जन्म |
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3 जनवरी, 1922 को रीवा जिले के रायपुर ग्राम में. |
शिक्षा |
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एम.ए., एल.एल.बी.
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व्यवसाय |
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वकालत. |
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सार्वजनिक एवं राजनैतिक
जीवन का संक्षिप्त विकास क्रम : |
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शिक्षा
समाप्त करने के पश्चात् सन् 1944 में आपने रीवा में वकालत प्रारम्भ की. सन्
1946-56 में टी.आर.एस. कॉलेज, रीवा में सिविल लॉ के अंशकालिक व्याख्याता रहे. सन्
1954 में विन्ध्यप्रदेश के जुडीशियल कमिश्नर्स कोर्ट में एडवोकेट रहे. सन् 1956
में जबलपुर हाईकोर्ट में वकालत की. सन् 1967 में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में एडीशनल
जज रहे तथा सन् 1968 में जज. |
आपकी पुस्तक "Principles of statutory Interpretation"
1966 में प्रकाशित हुई. |
दिनांक 5 अक्टूबर, 2013 को दिवंगत. |
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