मध्यप्रदेश विधान सभा
की
कार्यवाही
(अधिकृत विवरण)
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षोडश विधानसभा प्रथम सत्र
दिसम्बर, 2023 सत्र
मंगलवार, दिनांक 19 दिसम्बर, 2023
(28 अग्रहायण, शक संवत् 1945 )
[खण्ड- 1 ] [अंक- 2 ]
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मध्यप्रदेश विधान सभा
मंगलवार, दिनांक 19 दिसम्बर, 2023
(28 अग्रहायण, शक संवत् 1945)
विधान सभा पूर्वाह्न 11.02 बजे समवेत हुई.
{ सामयिक अध्यक्ष महोदय (श्री गोपाल भार्गव) पीठासीन हुए.}
शपथ/प्रतिज्ञान
सामयिक अध्यक्ष महोदय - जिन माननीय सदस्यों ने शपथ नहीं ली है या प्रतिज्ञान नहीं किया है, वे शपथ लेंगे या प्रतिज्ञान करेंगे, सदस्यों की नामावली में हस्ताक्षर करेंगे और सभा में अपना स्थान ग्रहण करेंगे.
208. श्री गोविन्द सिंह राजपूत (सुरखी) शपथ
209. श्री रमेश मेन्दोला (इंदौर-2) शपथ
210. सुश्री उषा बाबू सिंह ठाकुर (डॉ.अम्बेडकरनगर-महू) शपथ
211. श्री रजनीश हरवंश सिंह (केवलारी) शपथ
212. श्री उमाकांत शर्मा (सिरोंज) शपथ (संस्कृत)
213. श्री सुनील उइके (जुन्नारदेव) शपथ
214. श्री सचिन बिरला (बड़वाह) शपथ
215. श्री भंवर सिंह शेखावत "बाबु जी" (बदनावर) शपथ
216. श्री दिलीपसिंह परिहार (नीमच) शपथ
217. श्री मुकेश टंडन (विदिशा) शपथ
218. श्री आतिफ आरिफ अकील (भोपाल उत्तर) प्रतिज्ञान (उर्दू) 219. श्री चेतन काश्यप (रतलाम) शपथ
220. श्री सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाह(सतना) शपथ
11.17 बजे
निधन का उल्लेख.
(1) श्री सरताज सिंह, भूतपूर्व सदस्य विधानसभा.
(2) श्री रामदयाल अहिरवार, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(3) श्री भगवत सिंह पटेल, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(4) श्री कल्याण जैन, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(5) श्री लीलाराम भोजवानी, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(6) श्री ताराचंद पटेल, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(7) श्री रामलाल भारद्वाज, भूतपूर्व सदस्य विधान सभा.
(8) डॉ. एम.एस. गिल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त.
मुख्यमंत्री (डॉ. मोहन यादव) -- माननीय अध्यक्ष महोदय, आज मध्यप्रदेश विधान सभा में सदन के सदस्य रहे दिवंगत हुये हमारे राजनेताओं को मेरी ओर से हार्दिक श्रद्धांजलि.
हमारे अपने इस सदन के बहुत वरिष्ठ माननीय सरताज सिंह जी जो भारत सरकार के मंत्री भी रहे और इस सदन में भी मंत्री के रूप में उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया, हम सब उनको सरताज बाबूजी के नाम से जानते हैं. उनका जन्म उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील में 26 मई 1940 को हुआ था. 5 बार सांसद, 2 बार विधायक के रूप में उन्होंने जनता की सेवा की, केन्द्र व मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे. वर्ष 1971 से वर्ष 1972 व वर्ष 1978 से वर्ष 1980 तक नगर पालिका इटारसी में अध्यक्ष रहे. वर्ष 1991 से वर्ष 1994 में मध्यप्रदेश सरकार के कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष रहे. आपातकाल के दौरान जुलाई 1975 से नवंबर 1976 तक मीसा निरूद्ध रहे. श्री सरताज सिंह जी 13वीं, 14वीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए, क्रमश: मंत्री वन, लोक निर्माण रहे. 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं, 14वीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुये तथा अनेक विभागीय और संसदीय समिति के सदस्य रहे. दिनांक 26 मई 1996 से लेकर 1 जून 1996 तक केन्द्र सरकार में स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री रहे. उन्होंने शिक्षा खेल, संस्कृति इत्यादि में विशेष कार्य किया. आपका योगदान साहित्यक गतिविधियों में भी बढ़ावा देने वाला रहा है. आपको सदैव जनकल्याणकारी योजनाओं के लिये याद रखा जायेगा. उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के दिग्गज नेता श्री अर्जुन सिंह जी को भी उन्होंने चुनाव में एक बार हराया था. 12 अक्टूबर 2023 को 83 वर्ष की उम्र में श्री सरताज सिंह जी का देहांत हुआ. उनके निधन से देश के एक वरिष्ठ एवं लोकप्रिय नेता, समाजसेवक तथा कुशल प्रशासक हमने खो दिया है.
श्री रामदयाल अहिरवार जी का जन्म जुलाई 1948 को महाराजपुर जिला छतरपुर में हुआ था. वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा जनसंघ से जुड़े रहे. उन्होंने लम्बा राजनीतिक जीवन जिया तथा समर्पित समाजसेवी थे, सतत् जनकल्याण के कार्यों में लीन रहे व दो बार अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष तथा वर्ष 2005 में कृषि उपज मंडी सहित शासकीय संस्थाओं के अध्यक्ष रहे. उन्होंने महाराजपुर विधान सभा के अलावा चंदला विधान सभा से चुनाव लड़ा और विजयश्री हासिल की. श्री अहिरवार प्रदेश की 6वीं, 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं तथा 13वीं विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुये हैं. 12वीं विधान सभा अवधि में गृह तथा परिवहन राज्य मंत्री रहे हैं, 13वीं विधान सभा में जल संसाधन मंत्री रहे. सहज और सरल स्वभाव के धनी श्री अहिरवार की छवि प्रदेश के लोकप्रिय विधायक के रूप में रही है. 90 वर्ष की उम्र में 13 अगस्त 2023 को श्री अहिरवार जी का निधन हुआ, उनके निधन से प्रदेश के वरिष्ठ एवं लोकप्रिय नेता तथा कुशल प्रशासक को हमने खोया है.
श्री भगवत सिंह पटेल का जन्म 17 नवम्बर 1936 को ग्राम नयाखुर्द जिला रायसेन में हुआ. वह अखिल भारतीय किरार क्षत्रीय महासभा के सदस्य रहे. श्री पटेल राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक थे. मध्यप्रदेश की 9वीं, 11वीं, 12वीं विधान सभा में उन्होंने बरेली का प्रतिनिधित्व किया. श्री पटेल ने बरेली विधान सभा के विकास में अहम भूमिका निभाई. 28 जुलाई 2023 को 87 वर्ष की आयु में उनका देहांत हुआ. श्री भगवत सिंह पटेल के निधन से प्रदेश ने एक लोकप्रिय नेता तथा समाजसेवी को खोया है.
श्री कल्याण जैन का जन्म 6 फरवरी 1934 को इंदौर में हुआ. श्री जैन मध्यप्रदेश में समाजवादी आंदोलन के प्रणेता रहे हैं. आपके राजनैतिक जीवन की शुरूआत 1962 में नगर निगम इंदौर में पार्षद के रूप में हुई है. श्री जैन ने प्रदेश की चौथी विधानसभा में संयुक्त समाजवादी पार्टी की ओर से विधान सभा क्रमांक-3 का प्रतिनिधित्व किया है. आप जनता पार्टी के अलावा संयुक्त समाजवादी पार्टी तथा भारतीय लोकदल के भी सदस्य रहे हैं. आप 1977 में 6वीं लोकसभा के लिये सदस्य निर्वाचित हुए थे. श्री कल्याण जैन जी का निधन 13 जुलाई 2023 को हुआ. आपके निधन से प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी को हमने खोया है.
श्री लीलाराम भोजवानी का जन्म 24 जनवरी 1941 को दादू (सिंध) में हुआ था. राजनांदगांव में आपके राजनीतिक जीवन के सफर की शुरूआत हुई. आप भारतीय जनता पार्टी के कई पदों पर रहे हैं. श्री भोजवानी राजनांदगांव नगर पालिका के पार्षद उसके बाद कनिष्ठ एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहे व मजदूर संघ के संस्थापक अध्यक्ष रहे.
श्री भोजवानी रायपुर से प्रकाशित हिन्दी दैनिक के संवाददाता भी रहे हैं. श्री भोजवानी प्रदेश की नौवीं,ग्यारहवीं विधान सभा के माननीय सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए. श्री भोजवानी अविभाजित मध्यप्रदेश की नौवीं विधान सभा में राज्यमंत्री,श्रम रहे हैं. श्री भोजवानी का निधन 16 अगस्त,2023 को हुआ है.आपके निधन से प्रदेश ने एक वरिष्ठ नेता एवं कुशल प्रशासक खोया है.
श्री ताराचंद पटेल का जन्म 20 अक्टूबर,1941 को डाल्याखेड़ी, जिला खरगोन में हुआ. वे मां नर्मदा के अनन्य भक्त थे. उन्होंने गांव से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. जनपद पंचायत का चुनाव लड़कर राजनीति में कदम रखा. सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध सदैव मुखर रहे. वे कृषि उपज मण्डी समिति,सनावद के अध्यक्ष, नेफेड के संचालक रहे. श्री पटेल नगर पालिका,सनावद के पार्षद,उपाध्यक्ष तथा अनेक सहकारी संस्थाओं में पदाधिकारी रहे. श्री पटेल ने वर्ष,1993 में प्रदेश की दसवीं विधान सभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से बड़वाह क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. वर्ष.1999 में खरगोन से 13 वीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए. श्री पटेल के निधन से प्रदेश ने एक वरिष्ठ नेता तथा समाजसेवी खो दिया है.
श्री रामलाल भारद्वाज, छत्तीसगढ़ के बालौदा बाजार जिले के पलारी विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक. जन्म 11 अप्रैल,1947. जन्म स्थान ग्राम भण्डारी,जिला रायपुर,वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य. पेशे से शिक्षक,श्री रामदयाल 1998 में पलारी विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुनकर आए थे. वर्ष 2000 में राज्य विभाजन के फलस्वरूप छ्त्तीसगढ़ की पहली विधान सभा के सदस्य बने. पृथक छत्तीसगढ़ के निर्माण के बाद आपने श्री अजीत जोगी को प्रथम मुख्यमंत्री बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आप अपने विकास कार्यों के लिये इतनी चिंता करते थे कि अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गये. आप जिला सहकारी एवं भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष भी रहे हैं. 2 नवम्बर,2023 को लंबी अस्वस्थता के पश्चात् आपका निधन हो गया. आपको आपके सहज,सरल स्वभाव के लिये सदैव स्मरण किया जायेगा.
डॉ.एम.एस.गिल,पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त. पूरा नाम श्री मनोहर सिंह गिल. जन्म स्थान 14 जून,1936. कुशल नौकरशाह,राजनीतिज्ञ,लेखक. वर्ष 1996 से लेकर 2001 के बीच आप भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे. आपके कार्यकाल में चुनावों में ई.वी.एम. मशीनों का उपयोग प्रारम्भ हुआ है. जिससे मतदान में धांधली समाप्त हुई. वर्ष 2000 में आप पद्मविभूषण से सम्मानित किये गये. वर्ष,2004 से 2016 के बीच आप राज्यसभा सदस्य चुने गये. वर्ष 2009 से जनवरी,2011 तक केन्द्रीय राज्यमंत्री के रूप में आपने युवा एवं खेल मंत्रालय का आपने नेतृत्व किया. आपके कार्यकाल में भारत में राष्ट्रमण्डल खेलों का आयोजन हुआ. जनवरी,2011 से जुलाई,2011 के बीच आपने सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री का उत्तरदायित्व संभाला है. 15 अक्टूबर,2023 के दिन आपका दुखद निधन हुआ. ई.वी.एम. मशीनों का इस्तेमाल कर भारतीय लोकतंत्र को दुनिया भर में विश्वसनीयता दिलाने के लिये आपको सदैव स्मरण किया जायेगा.
नेता प्रतिपक्ष (श्री उमंग सिंघार) - माननीय अध्यक्ष महोदय, इस सदन के जो सदस्य थे. उनके परिवार के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं. मेरा ऐसा मानना है कि जिन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में अपने परिवार से ज्यादा सामाजिक कार्यों में समय दिया. उनकी क्षति सार्वजनिक जीवन में अपूरणीय है.
स्वर्गीय श्री सरताज सिंह जी, स्वर्गीय श्री रामदयाल अहिरवार जी, स्वर्गीय श्री भगवतसिंह पटेल जी, लोकप्रिय समाजसेवी थे. स्वर्गीय श्री कल्याण जैन जी, जिन्हें इन्दौर में दादा के नाम से जाना जाता था.चूंकि मेरा इन्दौर में मेरा कालेज भी हुआ है तो उनकी चर्चाएं भी मैंने काफी सुनी हैं. नि:स्वार्थ रूप से वे एक समाज सेवी थे और आम व्यक्ति के लिये हमेशा लड़ते रहते थे.
स्वर्गीय श्री लीलाराम भोजवानी जी, वरिष्ठ संवाददाता रहे. उन्होंने हमेशा मजदूरों के लिये लड़ाई लड़ी. स्वर्गीय ताराचंद पटेल जी कांग्रेस के बड़े नेता थे. वे स्वर्गीय सुभाष यादव जी के काफी करीबी थे. दोनों की एक आत्मीयता थी. खरगौन क्षेत्र के लिए सार्वजनिक अपूरणीय क्षति है. स्वर्गीय रामलाल भारद्वाज जी, स्वर्गीय एम.एस. गिल साहब, जिस प्रकार से अभी आपने ईवीएम का बताया, सबका अपना योगदान रहा है. मैं इतना ही कहना चाहता हूँ कि जिन्होंने अपने जीवन को दूसरों के लिए समर्पित किया है, उन्होंने कितना त्याग किया, यह उनका परिवार जानता है. परिवार के लिए कई जवाबदारियां रहती हैं, जब सार्वजनिक जीवन में आते हैं तो मैं ऐसा मानता हूँ कि आपको आपकी भावनाओं से समझौता करना पड़ता है. त्याग करना पड़ता है. लेकिन मनुष्य हैं, इंसान हैं, अपनी भावनाओं से अलग नहीं जा सकते और कुछ चीजें पाने के लिए आपको छोड़ना भी पड़ता है. लेकिन मैं इसे पाना नहीं मानता हूँ, इसे सार्वजनिक जीवन में एक त्याग की भावना मानता हूँ कि आपने आपके साथ के जो कॉलेज के दोस्त थे, आपके साथ पढ़ने वाले लोग थे. साथी थे. कई ऐसे हैं, जो आपके सफर में, सार्वजनिक जीवन में साथ में रहते हैं, उन्हें आप कम समय दे पाते हैं, वे आपसे नाराज भी होते हैं. लेकिन जो योगदान भविष्य में आप देते हैं, निश्चित तौर से यह उन साथियों को याद रहता है. मैं इतना ही कहना चाहता हूँ. दिवंगत सदस्यों के निधन से सार्वजनिक अपूरणीय क्षति हुई. मैं अपने दल की ओर से शोकाकुल परिवारों को संवेदना प्रकट करता हूँ. धन्यवाद.
डॉ. सीतासरन शर्मा (होशंगाबाद) -- अध्यक्ष महोदय, स्वर्गीय सरताज सिंह जी उन बिरले राजनेताओं में थे, जो पार्षद रहे, नगर पालिका के अध्यक्ष रहे, विधायक रहे, सांसद रहे, स्टेट में कैबिनेट मंत्री रहे और भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. वे लोकतंत्र की हर सीढ़ी चढ़कर ऊँचाइयों तक पहुँचे. वे लोकसभा के निरंतर सदस्य रहे. जनसंघ के समय से वे राजनीति में सक्रीय थे और अध्यक्ष महोदय, मुझे राजनीति में लाने का श्रेय स्वर्गीय सरताज सिंह जी को ही है. अध्यक्ष महोदय, वे कुशल वक्ता थे और एक अच्छे प्रशासक थे. उन्होंने अपने कार्यकाल में जब वे मंत्री थे, न केवल अपने क्षेत्र में बल्कि सारे प्रदेश में विकास की एक नई गाथा और नए आयाम लिखे. अध्यक्ष महोदय, उनके जाने से भारतीय जनता पार्टी के हमारे दल को और समाज को तो क्षति हुई है ही, किंतु हमारे क्षेत्र को, मेरे इटारसी नगर को और हमारे समूचे नर्मदापुरम जिले को अपूरणीय क्षति हुई है. मैं उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ. साथ ही उन सभी का, जिनका आपने उल्लेख किया, उन सभी के प्रति भी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ.
सामयिक अध्यक्ष महोदय -- मैं सदन की ओर से शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूँ. अब सदन दो मिनट मौन खड़े रहकर दिवंगतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करेगा.
(सदन द्वारा दो मिनट मौन खड़े रहकर दिवंगतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई.)
दिवंगतों के सम्मान में सदन की कार्यवाही बुधवार, दिनांक 20 दिसम्बर, 2023 को प्रात: 11.00 बजे तक के लिए स्थगित.
पूर्वाह्न 11.40 बजे विधानसभा की कार्यवाही बुधवार, दिनांक 20 दिसम्बर, 2023 (29 अग्रहायण, शक संवत् 1945) के प्रात: 11.00 बजे तक के लिए स्थगित की गई.
भोपाल ए.पी. सिंह
दिनांक : 19 दिसम्बर, 2023 प्रमुख सचिव,
मध्यप्रदेश विधान सभा.