मध्यप्रदेश विधान सभा
की
कार्यवाही
(अधिकृत विवरण)
_______________________________________________________________
षोडश विधान सभा तृतीय सत्र
जुलाई, 2024 सत्र
बुधवार, दिनांक 3 जुलाई, 2024
(12 आषाढ़, शक संवत् 1946)
[खण्ड- 3] [अंक- 3]
_______________________________________________________________
मध्यप्रदेश विधान सभा
बुधवार, दिनांक 3 जुलाई, 2024
(12 आषाढ़, शक संवत् 1946 )
विधान सभा पूर्वाह्न 11.05 बजे समवेत् हुई.
{अध्यक्ष महोदय (श्री नरेन्द्र सिंह तोमर) पीठासीन हुए.}
नेता प्रतिपक्ष( श्री उमंग सिंघार )-- माननीय अध्यक्ष महोदय, अनुरोध है कि कल विश्वास सारंग जी ने जो सदन को गुमराह किया है इसके बारे में हमने विशेषाधिकार भंग की सूचना दी है. सदन को गलत जानकारी दी है...(व्य़वधान).. ये नियुक्तियां भाजपा सरकार में हुई है. विश्वास सारंग ने आपको गलत जानकारी दी है, उसके प्रमाण के साथ में हमने जानकारी दी है....(व्यवधान).. अध्यक्ष महोदय हम चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो....(व्यवधान)..
संसदीय कार्य मंत्री(श्री कैलाश विजयवर्गीय) – अध्यक्ष महोदय आज इस विषय पर चर्चा कैसे हो सकती है....(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय—मैं आपको सुन लूंगा. लेकिन अभी आप बैठिये...(व्यवधान).. बजट
आ रहा है तो बजट के दिन बाकी चीज नहीं होती है...(व्यवधान)..
श्री उमंग सिंघार – अध्यक्ष महोदय बजट वाली बात नहीं है गलत सूचना सदन के सदस्यों को दी जा रही है.
अध्यक्ष महोदय -- उसके लिए समय अपने पास है आप मुझसे मिल भी सकते हैं..(व्यवधान).. बाकी समय भी है...(व्यवधान)..
श्री उमंग सिंघार – सदन को गलत जानकारी दी गई है, सदन को गुमराह किया गया है. हमने विशेषाधिकार भंग की सूचना आपको दी है. यह गलत जानकारी यहां पर दी गई है सदन की अवमानना है..(व्यवधान).. यह भाजपा सरकार के समय हुआ है यह गलत जानकारी दे रहे हैं. जितु पटवारी को आपने उस समय एक सत्र के लिए हटा दिया था, गलत जानकारी देने के लिए....(व्यवधान).. ( अनेक माननीय सदस्य अपने आसन पर खड़े होकर जोर जोर से बोलते रहे)...
अध्यक्ष महोदय – मेरा नेता प्रतिपक्ष से आग्रह है ..(व्यवधान).. मेरा सभी सदस्यों से निवेदन है कि सभी बैठ जायें..(व्यवधान)..
श्री विश्वास सारंग – माननीय अध्यक्ष महोदय कहां कहां पर किस किस के टेटूं बने हैं यह मुझे मालूम है...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय – कृपा करके भी लोग बैठ जायें..(व्यवधान).. विश्वास जी बैठ जाएं..(व्यवधान)..
श्री विश्वास सारंग -- कहां कहां पर किस किस के टेटू बने हैं मुझे सब पता है. मैं यहां पर बहुत ही सज्जनता से बात कर रहा हूं और आप गुमराह करने की बात कर रहे हैं....(व्यवधान)... मैंने जो तथ्य दिये हैं वह सब सत्य हैं....
अध्यक्ष महोदय – आप सभी कृपा करके बैठ जाएं. विश्वास जी आप बैठ जायें. सभी सदस्य बैठ जायें...(व्यवधान)..
श्री इन्दर सिंह परमार – अध्यक्ष महोदय इन लोगों ने अपनी बात कह ली और जब हमारी बारी आई तब यह सदन छोड़कर भाग गये...(व्यवधान).. यह हमेशा ऐसे ही करते हैं. कांग्रेस के सदस्य ऐसे ही करते है अपनी बात कह लेते हैं जब हमारी बात कहने का समय आता है तो सदन में नहीं रहते हैं...(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय – सभी सदस्य बैठ जायें..(व्यवधान).. इन्दर सिंह जी बैठ जायें. मेरा माननीय सदस्यों से आग्रह है कि हर विषय को उठाने के लिए नियम प्रक्रिया में प्रावधान है. आप नियम प्रक्रिया के तहत आइये. मैं सभी को सुनूंगा और जरूरी होगा तो अवसर भी दूंगा. बजट सत्र है और मैं माननीय वित्त मंत्री जी से आग्रह करूंगा कि वह बजट प्रस्तुत करें...(व्यवधान)..
श्री उमंग सिंघार – अध्यक्ष महोदय कल हमने मांग की थी, सर्वदलीय विधायकों की समिति बनाने की उस पर भी आपने कोई व्यवस्था नहीं दी है..(व्यवधान).. इतना बड़ा घोटाला हो गया है. कल हमने आपसे अनुरोध किया था कि सर्वदलीय विधायकों की समिति बनाकर जांच की जाय. इतना बड़ा घोटाला हो गया है...(व्यवधान)..
मुख्यमंत्री( डॉ मोहन यादव) – अध्यक्ष महोदय मैं बड़ी विनम्रता के साथ आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि यह जो व्यवस्था बिगाड़ी जा रही है. मैं उम्मीद करता हूं कि नेता प्रतिपक्ष सहित पूरे पक्ष और विपक्ष के लोग, सदन की जो मान्य परंपरा की आपने व्यवस्था दी है. उसका पालन सबको करना चाहिए, कल सभी की इच्छा थी कि उस विषय पर चर्चा करें, और विस्तार से चर्चा हुई है. सदन के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है कि चार घंटे तक चर्चा हो एक ध्यानाकर्षण पर, दिल खोलकर के बात हुई है अब उस विषय को इस ढंग से लेना तो मैं समझता हूं कि यह सदन का समय जाया करना है. यब बजट जैसे महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान भटकाने का प्रयास भी है. मैं उम्मीद करता हूं कि अब कोई नहीं बोलेगा. अब आप कृपया व्यवस्था दे ताकि बजट प्रस्तुत हो सके.
श्री उमंग सिंघार – अध्यक्ष महोदय मैं आपके माध्यम से मुख्यमंत्री जी से कहना चाहूंगा कि इतना बड़ा विषय था आपको यहां पर रहना चाहिए था.
अध्यक्ष महोदय – नेता प्रतिपक्ष से मेरा कहना है कि यह सामूहिक जिम्मेदारी होती है यहां पर सभी मंत्री उपस्थित थे....(व्यवधान)..
श्री उमंग सिंघार -- अध्यक्ष महोदय कल हमने आपसे सर्वदलीय विधायकों की समिति से जांच की मांग की थी... उस पर कोई बात नहीं आई है..(व्यवधान)..
श्री कैलाश विजयवर्गीय – अध्यक्ष महोदय यह बहुत गलत है आपके निर्देश के बाद में नेता प्रतिपक्ष का इस तरह से खड़ा होना. यह बहुत गलत है.
...(व्यवधान)...
अध्यक्ष महोदय- कृपया सब लोग बैठिए. आपके निर्देश के बाद ध्यानाकर्षण पर इस विषय में पर्याप्त चर्चा हो चुकी है, इसलिए सदन में इस विषय पर चर्चा नहीं होगी. माननीय जगदीश देवड़ा जी बजट पढ़ेगें .
श्री उमंग सिंघार- अध्यक्ष महोदय, सचिन यादव जी ने आज विशेषाधिकार भंग का नोटिस दिया श्री विश्वासा सारंग द्वारा सदन को गुमराह किया गया है, गलत जानकारी दी गई है, मैं प्रमाण के साथ बोल रहा हूं .
श्री कैलाश विजयवर्गीय- नेता प्रतिपक्ष महोदय, उसके लिए नियम है नियम के अंतर्गत आइए .पुस्तक आपको भिजवाता हूं. बजट को आगे बढ़ने दीजिए.
श्री उमंग सिंघार- माननीय अध्यक्ष महोदय, आप इस पर व्यवस्था दें
श्री कैलाश विजयवर्गीय- अध्यक्ष महोदय, यह पुस्तक मैं आपको भिजवाता हूं, आप जरा नेता प्रतिपक्ष को भेंट कर दीजिए.नियम प्रक्रिया से विधानसभा चलती है, कभी भी उठकर खड़े हो गए और कुछ भी विषय में बात करने लग गए यह कोई तरीका है. अध्यक्ष महोदय, क्या यह संसदीय मर्यादा है, आप नियम और कानून पर बात करें. हम चर्चा से पीछे नहीं हटते.
(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय- श्री जगदीश देवड़ा जी को छोड़कर जो बोलेंगे, वह रिकार्ड में नहीं आएगा. (व्यवधान) कृपया बैठ जाइए हरिशंकर जी, रामेश्वर जी कृपया बैठ जाइए (व्यवधान) जगदीश देवड़ा जी बोलेंगे वही रिकार्ड में आएगा. (व्यवधान) उमंग सिंघार जी प्लीज बैठ जाइए पहले बजट आने दीजिए,हेमंत जी कृपया बैठिए (व्यवधान)
श्री हेमंत कटारे - (XXX)
अध्यक्ष महोदय- हेमंत कटारे जी, नियमों को शिथिल करके कल इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई है, अब इस विषय पर दोबारा चर्चा नही होगी, जो विषय आप उठा रहे हैं, उसके लिए नियम प्रक्रिया के तहत आइए आपको बोलने का भी अवसर भी मिलेगा और बाकी चीजें भी होंगी, हेमंत जी कृपया बैठिए.
श्री हेमंत कटारे- (XXX)
अध्यक्ष महोदय- ऐसे थोड़ी होता है.
श्री उमंग सिघार- (XXX)
अध्यक्ष महोदय- वित्तमंत्री जी के अलावा किसी का वर्शन रिकार्ड में नहीं आएगा, मै वित्त मंत्री जी को अनुरोध करूंगा कि वह अपनी बात कहें.
श्री उमंग सिघार- (XXX)
..(व्यवधान)..
अध्यक्ष महोदय-- किसी का रिकार्ड में नहीं लिखा जा रहा है. जबरदस्ती ऊर्जा व्यय नहीं करें. किसी का रिकार्ड में नहीं आ रहा है. देवड़ा जी, आप कन्टीन्यू करें.
श्री हेमंत सत्यदेव कटारे -- (xxx)
श्री इन्दर सिंह परमार-- (xxx)
..(व्यवधान)..
11.16 बजे वर्ष 2024-2025 के आय-व्ययक का उपस्थापन
उप मुख्यमंत्री, वित्त (श्री जगदीश देवड़ा)-- अध्यक्ष महोदय,
उप मुख्यमंत्री, वित्त (श्री जगदीश देवड़ा)-- अध्यक्ष महोदय,
उप मुख्यमंत्री (वित्त) (श्री जगदीश देवड़ा):- अध्यक्ष महोदय, मैं, राज्यपाल महोदय के निर्देशानुसार वर्ष 2024-2025 के आय-व्ययक के उपस्थापन के साथ-साथ मध्यप्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट के प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत यथा-अपेक्षित राजकोषीय नीति का विवरण वर्ष 2024-2025 सदन के समक्ष रखता हूं.
अध्यक्ष महोदय:- मैं, आय-व्ययक पर सामान्य चर्चा के लिये दिनांक 04 जुलाई, 2024 नियत करता हूं.
आय-व्ययक में सम्मिलित मांगों पर प्रस्तुत किये जाने वाले कटौती प्रस्तावों की सूचनाएं निर्धारित प्रपत्र में आज दिनांक 03 जुलाई, 2024 को सायंकाल 5.00 बजे तक विधान सभा सचिवालय में दी जा सकती है.
निंदा प्रस्ताव लाये जाने की अनुमति दिये जाने के संबंध में
संसदीय कार्य मंत्री (श्री कैलाश विजयवर्गीय) :- अध्यक्ष महोदय, मैं यह निवेदन कर रहा था कि आज जो विपक्ष की स्थिति थी, यह बहुत ही निंदनीय है. कल आपने, मैं फिर आज इसको दोहरा रहा हूं कि मध्यप्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ा ध्यानाकर्षण के माध्यम से पूरा अवसर दिया, पूरी चर्चा हुई. उसके बाद आज बजट जैसे महत्वपूर्ण विषय पर इस प्रकार का कृत्य करना, मैं समझता हूं कि यह बहुत निंदनीय है और मैं सदन से निवेदन करना चाहता हूं कि विपक्ष के इस कृत्य पर निंदा प्रस्ताव पारित होना चाहिये. यदि आप अनुमति दें तो हम सब, यह सर्वसम्मिति से निंदा प्रस्ताव दें.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास,श्रम मंत्री (श्री प्रहलाद सिंह पटेल):- अध्यक्ष महोदय, मैं, मध्यप्रदेश विधान सभा प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियम 250, जिसमें कंडिका -2 और 9. इसमें स्पष्ट है कि किसी के भाषण के दौरान ऐसा व्यवधान नहीं हो सकता, लेकिन जब बजट पेश हो रहा हो उस समय जो व्यवहार है, यह औचित्य का प्रश्न भी उठाता है, जो 267-क में भी है और उसके आगे भी है. मुझे लगता है कि मंत्री होने के नाते शायद मैं, औचित्य का प्रश्न नहीं उठा सकता. कोई माननीय सदस्य उठा सकता है, लेकिन औचित्य का प्रश्न आता है और मुझे लगता है कि निंदा प्रस्ताव, माननीय संसदीय कार्य मंत्री जी ने कहा है, वह कठोर हो सकता है. मैं समझता हूं कि यह आपके विवेक के ऊपर छोड़ा जाना चाहिये. लेकिन औचित्य का प्रश्न हमारे किसी माननीय सदस्य को जरूर उठाना चाहिये, ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थियां न बने. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अगर प्रतिपक्ष यहां पर होता तो मैं मानता की कम से कम उनके सामने भी यह बात आनी चाहिये कि हमारे जो संसदीय नियम बने हुए हैं. अगर उनका पालन नहीं होगा तो हम शायद हम बहुत बेहतर परिणाम नहीं दे सकते. मैं मानता हूं कि उनकी अनुपस्थिति है इसलिए आपके विवेक पर जरूर हम छोड़ते हैं, लेकिन मैं सदन से आग्रह करता हूं कि कोई न कोई माननीय सदस्य औचित्य का प्रश्न उठाए ताकि हम उस समय-सीमा के भीतर यह चर्चा कर सकें कि इतने महत्वपूर्ण विषयों पर जहां पर इतना बेहतरीन बजट आया है कि शायद मध्यप्रदेश का पहली बार इतने बड़े स्पान का बजट आया हो, उस पर अगर बेहतर तरीके से सुनते तो शायद सबका भी भला होता. अध्यक्ष महोदय, आपने मुझे समय दिया, उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
अध्यक्ष महोदय - आज बजट के दौरान प्रतिपक्ष के सदस्यों के द्वारा जो व्यवधान हुआ, मैंने भी उनको बार-बार आग्रह किया कि वह अपने आसन पर जाएं और इस प्रकार का आचरण न करें. मैं समझता हूं कि यह हम सब लोगों के लिए चिंता का विषय है और इस प्रकार के आचरण को किसी भी प्रकार से न आसंदी, न सदन उचित कह सकता है.
विधान सभा की कार्यवाही गुरुवार, दिनांक 4 जुलाई, 2024 को प्रातः 11.00 बजे तक के लिए स्थगित.
अपराह्न 12.52 बजे विधान सभा की कार्यवाही गुरुवार, दिनांक 4 जुलाई, 2024 (13 आषाढ़, शक संवत् 1946) के प्रात: 11.00 बजे तक के लिये स्थगित की गई.
अवधेश प्रताप सिंह
भोपाल, प्रमुख सचिव
दिनांक : 3 जुलाई, 2024 मध्यप्रदेश विधान सभा