पिता
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स्व. श्री हाजी मोहम्मद अमीन कुरैशी |
जन्मतिथि |
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24. नवम्बर, 1929 |
जन्मस्थान |
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श्रीनगर |
शिक्षा |
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एम.ए., एल.एल.बी. |
विवाहित |
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विवाहित |
व्यवसाय |
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वकालत |
अभिरूचि |
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पढना, गोल्फ खेलना, प्राचीन भारतीय इतिहास |
भाषाओं का ज्ञान |
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अंग्रेजी, पंजाबी, उर्दू, फारसी, अरबी, हिन्दी तथा कश्मीरी |
स्थायी पता |
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अराफत मंजिल, रावलपोरा, श्रीनगर (जम्मू एवं कश्मीर), क्यू 13, तारा अपार्टमेंट,
अलकनन्दा, नई दिल्ली. |
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सार्वजनिक एवं राजनैतिक
जीवन का संक्षिप्त विकास क्रम : |
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छात्र जीवन में खेलकूद, सांस्कृतिक और विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय. कॉलेज
और विश्वविद्यालय की डिबेटिंग सोसायटी के अध्यक्ष. 1952-54 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
की स्टुडेंट केबीनेट के सदस्य और लॉ सोसायटी के सचिव. 1954 में ज्योग्राफीकल सोसायटी
के उपाध्यक्ष, जम्मू एवं काश्मीर स्टुडेंट फेडरेशन के अध्यक्ष. राज्य में नेशनल कांफ्रेंस को नेशनल कांग्रेस में
परिवर्तित करने में सक्रिय. कश्मीर में कांग्रेस की स्थापना. जम्मू एवं कश्मीर
नेशनल कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष. भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य एवं 1977-79
में महासचिव. यूथ इन्टीग्रेशन कांग्रेस, नई दिल्ली के प्रधान तथा जम्मू व कश्मीर
राष्ट्र भाषा प्रचार समिति, श्रीनगर और गालिब इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली की कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे. हिन्दुस्तानी अदबी सोसायटी, नई दिल्ली के संरक्षक, अलीगढ़
मुस्लिम यूनिवर्सिटी ओल्ड ब्याएज एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा क्रिसेन्ट एजूकेशनल सोसायटी
नई दिल्ली के संस्थापक अध्यक्ष. प्रो. एहतेशाम हुसैन मेमोरियल सोसायटी, दिल्ली
की सलाहकार समिति के सदस्य, नूरूद्दीन मेमोरियल कमेटी, दिल्ली के प्रधान रहे. दिल्ली
यूथ कांउसिल फार वर्ल्ड अफेयर्स, नई दिल्ली, दिल्ली यंग इन्टर प्रैन्युर्स एसोसिएशन,
दिल्ली तथा ऑल इंडिया हिल पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन, नई दिल्ली के संरक्षक रहे. इंडो-अरब स्टूडैंट्स वेलफेयर लीग, बंबई के उप प्रधान, भारतीय सांस्कृतिक
संस्थान, नई दिल्ली के चेयरमेन, इंडो-अफगान
कल्चरल सोसायटी, चंडीगढ़ के संरक्षक, कमला नेहरू मेमोरियल महिला महाविद्यालय, श्रीनगर
के न्यास बोर्ड के सदस्य, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स (दिल्ली राज्य) के अध्यक्ष
तथा अखिल भारतीय शांति तथा एकात्मकता संगठन (जम्मू व कश्मीर) के प्रधान रहे. |
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1965-67 में
राज्यसभा, 1967-1970 में चौथी लोकसभा, 1971-1977 में पांचवी लोकसभा एवं 1977-79 में
छटवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित. 28 जनवरी, 1966 से 14 फरवरी, 1969 तक वाणिज्य मंत्रालय,
भारत सरकार में उपमंत्री. 15 फरवरी, 1969 से 2 मई, 1971 तक इस्पात और भारी इंजीनियरिंग
मंत्रालय, भारत सरकार में उपमंत्री. मई 1971 से अक्टूबर, 1974 तक रेल मंत्रालक, भारत
सरकार में उपमंत्री तद्नन्तर अक्टूबर, 1974 से मार्च, 1977 तक रेल मंत्रालय में केन्द्रीय
राज्य मंत्री. 31 जुलाई, 1979 से मंत्री, नागरिक उड्डयन तथा पर्यटन, भारत सरकार रहे.
छटवीं लोकसभा में प्राक्कलन समिति के सदस्य रहे. |
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नई दिल्ली
में ''इकाफे'' तथा ''अंकटाड'' के लिये भारतीय प्रतिनिधि मंडल के उप नेता. अफ्रीका-एशियायी
इस्लामिक सम्मेलन, बांडुग में भारत का प्रतिनिधित्व. संसदीय प्रतिनिधि मंडल के सदस्य
के रूप में 1965 में अल्जीरिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया, सैनेगल, आइवरी कोस्ट तथा मोरीटेनिया
का दौरा. मई 1966 में नीस (इटली) में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रेशम संगठन कांग्रेस के
10वें वार्षिक अधिवेशन में भारतीय प्रतिनिधि मंडल के नेता. प्लाउडीव अंतर्राष्ट्रीय
मेले के उपलक्ष्य में तथा सितम्बर-अक्टूबर, 1966 में व्यापार करारों पर हस्ताक्षर
हेतु बुल्गारिया तथा रोमानिया का दौरा. नवम्बर-दिसम्बर, 1966 में अंतर्राष्ट्रीय
व्यापार मेले में भारत के भाग लेने पर बैंकाक का दौरा. अप्रैल, 1967 में ''इकाफे''
के 23 वे अधिवेशन में शामिल होने के लिए भारतीय प्रतिनिधि मंडल के नेता के रूप में
जापान यात्रा. अप्रैल, 1968 में व्यापार
प्रतिनिधि मंडल के नेता के रूप में बुल्गारिया, रूमानिया, हंगरी तथा पोलेण्ड का दौरा.
भारतीय हज शिष्टमंडल के नेता के रूप में सउदी अरब तथा जनवरी, 1973 में ईराक की यात्रा.
सितम्बर, 1973 में भारतीय सहायता से बने मेगना ब्रिज के पुन: खुलने के अवसर पर भारतीय
शिष्ट मंडल के नेता के रूप में बंगला देश की यात्रा. जुलाई, 1974 में भारतीय रेलवे
प्रतिनिधि मंडल के नेता के रूप में त्रिपोली (लिबिया) एवं अक्टूबर, 1974 में भारतीय
शिष्ट मंडल के नेता के रूप में अल्जीरिया के राष्ट्रीय समारोहों में भाग लेने हेतु
यात्रा जुलाई, 1975 में विशेष दूत के रूप में बहरीन, ईरान, सीरिया तथा संयुक्त अरब
देशों की यात्रा. अक्टूबर, 1976 में भारत के राष्ट्रपति के लिये मिनिस्टर इन वेटिंग
के रूप में आबूधाबी तथा दुबई का दौरा. अनेक खेलकूद क्लबों तथा संगठनों से संबद्ध रहे.
दिसम्बर, 1991 में मारिशस में आयोजित वर्ल्ड उर्दु कांन्फ्रेंस में भारतीय प्रतिनिधि
मंडल का नेतृत्व. |
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19 मार्च, 1991 से 13 अगस्त, 1993 तक बिहार के राज्यपाल और
इसके साथ-साथ दो बार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का दायित्व. 24 जून, 1993 से बिहार
के साथ-साथ मध्यप्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल नियुक्त. दिनांक 24.06.1993 से 21.04.1998
तक मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे. |
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