
श्री उमाशंकर गुप्ता -- माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरा तो नेता प्रतिपक्ष जी से आग्रह है कि प्रश्नकाल से पहले...(व्यवधान)...
श्री गोपाल भार्गव -- एआईसीसी की मीटिंग में इनके नेताओं ने कितना भाषण दिया कि गुटबाजी खत्म कर लो तो भी गुटबाजी खत्म नहीं हो रही...(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय, मध्यप्रदेश की महिलाओं को...(व्यवधान)...
श्री विश्वास सारंग -- माननीय अध्यक्ष महोदय, माननीय डॉ.नरोत्तम मिश्र जी ने जो कहा है वह बिल्कुल ठीक है. इस फ्लोर का उपयोग अपनी गुटबाजी के लिए हो रहा है, यह निंदनीय है...(व्यवधान)...
श्री अजय सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह महिला उत्पीड़न कोई भी करेगा तो वह रहने लायक नहीं है और ये गुटबाजी की बात कर रहे हैं अरे छोड़ो....(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- अरे महिला उत्पीड़न किया, उसको आपने क्यों नहीं उठाया? जिसने महिला का उत्पीड़न किया, उस मामले को उठाते तो मानते. क्यों नहीं उठाया इन्होंने...(व्यवधान)...
श्री अजय सिंह -- अरे छोड़ो बातों को....(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- उस मामले को उठाते तो मर्द मानते मर्द. उसको क्यों नहीं उठाया इन्होंने ?..(व्यवधान)...
श्री अजय सिंह -- यह कोई तरीका है माननीय अध्यक्ष महोदय? ...(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- माननीय अध्यक्ष महोदय, अपनी बात उठाते. महिला उत्पीड़न की बात करेंगे. ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- कृपा करके सभी सदस्य महोदय अपनी जगह पर बैठ जाए.
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- माननीय अध्यक्ष महोदय, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- मेरा दोनों पक्षों के सदस्यों से अनुरोध है कि वे बैठ जाएं. प्रश्नकाल चलने दें. प्रश्नकाल में कोई बात नहीं होती....(व्यवधान)...मैं प्रश्नकाल के बाद में प्रतिपक्ष के नेता को आश्वासन दूंगा.
श्री मुकेश नायक -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप सदन को यह आश्वासन दे दें कि प्रश्नकाल के बाद इस स्थगन प्रस्ताव को आप सुन लेंगे ?..(व्यवधान)...
श्री विश्वास सारंग -- यह अधिकार है और इन अधिकारों का ये हनन कर रहे हैं…(व्यवधान)...
कुंवर विक्रम सिंह -- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह गंभीर विषय है...(व्यवधान)..
श्री विश्वास सारंग -- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह विधायकों के अधिकारों का हनन हो रहा है....(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- प्रश्नकाल नहीं चलाएं क्या ? …(व्यवधान)...
श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप आश्वासन दे दें कि प्रश्नकाल के बाद यह चर्चा ले लेंगे...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- बैठ जाएं.
श्री उमाशंकर गुप्ता -- प्रश्नकाल तो चलने दीजिए.
श्री आरिफ अकील -- बुलडोज़र चलाओ, मकान तोड़ो, महिला उत्पीड़न रोको और अब कहां गया..(व्यवधान)...
श्री विश्वास सारंग -- प्रश्नकाल के बाद उठाएं मामला...(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- कटारे का मामला फिर क्यों नहीं उठाया था ? क्यों नहीं मामला उठाया था आपने ?
श्री आरिफ अकील -- तो उठाओ ना.
डॉ. नरोत्तम मिश्र -- क्या वह महिला उत्पीड़न नहीं था ? क्या वह महिला उत्पीड़न नहीं दिखा आपको ? उसके लिए खामोश थे. दिल्ली से यही सीखकर आए थे? क्या यही ट्रेनिंग लेकर आए थे ?...(व्यवधान)...
श्री आरिफ अकील -- चलाओ बुलडोजर.
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- माननीय अध्यक्ष महोदय, हॉं कह रहे हैं कि यही सीखकर आए हैं. देखों हॉं कह रहे हैं आरिफ भाई....(व्यवधान)...
श्री आरिफ अकील -- अरे छोड़ो….(व्यवधान)...
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- यह क्या है माननीय अध्यक्ष जी. कितने महत्वपूर्ण प्रश्न हैं. इसमें किसी व्यक्ति का नाम नहीं है. जो मर्ग कायम हुआ है, जो जांच के अंदर है, उसके लिए सदन को रोक रहे हैं. यह मर्ग है माननीय अध्यक्ष महोदय, मर्ग. ...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- नहीं, अभी तो कोई विषय नहीं आया है.
डॉ.नरोत्तम मिश्र -- मर्ग कायम हुआ है वह विषय जांच में है. यह घोर आपत्तिजनक है...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- अभी कोई विषय नहीं आया है. सारी बात अनुमान से की जा रही है. वह विषय आया ही नहीं है अभी. ....(व्यवधान)...
श्री मुकेश नायक -- अध्यक्ष महोदय, यह ऐसा मामला है कि मध्यप्रदेश में यह संदेश जाएगा कि कानून...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- प्रतिपक्ष के माननीय नेता जी ने सिर्फ इशारा किया, उस पर अभी कोई विषय चर्चा का है ही नहीं....(व्यवधान)...
श्री विश्वास सारंग -- माननीय अध्यक्ष महोदय, किसी को अधिकार नहीं है...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय -- सदन की कार्यवाही 12.00 बजे तक के लिए स्थगित.
(11.44 बजे से 12.00 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई)
12.01 बजे विधान सभा पुनः समवेत हुई.
{ अध्यक्ष महोदय (डॉ.सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}
श्री मुकेश नायक-- माननीय अध्यक्ष महोदय, विनती है कि एक अविलंबनीय लोक महत्व का मामला आया है जिसके चलते प्रतिपक्ष का स्थगन प्रस्ताव रखना बहुत स्वाभाविक है. मध्यप्रदेश में यह संदेश जा रहा है कि कानून व्यवस्था विशेष लोगों का विशेष अधिकार है...(व्यवधान)....विशिष्ट व्यक्ति है जो कानून के साथ खिलवाड़ कर सकता है.
अध्यक्ष महोदय-- यह शून्यकाल की सूचनायें पढ़ लेने दें पहले..
श्री के.के.श्रीवास्तव-- हेमन्त कटारे के समय याद नहीं आई? तब आत्मा मर गई थी. आज सदन का समय बर्बाद करने के लिए आ गये..(व्यवधान).. जनता से जुड़े मुद्दे बड़ी मुश्किल से सदन में आ पाते और यह सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं...(व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- शून्यकाल की सूचनायें तो पढ़ लेने दें पहले.
श्री मुकेश नायक-- माननीय अध्यक्ष महोदय, हम लोग यह चाहते हैं कि आप कम से कम आश्वासन दे दें कि शून्यकाल के बाद स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करा लेंगे.
श्री जयवर्द्धन सिंह-- माननीय अध्यक्ष महोदय, हम इतनी ही माँग कर रहे हैं कि चर्चा हो और स्थगन स्वीकार किया जाना चाहिए.
अध्यक्ष महोदय-- आप लोग शांत हो जायें तब ही तो बातचीत होगी.
श्री रामनिवास रावत-- आप स्थगन ग्राह्य करने का कह दीजिये हम शांत हो जाते हैं...(व्यवधान)...
श्री जयवर्द्धन सिंह-- माननीय अध्यक्ष महोदय, सदन को जान बूझकर गुमराह किया जा रहा है.
श्री घनश्याम पिरौनियां-- अध्यक्ष महोदय,..(व्यवधान)..उल्टी-सीधी खबर ले आते हैं, जनता के हित के मुद्दे नहीं आने दे रहे, पूरा का पूरा प्रश्नकाल खराब कर दिया.
अध्यक्ष महोदय-- शून्यकाल की सूचनायें तो आने दें, कृपया आप लोग सभी बैठ जाएं. ...(व्यवधान)... क्या चाहते हैं आप?
राज्यमंत्री,सामान्य प्रशासन विभाग(श्री लाल सिंह आर्य)-- अध्यक्ष महोदय, एक तरफ विपक्ष मांग करता है कि प्रश्नकाल चलना चाहिए और दूसरी ओर यह प्रश्नकाल नहीं चलने दे रहे हैं.कांग्रेस के खाने के दाँत कुछ और हैं और दिखाने के कुछ और हैं...(व्यवधान).. अध्यक्ष महोदय, अभी मध्यप्रदेश की सरकार को कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है इसकी प्रशंसा पूरे मध्यप्रदेश में हो रही है तो यह कांग्रेस को पच नहीं रहा है.
श्री रामनिवास रावत-- (XXX)..(व्यवधान)..
श्री सचिन सुभाष यादव--- अध्यक्ष महोदय, इस मामले में कार्यवाही की जाना चाहिए...(व्यवधान)... हम न्याय की माँग कर रहे हैं, सदन में चर्चा कराना चाहते हैं. इस स्थगन को तत्काल ग्राह्य किया जाये.
अध्यक्ष महोदय-- आप कहाँ कुछ बोलने दे रहे हैं...(व्यवधान)..आप सदन चलने कहाँ दे रहे हैं. ना तो प्रश्नकाल चलने दिया अब शून्यकाल भी नहीं चलने दे रहे हैं. ...(व्यवधान)…मैंने कहा था शून्यकाल में अवसर दूँगा.
श्री मुकेश नायक-- माननीय अध्यक्ष महोदय, महिलाओं की आत्महत्या, महिलाओं के अपहरण इस प्रदेश की नियति बन गई है..(व्यवधान)...
12.04 बजे नियम 267-क के अधीन विषय
अध्यक्ष महोदय-- निम्नलिखित माननीय सदस्यों की शून्यकाल की सूचनाएं सदन में पढ़ी हुई मानी जाएंगी.
1. श्री विजय सिंह सोलंकी
2. श्री मधु भगत
3. श्री इन्दर सिंह परमार
4. श्री गोवर्धन उपाध्याय
5. श्री घनश्याम पिरौनियां
6. श्री रजनीश हरवंश सिंह
7. श्रीमती चन्दा सुरेन्द्र सिंह गौर
8. श्री कुँवर सिंह टेकाम
9. श्री रामपाल सिंह
10. श्री मुकेश नायक
..(व्यवधान)..
12.05 बजे
पत्रों का पटल पर रखा जाना
मध्यप्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2017-2018.
संसदीय कार्य मंत्री (डॉ.नरोत्तम मिश्रा)-- माननीय अध्यक्ष महोदय,मैं, बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनयम, 2005 के अधीन निर्मित मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग नियम, 2007 के नियम 20 के उप नियम (3) की अपेक्षानुसार मध्यप्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2017-2018 पटल पर रखता हूँ..(व्यवधान)..
12.06 बजे
गर्भगृह में प्रवेश
इंडियन नेश्नल काँग्रेस के सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में प्रवेश
(इंडियन नेश्नल काँग्रेस के सर्वश्री रामनिवास रावत, सुन्दरलाल तिवारी, यादवेन्द्र सिंह, जितू पटवारी, शैलेन्द्र पटेल, कमलेश्वर पटेल सहित अनेक सदस्यों द्वारा उनके द्वारा दिए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग करते हुए गर्भ गृह में प्रवेश किया गया)
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- मैंने आप से बार बार अनुरोध किया था कि प्रश्नकाल चलने दें...(व्यवधान)..आप प्रश्नकाल से ही यह विषय उठा रहे हैं. मैंने प्रश्नकाल में भी आप से कहा था कि मैं उसको देख लूँगा, आज ही तो दिया है..(व्यवधान)..
श्री लाखन सिंह यादव-- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप उस पर चर्चा करा लें...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- अब आप हाउस में ही सब निर्णय चाहते हैं.
कुँवर विक्रम सिंह-- माननीय अध्यक्ष महोदय, विषय की गंभीरता को देखते हुए, इस विषय को लिया जाए, स्थगन में लिया जाए...(व्यवधान)..और नेता प्रतिपक्ष जी ने सर्वप्रथम स्थगन दिया है. उस स्थगन प्रस्ताव को ग्राह्य कर उस पर चर्चा कराई जाए...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय-- कृपया अपनी सीट पर चले जाएँ, मेरी बात सुन लें. अपनी सीट पर जाकर मेरी बात सुन लें..(व्यवधान)..यहीं सुन लीजिए...(व्यवधान)..सामान्यतः बजट सत्र में स्थगन नहीं लिया जाता...(व्यवधान)..किन्तु गंभीर विषयों पर प्रक्रिया के तहत विचार किया जाता है. आप बिना प्रक्रिया के कर रहे हैं. अतः आप से अनुरोध है कि आप कृपा करके सदन चलने दें...(व्यवधान)...गंभीर है पर प्रक्रिया के तहत लिया जाएगा...(व्यवधान)..
12.08 बजे
ध्यान आकर्षण
अध्यक्ष महोदय-- ध्यानाकर्षण की सूचनाएँ. (गर्भगृह में आए माननीय सदस्यों से) आपका ध्यानाकर्षण है ..(व्यवधान)..ऐसी जबर्दस्ती नहीं चलेगी...(व्यवधान)..इस तरह से किसी बात को नहीं लाना चाहिए...(व्यवधान)..जाँच का मंत्री जी ने आश्वासन दिया है...(व्यवधान)..रामनिवास रावत कृपया अपने ध्यानाकर्षण की सूचना पढ़ें...(व्यवधान)..
श्री सत्यपाल सिंह सिकरवार-- अध्यक्ष महोदय, हेमन्त कटारे के मामले में क्या आपने यह बात कही...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- श्री आरिफ अकील कृपया अपने ध्यानाकर्षण की सूचना पढ़ें...(व्यवधान)..श्री शैलेन्द्र पटेल, आप अपनी सूचना पढ़ रहे हैं कि नहीं, नहीं तो मैं आगे बढ़ जाऊँगा...(व्यवधान)..आज की ध्यानाकर्षण की सूचनाएँ प्रतिपक्ष के सदस्यों की ली हैं...(व्यवधान)..
1. भोपाल एवं बैतूल सहित प्रदेश के अन्य जिलों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होना
(सर्वश्री रामनिवास रावत, आरिफ अकील एवं श्री शैलेन्द्र पटेल द्वारा कार्य सूची में दर्ज अपनी ध्यानाकर्षण की सूचना क्रमांक-1 नहीं पढ़ी गई)..(व्यवधान)..
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह)-- माननीय अध्यक्ष महोदय, मुख्यमंत्री भोपाल में रहते हुए, विधान सभा के परिसर में रहते हुए, महिलाओं के सम्मान की बात करने वाला एक्शन, एक्शन, एक्शन और उसके बाद भी सदन में नहीं आ रहे इससे साफ साबित होता है कि (XXX)...(व्यवधान)...
श्री विश्वास सारंग-- माननीय अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष जी भी अपनी गरिमा रखें. अध्यक्ष महोदय, काँग्रेस लोकतांत्रिक परंपराओं को तार तार कर रही है..(व्यवधान).. ये लोकतांत्रिक परंपराओं को काँग्रेस पार्टी तार तार कर रही है...(व्यवधान)..और अपनी गुटबाजी को यहाँ फ्लोर पर लाकर अपनी राजनैतिक रोटी सेक रही है...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- ध्यानाकर्षण सूचना क्रमांक 2 कुँवर सौरभ सिंह,..(व्यवधान).. (गर्भ गृह में आए माननीय सदस्यों द्वारा नारे बाजी किए जाने पर) ये नारे रिकार्ड में नहीं आएँगे. प्रोफेसर संजीव छोटेलाल उइके,..(व्यवधान)..कृपया अपनी ध्यानाकर्षण की सूचना पढ़ें...(व्यवधान)..
2. प्रदेश के विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन हेतु जारी की गई निविदा नियम विरुद्ध होना.
(कुँवर सौरभ सिंह एवं प्रोफेसर संजीव छोटेलाल उइके द्वारा कार्य सूची में दर्ज अपनी ध्यानाकर्षण सूचना क्रमांक-2 नहीं पढ़ी गई) ..(व्यवधान)..
12.09 बजे
याचिकाओं की प्रस्तुति
अध्यक्ष महोदय-- आज की कार्यसूची में सम्मिलित सभी याचिकाएँ प्रस्तुत की हुई मानी जाएँगी...(व्यवधान)..
श्री अजय सिंह-- यह साफ साबित हो गया है कि (XXX)...(व्यवधान)..
श्री लाल सिंह आर्य-- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह आपत्तिजनक है. मुख्यमंत्री जी के लिए बार बार (XXX) शब्द का उपयोग हो रहा है, कृपया इसे निकलवा दीजिए...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- (संकेत से) इसे कार्यवाही से निकाल दें.
..(व्यवधान)..
(इण्डियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण गर्भगृह में अपनी-अपनी बात कहते रहे)
12.10 बजे शासकीय विधि विषयक कार्य
(1)मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 (क्रमांक 1 सन् 2018) का पुर:स्थापन
वाणिज्यिक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)-- अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 के पुर:स्थापन की अनुमति चाहता हूँ.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 के पुर:स्थापन की अनुमति दी जाए.
अनुमति प्रदान की गई.
वाणिज्यिक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)-- अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर विधेयक, 2018 का पुर:स्थापन करता हूँ.
(...व्यवधान)
(2) मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 (क्रमांक 2 सन् 2018) का पुर:स्थापन
वाणिज्यिक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 के पुर:स्थापन की अनुमति चाहता हूँ.
अध्यक्ष महोदय--प्रश्न यह है कि, मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 के पुर:स्थापन की अनुमति दी जाए.
अनुमति प्रदान की गई.
वाणिज्यिक कर मंत्री (श्री जयंत मलैया)--अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर विधेयक, 2018 का पुर:स्थापन करता हूँ.
(...व्यवधान)
नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह)--माननीय अध्यक्ष महोदय, विपक्ष के बिना भाग लिए आप जो सदन की कार्यवाही कर रहे हैं यह बिलकुल उचित नहीं है.आपसे अनुरोध है कि विपक्ष कि विपक्ष की बातों की कद्र करिए और सदन की कार्यवाही हमारी बात लेकर चलाएं. माननीय अध्यक्ष महोदय, प्रजातंत्र की रक्षा कीजिए... (व्यवधान)
(इण्डियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण गर्भगृह में अपनी-अपनी बात कहते रहे)
(...व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय--माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि कार्यवाही में सहयोग प्रदान करें. अब अनुदान की मांगें प्रारंभ होने वाली हैं. कृपा करके अनुदान की मांगों को होने दें. उसमें आपकी बहुत सी बातें आएंगी. उसमें माननीय सदस्यों की समस्याएं आती हैं. कृपा करके अनुदान की मांगें होने दें. कार्यवाही आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान करें..(व्यवधान)
श्री अजय सिंह--माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरे पास गिरजेश का एफीडेविट है जिसमें उसने कबूला है कि मैंने आर्य समाज मंदिर में शादी की है, उसके बाद उसकी हत्या हुई है, सुसाइड हुआ लेकिन कुछ भी कार्यवाही नहीं हो रही है...(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय--विधान सभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित.
(अपराह्न 12.12 बजे सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित की गई)
12.43 बजे विधान सभा पुन: समवेत हुई
{अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए}
श्री अनिल फिरोजिया-- माननीय अध्यक्ष महोदय, कांग्रेस ने प्रश्नकाल खा लिया. यह प्रश्नकाल नहीं होने देते हैं. (व्यवधान)....
श्री जयवर्द्धन सिंह-- स्थगन स्वीकार किया जाए. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- (श्री आरिफ अकील सदस्य द्वारा कागज दिखाए जाने पर) आरिफ भाई विषय आगे बढ़ गया है. (व्यवधान)....
श्री अनिल फिरोजिया-- माननीय अध्यक्ष महोदय, जनहित की समस्या हो तो उठाने नहीं देते और यह नई-नई चीज उठाते हैं. (व्यवधान)....
श्री मुकेश नायक-- (XXX)
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- माननीय अध्यक्ष महोदय, इसे विलोपित करवा दें. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- इसे कार्यवाही से निकाल दीजिए. आप ऐसे आरोप नहीं लगा सकते हैं. (व्यवधान)....
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह किस आधार पर कह रहे हैं. इसे विलोपित तो करवाएं. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- यह कार्यवाही से निकाल दिया है. यहां अखबारों के समाचार नहीं लिये जाते. (व्यवधान)....
डॉ. नरोत्तम मिश्र-- माननीय अध्यक्ष महोदय, बिना तथ्यों के आधार पर किसी मंत्री का नाम लिया जा रहा है. (व्यवधान)....
श्री रामनिवास रावत-- यह है आधार. (व्यवधान)....
श्री अनिल फिरोजिया-- माननीय अध्यक्ष महोदय, यह घोर आपत्तिजनक है. यह सदन में कुछ भी बोलेंगे. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- यहां अखबारों के आधार पर कोई बात नहीं की जाएगी. (व्यवधान)....
श्री रामनिवास रावत-- (कागज दिखाते हुए) यह है आधार. (व्यवधान)....
श्री आरिफ अकील-- यह आधार है पटल पर रखने दें. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- नहीं पटल पर नहीं रखने देंगे. उनकी कोई प्रामाणिकता नहीं है. (व्यवधान)....
श्री आरिफ अकील--(कागज दिखाते हुए) यह आधार है. (व्यवधान)....
अध्यक्ष महोदय-- प्रतिपक्ष के नेता जी बोल रहे हैं मैंने उन्हें अनुमति दी है. उन्हें दो शब्द बोल लेने दीजिए. (व्यवधान)....
श्री आरिफ अकील-- आप कहें तो पटल पर रख दें. (व्यवधान)....
श्री अनिल फिरोजिया- माननीय अध्यक्ष महोदय, इन्होंने प्रश्नकाल पूरा समाप्त कर दिया. जनहित की समस्यायें हमें सदन में उठाने नहीं दी जा रही हैं.
(...व्यवधान...)
अध्यक्ष महोदय- सभी सदस्यों से मेरा अनुरोध है कि कृपया प्रतिपक्ष के नेताजी को बोलने दें. मैंने उन्हें अनुमति दी है.
(...व्यवधान...)
श्री के.के. श्रीवास्तव- माननीय अध्यक्ष महोदय, ये लोग सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं.
श्री अजय सिंह- माननीय अध्यक्ष महोदय, (XXX)
(...व्यवधान...)
अध्यक्ष महोदय- इसे निकाल दें.
श्री अनिल फिरोजिया- ये आप कैसे कह सकते हैं ? आप लोग पीछे के रास्ते से आ रहे हैं. कटारे का विषय भूल गए क्या ? कटारे का विषय सदन में लाना है तो सामने के रास्ते से लाओ, पीछे के रास्ते से क्यों आ रहे हो. सामने से आओ और स्थगन में कटारे का विषय लाओ.
(...व्यवधान...)
श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह- माननीय अध्यक्ष महोदय, ये इस तरह की चर्चा करते हैं कि जिससे सदन न चले.
श्री शंकर लाल तिवारी- माननीय अध्यक्ष महोदय, इनके भी कई ऐसे मुद्दे हैं. (XXX) अध्यक्ष महोदय- (संकेत से) यह शब्द निकाल दें.
(...व्यवधान...)
श्री विश्वास सारंग- माननीय अध्यक्ष महोदय, ये सदन में कटारे का विषय क्यों नहीं लाते हैं ?
श्री के.के. श्रीवास्तव- माननीय अध्यक्ष महोदय, (XXX)
अध्यक्ष महोदय- इसे कार्यवाही से निकाल दें.
(...व्यवधान...)
श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह- माननीय अध्यक्ष महोदय, कटारे का विषय इतने समय से है, उस पर चर्चा क्यों नहीं होती है.
श्री आरिफ अकील- (सदन में कागज दिखाते हुए.) माननीय अध्यक्ष महोदय, ये प्रमाण है. मामा, आज आप चार्ज में नहीं हैं.
(...व्यवधान...)
श्री अजय सिंह- माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं स्थगन में क्या बोल रहा हूं, यह जानना आवश्यक है. गृह मंत्री जी ने अभी सदन में एफ.आई.आर. के मामले में कहा कि अभी जांच हो रही है. मैं कहना चाहता हूं कि भोपाल राजधानी में कुछ दिन पूर्व एक मामला हुआ था जिसमें दानिश नाम का व्यक्ति शामिल था. मैं पूछना चाहता हूं कि पीडि़ता के परिवारजनों के कहने पर एफ.आई.आर. दर्ज हुई थी कि नहीं हुई थी ? माननीय अध्यक्ष महोदय, यह मुद्दा गंभीर है. हमने स्थगन प्रस्ताव दिया है और आपसे अनुरोध है कि इसे ग्राह्य कर इस पर चर्चा करवाई जाये.
(...व्यवधान...)
श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह- माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं पूछना चाहता हूं कि इन्होंने प्रश्नकाल क्यों नहीं चलने दिया ? ये प्रश्नकाल चलने नहीं देते. ये नहीं चाहते कि सदन चले.
(...व्यवधान...)
डॉ. नरोत्तम मिश्र- माननीय अध्यक्ष महोदय, उसमें मर्ग कायम है. दो अलग-अलग विषय हैं और नेता प्रतिपक्ष जी उसको मिला कर कह रहे हैं. अकारण बातों को ट्विस्ट कर रहे हैं.
अध्यक्ष महोदय- ऐसा कोई विषय सदन में नहीं लिया जायेगा, जिसकी अनुमति नहीं दी है.
(...व्यवधान...)
डॉ. नरोत्तम मिश्र- माननीय अध्यक्ष महोदय, परंतु आप बार-बार उन्हें बोलने के लिए अनुमति तो दे देते हैं.
अध्यक्ष महोदय- मैंने अनुमति दी थी लेकिन इस विषय पर बोलने के लिए नहीं दी थी.
डॉ. नरोत्तम मिश्र- माननीय अध्यक्ष महोदय, आपकी अनुमति के बाद वे बोलते तो उसी विषय पर हैं. आप देख लें. ये किसी दूसरे विषय पर बोल ही नहीं सकते हैं. ये सब गुटबाजी के कारण हो रहा है.
(...व्यवधान...)
अध्यक्ष महोदय- मेरा दोनों पक्षों के माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया कार्यवाही चलाने में सहयोग दें.
श्री अजय सिंह- माननीय अध्यक्ष महोदय, (XXX) घोर आपत्ति है. कानून दो तरह के नहीं हो सकते हैं. माननीय अध्यक्ष महोदय, कानून हर आदमी के लिए एक समान है. चाहे हो गरीब हो या अमीर हो.
अध्यक्ष महोदय- (संकेत से) इसे कार्यवाही से निकाल दें.
(...व्यवधान...)
12.48 बजे गर्भगृह में प्रवेश
इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में प्रवेश
(इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण ने उनके द्वारा दिए गए स्थगन पर चर्चा की मांग करते हुए गर्भगृह में प्रवेश किया एवं नारेबाजी की जाती रही.)
अध्यक्ष महोदय- कृपया सभी अपने स्थान पर जायें और अनुदान की मांगों पर चर्चा होने दें. जिस विषय की अनुमति नहीं है, उस विषय पर आप चर्चा कराना चाहते हैं.
(...व्यवधान...)
श्री मुकेश नायक- माननीय अध्यक्ष महोदय, (XXX)
अध्यक्ष महोदय- इसे कार्यवाही से निकाल दें.
(...व्यवधान...)
.........................................................................................................
(XXX) : निर्देशानुसार विलोपित.
12.49 बजे
वर्ष 2018-2019 की अनुदानों की मांगों पर मतदान (क्रमश:).
मांग संख्या- 12 ऊर्जा
ऊर्जा मंत्री (श्री पारस चन्द्र जैन)-
उपस्थित सदस्यों के कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए.
अब मांग और कटौती प्रस्तावों पर एक साथ चर्चा होगी.
अध्यक्ष महोदय:- श्री शैलेन्द्र पटेल जी, कृपया अपने स्थान पर जाकर ऊर्जा विभाग के बारे में बोलें.
(इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्य गर्भगृह में उपस्थित होने के कारण नारेबाजी करते रहे एवं ऊर्जा विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग नहीं लिया.)
(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय: मैं, कटौती प्रस्तावों पर मत लूंगा.
प्रश्न यह है कि मांग संख्या- 12
पर प्रस्तुत कटौती प्रस्ताव स्वीकृत किये जायें.
कटौती प्रस्ताव अस्वीकृत हुए.
अब, मैं, मांगों पर मत लूंगा.
प्रश्न यह है कि 31 मार्च, 2019 को समाप्त होने वाले वर्ष में राज्य की संचित निधि में से प्रस्तावित व्यय के निमित्त राज्यपाल महोदय को-
अनुदान संख्या-12 ऊर्जा के लिए सत्रह हजार एक सौ इकसठ करोड़,
इक्यानवे लाख, सत्तर हजार रूपये
तक की राशि दी जाय.
मांग का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ.
कुँवर विक्रम सिंह:- माननीय अध्यक्ष महोदय, माननीय नेता प्रतिपक्ष द्वारा दिये गये स्थगन पर चर्चा करायें, विषय की गंभीरता को देखते हुए उस पर चर्चा करायें. मेरा आपसे अनुरोध है. (व्यवधान)
12.53 बजे मांग संख्या- 17 सहकारिता
मांग संख्या- 42 भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास.
राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) सहकारिता(श्री विश्वास सारंग):- माननीय अध्यक्ष महोदय,
मैं, राज्यपाल महोदय की सिफारिश के अनुसार प्रस्ताव करता हूं कि 31 मार्च, 2019 को समाप्त होने वाले वर्ष में राज्य की संचित निधि में से प्रस्तावित व्यय के निमित्त राज्यपाल महोदय को-
अनुदान संख्या- 17 सहकारिता के लिए एक हजार पांच सौ सत्तावन करोड़, इकहत्तर लाख सतानबे हमार रूपये, तथा
अनुदान संख्या- 42 भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुनर्वास के लिये एक तैंतीस करोड़, इकसठ लाख, अस्सी हजार रूपये
तक की राशि दी जाय.
अध्यक्ष महोदय:- प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ.
कुँवर विक्रम सिंह:-माननीय अध्यक्ष महोदय, विधान सभा में दिये गये स्थगन पर चर्चा कराने की अनुमति प्रदान करें.
अध्यक्ष महोदय:- उपस्थित सदस्यों के कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए.
अब मांगों और कटौती प्रस्तावों पर एक साथ चर्चा होगी.
(इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्य गर्भगृह में उपस्थित होने के कारण नारेबाजी करते रहे एवं सहकारिता,भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुनर्वास विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग नहीं लिया.)
12.54 बजे बहिष्कार
नेता प्रतिपक्ष, श्री अजय सिंह के नेतृत्व में इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण द्वारा स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा न कराये जाने के विरोध में सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया जाना.
नेता प्रतिपक्ष(श्री अजय सिंह):- माननीय अध्यक्ष महोदय, क्योंकि सदन की कार्यवाही आप विपक्ष की एक भी बात न सुनते हुए कर रहे हैं. यह कतई उचित नहीं है, इतनी महत्वपूर्ण बात हम लोगों ने रखी हैं. वह बात आप नहीं रख रहे हैं.
माननीय अध्यक्ष महोदय, यदि इसी तरह से आपको कार्यवाही करनी है तो हमें सदन में रहने की कोई आवश्यकता नहीं है.
(श्री अजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा उनके द्वारा दिये गये स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा न कराने के विरोध में नारेबाजी करते हुए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया गया.)
अध्यक्ष महोदय:- माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि अपनी सीट पर जाकर अपनी मांगों पर अपनी बात कहें. (व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय:- मैं, पहले कटौती प्रस्तावों पर मत लूंगा.
प्रश्न यह है कि मांग संख्या- 17 एवं 42
पर प्रस्तुत कटौती प्रस्ताव स्वीकृत किये जायें.
कटौती प्रस्ताव अस्वीकृत हुए.
अब, मैं, मांगों पर मत लूंगा.
12.55 बजे (3) मांग संख्या - 11 उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन
मांग संख्या - 25 खनिज साधन
मांग संख्या - 70 प्रवासी भारतीय
अध्यक्ष महोदय - अब, इन मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे. कटौती प्रस्तावों की सूची पृथकत: वितरित की जा चुकी है. प्रस्तावक सदस्य का नाम पुकारे जाने पर जो माननीय सदस्य हाथ उठाकर कटोती प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने हेतु सहमति देंगे, उनके ही कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए माने जायेंगे.
मांग संख्या - 11 उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन *
मांग संख्या - 25 खनिज साधन *
मांग संख्या - 70 प्रवासी भारतीय *
* (उपरोक्त कटौती प्रस्ताव प्रस्तुतकर्ता सदस्यों के तत्समय आसन पर उपस्थित न होने के कारण उनके कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं हुए.)
12.58 बजे (3) मांग संख्या - 5 जेल
मांग संख्या - 14 पशुपालन
मांग संख्या - 16 मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास
मांग संख्या - 71 पर्यावरण
अब, इन मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे. कटौती प्रस्तावों की सूची पृथकत: वितरित की जा चुकी है. प्रस्तावक सदस्य का नाम पुकारे जाने पर जो माननीय सदस्य हाथ उठाकर कटोती प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने हेतु सहमति देंगे, उनके ही कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए माने जायेंगे.
मांग संख्या - 5 जेल *
मांग संख्या - 14 पशुपालन *
मांग संख्या - 16 मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास *
मांग संख्या - 71 पर्यावरण *
* (उपरोक्त कटौती प्रस्ताव प्रस्तुतकर्ता सदस्यों के तत्समय आसन पर उपस्थित न होने के कारण उनके कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं हुए.)
01.00बजे (5) मांग संख्या – 19 लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण.
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री(श्री रूस्तम सिंह) :-
अध्यक्ष महोदय - अब, इस मांग पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे. कटौती प्रस्ताव की सूची पृथकत: वितरित की जा चुकी है. प्रस्तावक सदस्य का नाम पुकारे जाने पर जो माननीय सदस्य हाथ उठाकर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने हेतु सहमति देंगे, उनके ही कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए माने जायेंगे.
मांग संख्या – 19 लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण *
* (उपरोक्त कटौती प्रस्ताव प्रस्तुतकर्ता सदस्यों के तत्समय आसन पर उपस्थित न होने के कारण उनके कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं हुए.)
अध्यक्ष महोदय - मैं, पहले कटौती प्रस्ताव पर मत लूंगा.
प्रश्न यह है कि मांग संख्या - 19 पर कटौती प्रस्ताव स्वीकृत किये जायें.
कटौती प्रस्ताव अस्वीकृत हुये.
अब, मैं, मांग पर मत लूंगा.
01.03 बजे (6) मांग संख्या – 43 खेल और युवक कल्याण
मांग संख्या – 51 धार्मिक न्यास और धर्मस्व
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री( श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया) :-
अध्यक्ष महोदय - अब, इन मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे. कटौती प्रस्तावों की सूची पृथकत: वितरित की जा चुकी है. प्रस्तावक सदस्य का नाम पुकारे जाने पर जो माननीय सदस्य हाथ उठाकर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाने हेतु सहमति देंगे, उनके ही कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत हुए माने जायेंगे.
मांग संख्या – 43 खेल और युवक कल्याण*
मांग संख्या – 51 धार्मिक न्यास और धर्मस्व*
* (उपरोक्त कटौती प्रस्ताव प्रस्तुतकर्ता सदस्यों के तत्समय आसन पर उपस्थित न होने के कारण उनके कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं हुए.)
अध्यक्ष महोदय - मैं, पहले कटौती प्रस्तावों पर मत लूंगा.
प्रश्न यह है कि मांग संख्या - 43 तथा 51 पर कटौती प्रस्ताव स्वीकृत किये जायें.
कटौती प्रस्ताव अस्वीकृत हुये.
अब, मैं, मांगों पर मत लूंगा.
अध्यक्ष महोदय-- विधानसभा की कार्यवाही बुधवार दिनांक 21 मार्च, 2018 को प्रात: 11.00 बजे तक के लिये स्थगित.
अपराह्न 01.04 बजे विधानसभा की कार्यवाही बुधवार दिनांक 21 मार्च,2018 (30 फाल्गुन शक संवत् 1939) के पूर्वाह्न 11.00 बजे तक के लिये स्थगित की गई.
भोपाल: ए.पी.सिंह
दिनांक : 20 मार्च, 2018 प्रमुख सचिव,
मध्यप्रदेश विधानसभा.