मध्यप्रदेश विधान सभा

 

की

 

कार्यवाही

 

(अधिकृत विवरण)

 

 

 

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चतुर्दश विधान सभा                                                                                                      पंचदश सत्र

 

 

नवम्‍बर-दिसम्‍बर, 2017 सत्र

 

बुधवार, दिनांक  29 नवम्‍बर, 2017

 

(  8 अग्रहायण, शक संवत्‌ 1939 )

 

 

[खण्ड-  15 ]                                                                                                                   [अंक- 3 ]

 

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मध्यप्रदेश विधान सभा

 

बुधवार, दिनांक 29 नवम्‍बर, 2017

 

(8 अग्रहायण, शक संवत्‌ 1939 )

 

विधान सभा पूर्वाह्न 11.01 बजे समवेत हुई.

{ अध्यक्ष महोदय (डॉ. सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.}

 

प्रश्‍नकाल में उल्‍लेख

भोपाल में कोचिंग से घर लौट रही छात्रा के साथ सामूहिक बलात्‍कार की

घटना पर स्‍थगन लिये जाने संबंधी

          श्री रामनिवास रावत (विजयपुर) -- माननीय अध्‍यक्ष्‍ा महोदय, महिलाओं पर हो रहे बलात्‍कार के संबंध में और 31 अक्‍टूबर की घटना के संबंध में स्‍थगन दिया था. इस संबंध में कल भी निवेदन किया था और आज से 08 दिन पहले भी स्‍थगन दिया था. हम चाहते हैं कि सरकार उस पर चर्चा के लिये तैयार हो और चर्चा कराए. आपसे अनुरोध है कि प्रदेश के ऐसे महत्‍वपूर्ण मुद्दों पर, महिला सुरक्षा पर आप चर्चा कराएं. रोज इस प्रदेश में 14 महिलाओं के साथ बलात्‍कार हो रहा है, 08 अवयस्‍क महिलाओं के साथ बलात्‍कार हो रहा है.

          अध्‍यक्ष महोदय -- प्रश्‍नकाल हो जाने दें. आज गृह विभाग के भी 06 प्रश्‍न हैं.

          श्री रामनिवास रावत -- आप व्‍यवस्‍था दे दें.

          डॉ. गोविंद सिंह (लहार) -- माननीय अध्‍यक्ष महोदय, मैंने लगातार स्‍थगन के लिये कल आपसे अनुरोध किया था. आपने कहा था कुछ न कुछ करेंगे. मैं आपसे प्रार्थना करना चाहता हूं कि कम से कम इस महत्‍वपूर्ण मुद्दे पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराएं. महिलाओं पर अत्‍याचार की, बलात्‍कार की, पूरे प्रदेश में लगातार 4-6 घटनाएं हो रही हैं.

          अध्‍यक्ष महोदय -- कृपा करके प्रश्‍नकाल हो जाने दें.

          श्री रामनिवास रावत -- आप इस मुद्दे को डायवर्ट करेंगे. अध्‍यक्ष महोदय, आप इस पर व्‍यवस्‍था दे दें.

                   ..(व्‍यवधान) ..

          डॉ. गोविंद सिंह -- अध्‍यक्ष महोदय, (XXX)

          ..(व्‍यवधान)..

          अध्‍यक्ष महोदय -- आप लोग कृपा करके प्रश्‍नकाल हो जाने दें.

          श्री रामनिवास रावत -- अध्‍यक्ष महोदय, ऐसे सदन नहीं चलेगा. इस पर व्‍यवस्‍था चाहिये.

          ..(व्‍यवधान)..

          डॉ. गोविंद सिंह -- अपराधी जब मंत्री बनकर यहां बैठेंगे तो प्रजातंत्र का क्‍या होगा.

          राजस्‍व मंत्री (श्री उमाशंकर गुप्‍ता) -- अध्‍यक्ष महोदय, इस विषय पर किसी न किसी माध्‍यम से चर्चा होने वाली है, इस पर स्‍थगन लेने का कोई औचित्‍य नहीं है. कल आप बता चुके हैं. अभी अधिनियम आ रहा है, विधेयक आ रहा है. अभी अनुपूरक पर चर्चा होने वाली है. आपको चर्चा का मौका मिलेगा. आप हाउस को बाधित करना चाहते हैं. आप चर्चा नहीं करना चाहते, उन समस्‍याओं पर बात नहीं करना चाहते.

          ..(व्‍यवधान).. 

          श्री बाला बच्‍चन -- अध्‍यक्ष महोदय, हमारा आपसे यह निवेदन है कि पहले स्‍थगन पर चर्चा हो. 

          अध्‍यक्ष महोदय -- आप प्रश्‍न काल हो जाने दें. आज गृह विभाग के 06 प्रश्‍न हैं. आज राजस्‍व विभाग के बहुत महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न हैं. कृपया प्रश्‍नकाल हो जाने दें.

          श्री रामनिवास रावत -- क्‍या यह महत्‍वपूर्ण मुद्दा नहीं हैं ?

          श्री सुंदरलाल तिवारी (गुढ़) -- माननीय अध्‍यक्ष महोदय, हम पहले इस पर चर्चा चाहते हैं.       

 

11.04 बजे,

गर्भ गृह में प्रवेश

भोपाल में कोचिंग से घर लौट रही छात्रा के साथ सामूहिक बलात्‍कार की

घटना पर स्‍थगन प्रस्‍ताव पर चर्चा न कराये जाने के विरोध में गर्भ गृह में प्रवेश.

 

( इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्‍यगण द्वारा गर्भ गृह में प्रवेश किया गया )

          .. (व्‍यवधान)..

          राजस्‍व मंत्री (श्री उमाशंकर गुप्‍ता) -- अध्‍यक्ष महोदय, यह कोई तरीका नहीं है. आप लोग हाउस को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं. यह कोई तरीका नहीं है.

          ..(व्‍यवधान)..

          अध्‍यक्ष महोदय -- (गर्भगृह में आए सदस्‍यों से) 12.00 बजे के बाद बात करेंगे.

          ..(व्‍यवधान)..

          श्री बाबूलाल गौर -- अध्‍यक्ष महोदय, नियम और प्रक्रिया के अनुसार विधानसभा चलेगी.

          श्री उमाशंकर गुप्‍ता -- अध्‍यक्ष महोदय, आप बाकी विषयों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं. उस मुद्दे पर सारी कार्यवाही हो गई, उसमें कुछ करने को बचा नहीं है. चर्चा के लिये आपके पास अवसर है.

..(व्यवधान)..

                   अध्यक्ष महोदय -- (गर्भगृह में  आए सदस्यों से)  निशंक जी, प्रश्नकाल  हो जाने दें, इसके बाद बात करेंगे.

..(व्यवधान)..

                        श्री उमाशंकर गुप्ता -- अध्यक्ष महोदय,  चर्चा के लिये आपके पास अवसर है.

                   अध्यक्ष महोदय -- (गर्भगृह में सदस्यों  द्वारा व्यवस्था देने की मांग करने पर) व्यवस्था अभी नहीं.

                   श्री बाबूलाल गौर -- नेता प्रतिपक्ष जी,  विधान सभा को नियमानुसार चलने दें. नेता प्रतिपक्ष जी, आप प्रश्नकाल हो जाने दें.  अध्यक्ष महोदय, नेता प्रतिपक्ष जी से प्रार्थना है कि प्रश्नकाल तो हो जाने दें.

..(व्यवधान)..

श्री उमाशंकर गुप्ता -- अध्यक्ष महोदय, यह कोई तरीका नहीं है.

                   डॉ. गोविन्द सिंह -- अध्यक्ष महोदय, (XXX)

..(व्यवधान)..

श्री उमाशंकर गुप्ता -- अध्यक्ष महोदय, यह कोई तरीका नहीं है.

..(व्यवधान)..

                   अध्यक्ष महोदय -- (गर्भगृह में आए सदस्यों से) आप लोगों ने  कल अनुरोध किया कि चार ध्यान आकर्षण लें. मैंने आज चार ध्यान आकर्षण लिये. आज राजस्व  के 6  और  पुलिस(गृह) विभाग के  6  प्रश्न हैं.  इन प्रश्नों पर आपको   गृह   मंत्री जी उत्तर देंगे. यह बात ठीक है कि  यह वाला विषय आज इसमें  नहीं है.  ..(व्यवधान)..  अगले  हफ्ते  वह भी आने वाला प्रश्न था.  लाखन सिंह यादव जी, बहुत से प्रश्न उस पर भी लगे हैं. अगले हफ्ते वह भी आने वाले हैं. .. (व्यवधान).. उस पर  किसी न किसी प्रकार से  चर्चा  में लेने के  लिये मैंने आश्वासन दिया है.    इसको अन्य तरीके से ले लेंगे.

..(व्यवधान)..

                   (श्रीमती शकुन्तला खटीक, सदस्या द्वारा  गर्भगृह से सत्ता पक्ष के सदस्यों को चूड़ियां दिखाई गईं.)

..(व्यवधान)..

नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) -- अध्यक्ष महोदय..

                   अध्यक्ष महोदय -- प्रश्नकाल तो हो जाने दें.  नेता प्रतिपक्ष जी, वह आप  अपने दल के  सदस्यों से कहिये, जो आपको कहना है. पर प्रश्नकाल हो जाने दीजिये.  वह तो आप कहिये, उसमें हमें कोई एतराज नहीं है, पर प्रश्नकाल हो जाने दीजिये.  ..(व्यवधान).. आज गृह विभाग के 6 प्रश्न हैं.

                   ..(व्यवधान)..

                   श्री उमाशंकर गुप्ता -- आप लोग  25 प्रश्नों के जवाब तो आने दीजिये. 25 सदस्यों की समस्याएं हैं.  यह कोई तरीका है.

                   (गर्भगृह में  इण्डियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा  नारे लगाये गये.)

                   अध्यक्ष महोदय --  कृपा करके सीट पर जायें.  53 मिनट की बात है, ज्यादा बात नहीं है.   ..(व्यवधान).. सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिये स्थगित.

 

                            (11.07 बजे  से 10 मिनट तक कार्यवाही स्थगित)

 

11.20 बजे.    

विधान सभा पुन: समवेत हुई.

 

{ अध्यक्ष महदोय ( डॉ सीतासरन शर्मा ) पीठासीन हुए }

 

            अध्यक्ष महोदय -- प्रश्न क्रमांक 1 ---( एक साथ अनेक माननीय सदस्य अपने आसन पर खड़े होकर बोलने लगे ) ( ..व्यवधान )..कृपया एक ही व्यक्ति बोलें.

          श्री रामनिवास रावत -- अध्यक्ष महोदय आप तो व्यवस्था दे दें...(व्यवधान)..

          अध्यक्ष महोदय -- रावत जी क्या कह रहे हैं, आप बोलिये.

          श्री रामनिवास रावत -- माननीय अध्यक्ष महोदय,हम लोगों ने 31 अक्टूबर की घटना के संबंध में स्थगन लगाया है. प्रदेश में बलात्कार की जो घटना हुई हैं और जो लगातार घटनाएं होती जा रही हैं उनके संबंध में हमने स्थगन लगाया है बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है. अध्यक्ष महोदय कल भी हमने निवेदन किया था. आज भी हम निवेदन कर रहे हैं कि आप इस पर व्यवस्था दे दें लेकिन यह कितने बड़े दुर्भाग्य की बात है कि (XXX) तो उनसे हम कैसे अपराध रोकने की उम्मीद कर लें ?

          श्री जसवंत सिंह हाड़ा -- माननीय अध्यक्ष महोदय प्रश्नोत्तरकाल सदस्यों का अधिकार है....(व्यवधान)... यह इनका समय नहीं है यह सदस्यों के अधिकार की बात है, यह यहां पर इस तरह की बात करते हैं...(व्यवधान)...

          डॉ गोविन्द सिंह –(XXX)..(व्यवधान)..

          अध्यक्ष महोदय -- डॉ साहब एक मिनट सुन लें...(व्यवधान)...

          श्री जसवंत सिंह हाड़ा -- ऐसा लग रहा है कि यह कहीं मिले हुए हैं...(व्यवधान)..

          डॉ गोविन्द सिंह -- कानून व्यवस्था भंग हो चुकी है, मध्यप्रदेश के इतिहास में आज का दिन कलंक है, आज के दिन 12वे वर्ष का मुख्यमंत्री जी का जश्न मन रहा है, यह आज कलंक का दिन मनाना चाहिए..( व्यवधान).. यह खुशहाली का दिन नहीं, जश्न का दिन नहीं है.

          श्री उमाशंकर गुप्ता -- हमारे मुख्यमंत्री जी इतनी कठोर कार्यवाही कर रहे हैं. आपके जमाने में तो मंत्री कहता था इस सदन में कि पहले बलात्कार का मुआवजा दे दिया है और अगर दुबारा बलात्कार होगा तो दुबारा मुआवजा दे देंगे....(व्यवधान).. आपके मंत्री ने यह बात कही है.

          श्री अजय सिंह -- यह आपके संसदीय मंत्री हैं...(व्यवधान)...

          श्री उमाशंकर गुप्ता -- आपके मंत्री ने सदन में कहा, हमारे मुख्यमंत्री जी ने तो कठोर कार्यवाही कर दी..(व्यवधान)..

          डॉ गोविन्द सिंह -- (XXX)..(..व्यवधान).. उनके लिए 12 बार वारंट निकल चुके हैं...(व्यवधान)..

          श्री उमाशंकर गुप्ता -- हमने फांसी का कानून बना दिया है..(व्यवधान).. इस सरकार ने फांसी का कानून बना दिया है..(व्यवधान)..

          अध्यक्ष महोदय -- कृपा करके सभी बैठ जायें. नेता प्रतिपक्ष कुछ कहना चाहते हैं...(व्यवधान)..

          नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) -- माननीय अध्यक्ष महोदय बड़ी विनम्रता के साथ में आपसे गुजारिश कर रहा हूं कि  महिला उत्पीड़न और एक घटना के हिसाब से कल और 8 दिन पहले हम लोगों ने और रावत जी ने स्थगन की  सूचना दी है. आपने व्यवस्था दी थी कि हम चर्चा के लिए उसमें देखेंगे. कल दोपहर तक हम लोगों ने इंतजार किया, आपने कहा कि दोपहर में चर्चा करा लेंगे कोई विषय ज्यादा नहीं है. महिला उत्पीड़न से ज्यादा बड़ी बात क्या है जो स्थगन पर हम लोग यहां पर चर्चा कराना चाहते थे,  सदन के नेता तो कभी रहते नहीं हैं इसलिए आपके माध्यम से निवेदन करना चाहता हूं कि आज तो वैसे भी 12 साल हो गये हैं तो जश्न मना रहे होंगे कहीं पर, लेकिन पूरे प्रदेश की महिलाओं का सवाल है, बच्चियों का सवाल है ऐसे मुद्दे पर सदन में चर्चा न हो तो हम लोग क्यों यहां पर आये हैं क्या कुर्सी गर्म करने के लिए आये हैं. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि तत्काल व्यवस्था दीजिए की स्थगन पर चर्चा हो या न हो.

          श्री जसवंत सिंह हाड़ा -- हम भी यहां पर प्रश्नोत्तर के माध्यम से जनता के हित की बात करना चाहते हैं. उस पर यह बात करते हैं...(व्यवधान) हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है

          श्री अजय सिंह --  (XXX)...(व्यवधान)..

          श्री जसवंत सिंह हाड़ा -- आप पहले अपने शब्द सुधारें क्या होता है (XXX),..(व्यवधान)..

          अध्यक्ष महोदय -- यह  निकाल दें.

          श्री जसवंत सिंह हाड़ा -- 12 साल विकास के हुए हैं. (XXX). यह प्रश्नकाल हमारा है...(व्यवधान)..                                                                                                        

अध्यक्ष महोदय - कृपया बैठ जाएं, प्रतिपक्ष के नेता जी को अपनी बात कहने दें. (व्यवधान)..

श्रीमती इमरती देवी - अध्यक्ष महोदय, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की चर्चा कराएं.

(व्यवधान)..

श्री सचिन यादव- पूरे प्रदेश में बलात्कार हो रहे हैं.

इंजी. प्रदीप लारिया -  अध्यक्ष महोदय, प्रश्नकाल भी बहुत महत्वपूर्ण है.

नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह) - अध्यक्ष महोदय, आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कानून-व्यवस्था कहां जा रही है? एक धारा 302 का मुल्जिम मंत्री और वह सदन में है, आज छुट्टी मान ली, लेकिन कानून-व्यवस्था कहां जा रही है? 8-8 दफे वारंट इशू हुआ और वे मंत्री बने हुए हैं?

राजस्व मंत्री (श्री उमाशंकर गुप्ता) - अध्यक्ष महोदय, आप कहते हैं कि प्रतिपक्ष के नेता को सुन लें, लेकिन इस प्रकार की अनर्गल बातें करने का कोई औचित्य नहीं है.

श्री अजय सिंह - ये अनर्गल बातें कर रहा हूं?

श्री उमाशंकर गुप्ता - अध्यक्ष महोदय, स्थगन प्रस्ताव पर बात हो रही है और यह आप क्या बात कर रहे हैं? यह आपका कोई तरीका है बात करने का कि वह धारा 302 का मुल्जिम हो गया?

श्री रामनिवास रावत - अध्यक्ष महोदय, कोर्ट का वारंट है.

(व्यवधान)..

श्री अजय सिंह - गोपाल भार्गव जी हमसे खुद कह रहे थे कि स्थगन पर चर्चा होनी चाहिए. आपने हाऊस के बाहर कहा था कि नहीं कहा था?

डॉ. गोविन्द सिंह - आपके 12 साल का जश्न? गौर साहब के कार्यकाल के एक साल का जश्न कहां चला गया? उसको हटा दिया.

पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री (श्री गोपाल भार्गव) - अध्यक्ष महोदय, आपके कक्ष में कही गई किसी बात के लिए यहां पर असत्य कहना, तोड़-मोड़कर कहना यह ठीक नहीं है.

डॉ. गोविन्द सिंह - अध्यक्ष महोदय, कक्ष की बात यहां पर नहीं हो रही है. हम बात कर रहे हैं महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की, बच्चियों के साथ हो रहे बलात्कार की. आप  कहना चाहते हो, मध्यप्रदेश के इतिहास के 12 साल के जश्न की, जबकि आज कलंक का दिन है. लगातार महिलाओं पर अत्याचार की, बलात्कार की, हत्याओं की बाढ़-सी आ गई है. (XXX)

श्री बाला बच्चन - अध्यक्ष महोदय, कोई असत्य बात नहीं कही है. (व्यवधान)..

श्री उमाशंकर गुप्ता - अध्यक्ष महोदय, बोलने नहीं दे रहे हैं. आप सुनिए तो, आप सुनते क्यों नहीं हैं? (व्यवधान)..आप किसानों पर चर्चा करना नहीं चाहते, प्रश्नों के जवाब नहीं लेना चाहते हैं.

(व्यवधान)...

श्री गोपाल भार्गव - अध्यक्ष महोदय, मुझे भी अपनी बात कहने का अधिकार है. अध्यक्ष महोदय, आपका संरक्षण चाहिए.

 

 

 

 

 

11.24 बजे                                  गर्भगृह में प्रवेश

इंडियन नेशनल कांग्रेस के माननीय सदस्यों द्वारा प्रदेश में हो रहीं महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग की जाना

 

(इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक माननीय सदस्यगण प्रदेश में हो रहीं महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग करते हुए गर्भगृह में आए तथा गर्भगृह में श्रीमती चन्दा सुरेन्द्र सिंह गौर एवं श्रीमती इमरती देवी, माननीय सदस्या द्वारा चूड़ी दिखाते हुए प्रदर्शन किया गया.)

(व्यवधान)...

अध्यक्ष महोदय - आप दो मिनट सुन लें. आप बैठ जाएं.

(व्यवधान)..

श्री गोपाल भार्गव - अध्यक्ष महोदय, मुझे भी अधिकार है. आप कृपा करके मेरी बात सुनें. मुझे कहने का अधिकार है. अध्यक्ष महोदय, मैं यह कहना चाहता हूं कि स्थगन प्रस्ताव की सूचना किसी घटना विशेष पर लाई जाती है. जिस घटना पर यह चर्चा करवाना चाहते हैं  उस घटना के सारे आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं. घटनाएं रोकने के लिए मृत्युदंड तक का प्रावधान हमने कर दिया है. (व्यवधान)..आप किसानों की चर्चा से बचाना चाहते हैं, सूखे की चर्चा से, राहत की चर्चा से, किसानों की चर्चा से, अवर्षा की चर्चा से बचना चाहते हैं. इन्होंने नियम 139 की चर्चा की मांग की थी, उसके बावजूद भी नियम 139 की चर्चा न करके यह विषयांतर करना चाहते हैं.

डॉ.गोविन्द सिंह - (व्यवधान)..पार्लियामेंट में निर्भया कांड पर भी चर्चा हुई थी. (व्यवधान)..

अध्यक्ष महोदय - कृपया सभी बैठ जाएं.

(इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक माननीय सदस्यगण द्वारा गर्भगृह में नारेबाजी की जाती रही.)

श्री सुन्दरलाल तिवारी - अध्यक्ष महोदय, यह मामला अविलम्बनीय विचार का है कि नहीं? यह मामला महत्वपूर्ण है कि नहीं?

अध्यक्ष महोदय - माननीय प्रतिपक्ष के नेता जी, श्री रामनिवास रावत जी, डॉ. गोविन्द सिंह जी ने जो मामला उठाया है, उस पर मैं किसी न किसी रूप में चर्चा करा लूंगा. समय आपसे तय कर लेंगे.

(व्यवधान)..

डॉ. गोविन्द सिंह - हमें स्वीकार नहीं है. स्थगन पर चर्चा हो.

(व्यवधान)..

श्री उमाशंकर गुप्ता - इनकी हाऊस चलाने की नीयत नहीं है.

अध्यक्ष महोदय - आप चर्चा करना चाहते हैं कि नहीं ?

डॉ. गोविन्द सिंह - हम ध्यानाकर्षण पर चर्चा स्वीकार नहीं कर रहे, हम ध्यानाकर्षण पर चर्चा स्वीकार नहीं करेंगे (व्यवधान)..मैंने सदन में एक नहीं, अनेक बलात्कार की घटनाओं की चर्चा की है. दो-दो साल की बच्चियों के साथ में बलात्कार हुआ है और हत्या की गई है. केवल ध्यानाकर्षण नहीं, जब मैंने स्थगन प्रस्ताव लगाया है. हम ध्यानाकर्षण पर चर्चा नहीं चाहते हैं.

श्री सचिन यादव - अध्यक्ष महोदय, आपकी क्या मजबूरी है?

(व्यवधान) ..

श्री उमाशंकर गुप्ता - अध्यक्ष महोदय के यह कहने के बाद भी कि किसी न किसी रूप में चर्चा करा लेंगे, आपकी नीयत नहीं है, आप हाऊस चलने नहीं देना चाहते हैं.

अध्यक्ष महोदय - कृपया आप सभी बैठ जाएं. रावत जी, मैंने स्पष्ट कर दिया जो आपने व्यवस्था चाही थी. आपने व्यवस्था चाही थी, वह मैंने दे दी कि हम किसी न किसी रूप में इसमें चर्चा करा लेंगे.

डॉ. गोविन्द सिंह - अध्यक्ष महोदय, हमें ध्यानाकर्षण स्वीकार नहीं है. हम स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा चाहते हैं. आप इसकी ग्राह्यता पर चर्चा करा लीजिए. यह हमारा अनुरोध है, यह हमारी आपसे प्रार्थना है. अगर आप स्थगन प्रस्ताव स्वीकार नहीं करते हैं तो इसकी ग्राह्यता पर चर्चा करा लें. हम ग्राह्यता पर भी चर्चा करने के लिए तैयार हैं. ग्राह्यता पर चर्चा स्वीकार करने की आपसे प्रार्थना है.

श्री गोपाल भार्गव - अध्यक्ष महोदय, आसंदी को किसी चर्चा के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है.

(व्यवधान)..

डॉ.गोविन्द सिंह - अध्यक्ष महोदय, आप स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर चर्चा करा लें. यह ध्यानाकर्षण का विषय नहीं है. यह व्यापक विषय है. यह लोकमहत्व का विषय है. इससे ज्यादा महत्वपूर्ण विषय नहीं है, इसलिए आप इसकी ग्राह्यता पर चर्चा कराएं. हम ध्यानाकर्षण पर चर्चा नहीं चाहते हैं. वह तो आपने कल भी कहा था कि ध्यानाकर्षण में ले लें.

अध्यक्ष महोदय - मैंने जो बात आपसे कही है, वह प्रतिपक्ष के नेता जी से बातचीत करके ही कही है. (व्यवधान)..सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित.

 

(प्रातः 11.30 बजे सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई.)

 

 

11.42 बजे                              विधान सभा पुनः समवेत हुई             

         

अध्यक्ष महोदय (डॉ सीतासरन शर्मा) पीठासीन हुए.

 

          श्रीमती इमरती देवी-- अध्यक्ष महोदय, महिलाओं के संबंध में दिए गए स्थगन पर चर्चा करायी जाये. (व्यवधान)

          डॉ गोविन्द सिंह-- अध्यक्ष महोदय, स्थगन पर चर्चा करायें. यह ज्वलंत समस्या है. (व्यवधान)

          श्री उमाशंकर गुप्ता-- अध्यक्ष महोदय ने कहा है कि चर्चा करा लेंगे. उसके बाद क्या रह जाता है?

          डॉ गोविन्द सिंह-- अध्यक्ष महोदय, इस प्रदेश में बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, अपहरण और हत्याएं हो रही. आपसे हमारी प्रार्थना है कि स्थगन पर चर्चा करायें.

          श्री उमाशंकर गुप्ता-- अध्यक्ष जी ने कहा है कि किसी न किसी रुप में चर्चा करा लेंगे. अध्यक्ष जी ने व्यवस्था दे दी है. (व्यवधान)

          श्री सुन्दरलाल तिवारी-- अध्यक्ष जी, क्या यह इतना महत्वपूर्ण विषय नहीं है कि इस पर चर्चा नहीं हो सकती. क्या सरकार चर्चा नहीं कराना चाहती?

          श्री उमाशंकर गुप्ता-- अध्यक्ष जी चर्चा कराने का कह चुके हैं. (व्यवधान)

          डॉ गोविन्द सिंह-- यह पूरे प्रदेश की समस्या है.(व्यवधान) हमारा अनुरोध है कि स्थगन पर चर्चा करायें.

          श्री सुन्दर लाल तिवारी-- क्या सरकार चर्चा नहीं कराना चाहती, स्पष्ट करे.  यह मामला महत्वपूर्ण है या नहीं है? यह भी स्पष्ट होना चाहिए.

 

                                                 (व्यवधान)

 

11.44 बजे                         गर्भगृह में प्रवेश (क्रमशः)

 

 

(इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यगण पुनः गर्भगृह में आये और नारेबाजी करने लगे तथा गर्भगृह में उपस्थित श्रीमती चन्दा सुरेन्द्र सिंह गौर,सदस्या ने सत्ता पक्ष के सदस्यों को चूड़ियां दिखाईं)

 

                                                (व्यवधान)

 

          श्री सुन्दर लाल तिवारी-- बच्चियों की इज्जत के साथ मध्यप्रदेश में खिलवाड़ हो रहा है और सरकार चुप बैठी है. अध्यक्ष जी, 5 साल, 3 साल और 8 साल की बच्चियों के साथ ज्यादतियां हो रही है और सरकार चुप बैठी है. (व्यवधान)

          श्री गोपाल भार्गव-- सरकार कार्रवाई कर रही है. (व्यवधान) अध्यक्ष जी ने सहमति दी है कि इस पर चर्चा कराने को तैयार हैं.

 

11.45 बजे                             तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर

भू-जलस्‍तर घटने से उत्‍पन्‍न पेयजल संकट

[लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी]

1. ( *क्र. 1599 ) श्री अरूण भीमावद : क्या लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कि (क) शाजापुर जिले में वर्ष 2015 से 2017 की अवधि में क्रमश: भू-जलस्‍तर कितना घटा है एवं इससे पेयजल पर क्‍या प्रभाव पड़ा है? (ख) जिला शाजापुर से विकासखण्‍डों के मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्रों में प्रश्नांश (क) अनुसार जलस्‍तर कितना घटा है तथा भू-जलस्‍तर निरंतर घटने के कौन-कौन से कारण हैं? (ग) शासन द्वारा शाजापुर जिले के कौन-कौन से विकासखण्‍डों को सूखाग्रस्‍त एवं जल अभाव क्षेत्र घोषित किया है? (घ) आगामी ग्रीष्‍मकाल में पेयजल को उपलब्‍ध कराने हेतु विभाग द्वारा क्‍या कार्य योजना बनाई गई है?

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ( सुश्री कुसुम सिंह महदेले ) : (क) प्रश्नांकित अवधि में औसतन क्रमशः 3.43, 3.88 एवं 4.31 मीटर। नल-जल योजनाओं के पेयजल स्त्रोत सूखने एवं हैण्डपंपों का जलस्तर नीचे जाने से हैंडपंपों के बंद होने की संख्याओं में बढ़ोत्तरी हुई है। (ख) जानकारी संलग्न परिशिष्ट अनुसार है। भूजल स्तर घटने के मुख्य कारण अनियमित वर्षा का होना, किसानों द्वारा निजी जल स्त्रोतों के माध्यम से अत्यधिक भूजल का दोहन आदि है। (ग) सात तहसीलों (शाजापुर, मो.बड़ोदिया, शुजालपुर, कालापीपल, गुलाना, पोलापकला एवं अवंतीपुर बड़ोदिया) को सूखाग्रस्त एवं कलेक्टर शाजापुर द्वारा दिनांक 10.08.2017 को संपूर्ण जिले को जल अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया है। (घ) विभाग द्वारा आगामी ग्रीष्मकाल में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अनुमानित लागत रूपये 250.88 लाख की कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके अंतर्गत नवीन नलकूपों का खनन कर हैण्डपंप स्थापना का कार्य, स्थापित हैण्डपंपों में राइजर पाइप बढ़ाने का कार्य एवं सिंगलफेस मोटर पंप स्थापित करने, कम जल आवक क्षमता वाले नलकूपों में हाइड्रोफैक्चरिंग कार्य एवं पेयजल परिवहन आदि कार्य प्रस्तावित किये गये हैं।

परिशिष्ट - ''एक''

          (..व्यवधान..)

          अध्यक्ष महोदय - प्रश्न क्र.1. अरुण भीमावद जी अपना प्रश्न कीजिये.

          श्री अरूण भीमावद - अध्यक्ष महोदय, माननीय मंत्री जी,शाजापुर जिले में सातों तहसीलें सूखाग्रस्त घोषित हुई हैं.

          अध्यक्ष महोदय - (..व्यवधान..) अपनी-अपनी जगह पर जाईये.

          श्री अरूण भीमावद - माननीय अध्यक्ष महोदय, मैंने अपने प्रश्न में नलकूप खनन की मांग की है. क्या आप मेरे विधान सभा क्षेत्र का जो प्रस्ताव आया है उसके तहत् नलकूप खनन की स्वीकृति देंगे एवं मेरे प्रश्न के जवाब में  पेयजल व्यवस्था  सुनिश्चित करने हेतु जो 250.80 लाख रुपये का विभाग का प्रस्ताव आया है वह बहुत कम है. अन्य जिलों में भी जहां सूखे की स्थिति है तो क्या आप प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में 100-100 नलकूप खनन की स्वीकृति सदन में देंगे ?

          अध्यक्ष महोदय - माननीय मंत्री जी.

          (..व्यवधान..)

          श्री बाला बच्चन - माननीय अध्यक्ष महोदय,स्थगन पर आप चर्चा कराएं.

          (..व्यवधान..)

          (इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा गर्भगृह में नारे लगाये जाते रहे)

          लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री(श्री रुस्तम सिंह) - माननीय अध्यक्ष महोदय, माननीय सदस्य जो अपने विधान सभा क्षेत्र में नलकूप खनन के लिये आग्रह कर रहे हैं. वह जहां-जहां चाहेंगे वहां खनन भी करा दिये जायेंगे और जो खराब हैं उन्हें ठीक भी करा दिया जायेगा और सिंगल फेज मोटर भी इनके हैंडपंपों में डलवा दी जायेंगी.

          श्री अरूण भीमावद - बहुत-बहुत धन्यवाद.

 

गौशालाओं को अनुदान

[पशुपालन]

2. ( *क्र. 52 ) श्री बाबूलाल गौर : क्या पशुपालन मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि                   (क) भोपाल संभाग में किन-किन जिलों में कितनी-कितनी पंजीकृत गौशालाएं संचालित हैं? जिलेवार विवरण दिया जाए। (ख) प्रश्नांश (क) में उल्‍लेखित गौशालाओं को वर्ष 2014-15, 2015-16, 2016-17 एवं 2017-18 में गायों के भरण-पोषण एवं रख-रखाव हेतु कितना-कितना अनुदान दिया गया? (ग) प्रदेश सरकार द्वारा गौशालाओं के अनुदान देने हेतु क्‍या मापदण्‍ड/प्रक्रिया निर्धारित की गई है? (घ) प्रदेश सरकार द्वारा गौशालाओं को अनुदान हेतु प्रति गाय प्रतिदिन के मान से कितनी राशि निर्धारित की गई है? (ड.) क्‍या शासन द्वारा गौशालाओं के अनुदान में वृद्धि हेतु बजट में प्रावधान किया जाएगा?

पशुपालन मंत्री ( श्री अंतर सिंह आर्य ) : (क) भोपाल संभाग में जिलेवार पंजीकृत गौशालाओं की जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट के प्रपत्र '''' अनुसार(ख) जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट के प्रपत्र '''' अनुसार(ग) जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट के प्रपत्र '''' अनुसार(घ) कृषि‍ केबिनेट बैठक में पशुपालन विभाग के अंतर्गत लिए गए निर्णय अनुसार गौशालाओं को दिए जा रहे अनुदान अधि‍कतम रू. 10/- प्रति गौवंश, प्रति दिवस किया गया है। अनुदान की राशि‍ म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड द्वारा राशि‍ की उपलब्धता के आधार पर विकलनीय होगी। (ड.) म.प्र.राज्य कृषि‍ विपणन बोर्ड से राशि‍ गौशालाओं को अनुदान प्रदाय करने हेतु म.प्र. गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड को प्राप्त होती है। गौशालाओं को अनुदान में वृध्दि‍ हेतु प्रस्ताव म.प्र. राज्य कृषि‍ विपणन बोर्ड को भेजा गया है।

          (..व्यवधान..)

 

          श्री बाबूलाल गौर - माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरे प्रश्न के उत्तर में माननीय मंत्री महोदय द्वारा जानकारी दी गई है कि अधिकतम 10 रुपये राशि प्रति गौवंश प्रति दिवस के मान से अनुदान दिया जा रहा है. मेरे द्वारा विगत मानसून सत्र में दिनांक 19 जुलाई,2017 को इसी संबंध में किये गये प्रश्न के लिखित उत्तर में जो जानकारी दी गई थी उसमें किसी जिले में 2 रुपये प्रति गौवंश प्रति दिवस,किसी जिले में 24 रुपये प्रति गौवंश प्रति दिवस के मान से अनुदान दिया गया है क्या माननीय मंत्री एकरूपता लाने के लिये सभी गौमाताओं को  10 रुपये प्रति गौवंश प्रति दिवस का अनुदान प्रदान करेंगे.

          अध्यक्ष महोदय - माननीय मंत्री जी. (..व्यवधान..)

          श्री अंतर सिंह आर्य - माननीय अध्यक्ष महोदय, हमारे वरिष्ठ सदस्य गौर साहब ने जो प्रश्न किया है.(..व्यवधान..) माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में कृषि कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि आने वाले समय में 10 रुपये प्रति गौवंश, प्रति दिवस के हिसाब से राशि दी जाये. यह व्यवस्था की गई है और इसके आदेश जारी कर दिये गये हैं.  मध्यप्रदेश में वर्ष, 2017-18 के लिये इस हेतु 25 करोड़ रुपये  राशि प्राप्त हुई है और कृषि कैबिनेट में यह निर्णय हुआ है कि मध्यप्रदेश के कृषि विभाग के, कृषि अनुसंधान अधोसंरचना मद के अंतर्गत जो हमें 5 पैसे अनुदान प्राप्त होता था उसको बढ़ाकर 10 पैसे अनुदान देने की व्यवस्था की है. मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग द्वारा मंडी बोर्ड को यह प्रस्‍ताव भेजा जा चुका है, आने वाले निकट भविष्‍य में हमें 10 पैसे के मान से राशि प्राप्‍त होगी और आने वाले समय में पूरे मध्‍यप्रदेश में प्रति गौवंश के हिसाब से राशि देने की व्‍यवस्‍था की है. ....(व्‍यवधान).... माननीय गौर साहब ने चिंता की है मैं उनको धन्‍यवाद देना चाहूंगा कि सदन भी चाहता है कि राशि बढ़ना चाहिये. माननीय मुख्‍यमंत्री जी के निर्देश पर यह राशि हम बढ़ा रहे हैं.  

          श्री रामनिवास रावत--  (XXX)

          श्री बाबूलाल गौर--  मैं माननीय मंत्री जी को धन्‍यवाद देना चाहता हूं कि उन्‍होंने राशि बढ़ाने की घोषणा की ....(व्‍यवधान).... 

          श्री अंतर सिंह आर्य--  माननीय गौर साहब का आभार व्‍यक्‍त करता हूं. ....(व्‍यवधान).... 

          श्री बाबूलाल गौर--  अध्‍यक्ष महोदय, गौ माता की जय हो. ....(व्‍यवधान).... 

          अध्‍यक्ष महोदय-- प्रश्‍न क्रमांक 3, श्री तरूण भनोत जी अपने आसन पर जायें और प्रश्‍न पूछें. ....(व्‍यवधान)....  कृपया अपनी जगह पर जायें, चर्चा के लिये मैंने बोल दिया है. प्रश्‍न काल चलने दें. मैंने व्‍यवस्‍था दे दी है कि इस पर किसी न किसी रूप में चर्चा करा लेंगे. ....(व्‍यवधान).... 

          नेता प्रतिपक्ष (श्री अजय सिंह)--  किसी रूप में नहीं. ....(व्‍यवधान)....

          अध्‍यक्ष महोदय--  सदन की कार्यवाही 12.00 बजे तक के लिये स्‍थगित.

         

(11.53 बजे विधान सभा की कार्यवाही 12.00 बजे तक के लिये स्‍थगित)

                  

12.07 बजे                            विधानसभा पुन: समवेत हुई.

 

{उपाध्यक्ष महोदय (डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंह) पीठासीन हुए.}

 

          उपाध्यक्ष महोदय -- विधानसभा की कार्यवाही 30 मिनट  के लिये स्थगित.

 

 

(12.07 बजे विधानसभा की कार्यवाही 30 मिनट के लिये स्थगित )

 

 

 

12.37 बजे                               विधानसभा पुन: समवेत हुई.

 

{सभापति महोदय (श्री कैलाश चावला) पीठासीन हुए.}

 

 

          डॉ.कैलाश जाटव-- माननीय सभापति महोदय,जो सदन को नहीं चलने दे रहे हैं उन सबको बाहर करो. प्रश्नकाल नहीं चलने दिया, यह 40-45 लोग सदन को नहीं चलने देंगे क्या ?

          श्री रामनिवास रावत-- सभापति महोदय, हमने जो स्थगन प्रस्ताव दिया है उस पर चर्चा कराई जाये. सभापति जी आप तो संवेदनशील हो, किसानों के मुद्दे उठाते हो, महिलाओं के मुद्दे उठाते हो, आप तो अतिसंवेदनशील हो.

(...व्यवधान...)

          श्री आरिफ अकील -- सभापति जी आप हम लोगों को सुनों तो.

          श्री रामनिवास रावत--सभापति महोदय तो बहुत संवेदनशील हैं.

          श्री बाला बच्चन -- सभापति महोदय, हमारे मुद्दे पर तो आप ध्यान ही नहीं दे रहे हैं.

          श्री रामनिवास रावत-सभापति जी आप इस सदन के सबसे ज्यादा संवेदनशील व्यक्ति हैं, पता नहीं इस आसंदी पर बैठकर के संवेदनायें कहां चली जाती हैं.

          श्री आरिफ अकील- सभापति महोदय, पहले हमारे मुद्दे पर चर्चा होगी उसके बाद सदन के दूसरे कार्य लिये जायें.मुझे विश्वास है आप किसी के दवाब में नहीं आते हैं. आज आप यह साबित करो.

(...व्यवधान...)

 

12.38 बजे                                  नियम 267-क के अधीन विषय

          सभापति महोदय- निम्नांकित माननीय सदस्यों की शून्यकाल की सूचनायें पढ़ी हुई मानी जायेंगी:-

1.      श्री मुरलीधर पाटीदार

2.      डॉ. रामकिशोर दोगने

3.      श्री विजय सिंह सोलंकी

4.      श्री दिलीप सिंह शेखावत

5.      श्री सोहनलाल बाल्मीक

6.      श्री घनश्याम पिरौनियां

7.      श्री दुर्गालाल विजय

8.      श्री आशीष गोविंद शर्मा

9.      श्री दिनेश राय

10. श्री मधु भगत.

     श्री आरिफ अकील - सभापति महोदय, मुझे विश्वास है कि आप कभी भी दबाव में नहीं आते हैं. इसलिये पहले स्थगन पर चर्चा करायें.

(...व्यवधान...)

 

गर्भगृह में प्रवेश (क्रमश:)

      (इंडियन नेश्नल कांग्रेस के सदस्यगणों ने पुन: गर्भग्रह में प्रवेश किया तथा स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग करने लगे)

(...व्यवधान...)

 

 

 

 

 

 

12.39 बजे                    पत्रों का पटल पर रखा जाना.

 

(1) वित्‍तीय वर्ष 2016-2017 की द्वितीय छ: माही के दौरान बजट से संबंधित आय और व्‍यय की प्रवृत्तियों का छ: माही समीक्षा विवरण तथा वित्‍तीय वर्ष 2017-2018 प्रथम छ: माही के दौरान बजट से संबंधित आय और व्‍यय की प्रवृत्तियों का छ: माही समीक्षा विवरण

 

वित्‍त मंत्री( श्री जयंत मलैया) - सभापति महोदय, मैं मध्‍यप्रदेश राजकोषीय उत्‍तरदायित्‍व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम, 2005 (क्रमांक 18 सन् 2005) की धारा 11 की उपधारा (1) की अपेक्षानुसार वित्‍तीय वर्ष 2016-2017 की द्वितीय छ: माही के दौरान बजट से संबंधित आय और व्‍यय की प्रवृत्तियों का छ: माही समीक्षा विवरण तथा वित्‍तीय वर्ष 2017-2018 प्रथम छ: माही के दौरान बजट से संबंधित आय और व्‍यय की प्रवृत्तियों का छ: माही समीक्षा विवरण पटल पर रखता हूं.

(...व्यवधान...)

 

(2), मध्‍यप्रदेश स्‍टेट इलैक्‍ट्रानिक्‍स डेव्‍हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड का इकत्‍तीसवां वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2014-2015

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री( श्री उमाशंकर गुप्‍ता)--सभापति महोदय, मैं कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 395 की उपधारा (1) (ख) की अपेक्षानुसार मध्‍यप्रदेश स्‍टेट इलैक्‍ट्रानिक्‍स डेव्‍हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड का इकत्‍तीसवां वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2014-2015 पटल पर रखता हूं.

 

 

 

(3) ऊर्जा विभाग की अधिसूचना क्रमांक 2016-तेरह, दिनांक 04 मार्च, 2017 

 

ऊर्जा मंत्री (श्री पारस चंद्र जैन)- सभापति महोदय, मैं विद्युत अधिनियम, 2003 (क्रमांक 36 सन् 2003)की धारा 182 की अपेक्षानुसार ऊर्जा विभाग की अधिसूचना क्रमांक 2016-तेरह, दिनांक 04 मार्च, 2017  पटल पर रखता हूं.

(...व्यवधान...)

(4) मध्‍यप्रदेश ट्रेड एंड इन्‍वेस्‍टमेंट फेसिलिटेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड का 38 वां वार्षिक प्रतिवेदन तथा लेखे वित्‍तीय वर्ष 2014-2015(31 मार्च, 2015 को समाप्‍त हुए वर्ष के लिए) 

 

वाणिज्‍य, उद्योग और रोजगार मंत्री( श्री राजेन्‍द्र शुक्‍ल )- सभापति महोदय, मैं. कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 395 की उपधारा (1) (ख) की अपेक्षानुसार मध्‍यप्रदेश ट्रेड एंड इन्‍वेस्‍टमेंट फेसिलिटेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड का 38 वां वार्षिक प्रतिवेदन तथा लेखे वित्‍तीय वर्ष 2014-2015 (31 मार्च, 2015 को समाप्‍त हुए वर्ष के लिए) पटल पर रखता हूं.

(...व्यवधान...)

 

(5) मध्‍यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2016-2017

 

पर्यावरण मंत्री( श्री अंतर सिंह आर्य )-- सभापति महोदय, मैं जल (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) अधिनियम, 1974 की धारा  39 की उपधारा (2) एवं वायु (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) अधिनियम, 1981 की धारा 35 की उपधारा (2) की अपेक्षानुसार मध्‍यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का वार्षिक प्रतिवेदन वर्ष 2016-2017 पटल पर रखता हूं.

(...व्यवधान...)

 

          6. मध्‍यप्रदेश राजमार्ग निधि का पंचम वार्षिक लेखा एवं प्रतिवेदन वर्ष 2016-2017.

लोक निर्माण मंत्री(श्री रामपाल सिंह) - माननीय सभापति महोदय, मैं मध्‍यप्रदेश राजमार्ग निधि अधिनियम, 2012 (क्रमांक 18 सन् 2012) की धारा 8 की उपधारा (3) की अपेक्षानुसार मध्‍यप्रदेश राजमार्ग निधि का पंचम वार्षिक लेखा एवं प्रतिवेदन वर्ष 2016-2017  पटल पर रखता हूं.

 

7. स्‍कूल शिक्षा विभाग की अधिसूचना क्रमांक एफ 37-2-2015-बीस-3, दिनांक 31 मार्च, 2017

 

राज्‍यमंत्री, स्‍कूल शिक्षा(श्री दीपक जोशी) - माननीय सभापति महोदय, मैं मध्‍यप्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा अधिनियम, 1965 (क्रमांक 23 सन् 1965)  की धारा 27 की उपधारा (2) की अपेक्षानुसार स्‍कूल शिक्षा विभाग की अधिसूचना क्रमांक एफ 37-2-2015-बीस-3, दिनांक 31 मार्च, 2017 पटल पर रखता हूं.

 

8. एम.पी. स्‍टेट एग्रो इण्‍डस्‍ट्रीज डेव्‍हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड का 47 वां वार्षिक प्रतिवेदन एवं लेखे वर्ष 2015-2016.

 

राज्‍यमंत्री, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्‍करण(श्री सूर्य प्रकाश मीना) - माननीय सभापति महोदय, मैं कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा  394 की उपधारा (2) की अपेक्षानुसार एम.पी. स्‍टेट एग्रो इण्‍डस्‍ट्रीज डेव्‍हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड का 47 वां वार्षिक प्रतिवेदन एवं लेखे वर्ष 2015-2016 पटल पर रखता हूं.

 

12.42 बजे                         ध्‍यानाकर्षण

                                      

सभापति महोदय - विधानसभा की नियमावली के नियम 138 (3) के अनुसार किसी एक बैठक में दो से अधिक ध्‍यानाकर्षण की सूचनाएं नहीं ली जा सकती हैं, परंतु सदस्‍यों की ओर से अभी तक प्राप्‍त ध्‍यानाकर्षण की सूचनाओं में दर्शाये गये विषयों की अविलंबनीयता तथा महत्‍व के साथ ही माननीय सदस्‍यों के आग्रह को देखते हुए सदन की अनुमति की प्रत्‍याशा में नियम को शिथिल करके मैंने आज की कार्यसूची में चार सूचनाएं सम्मिलित किये जाने की अनुज्ञा प्रदान की है, लेकिन इसके साथ ही मेरा अनुरोध है कि जिन माननीय सदस्‍यों के नाम सूचनाओं में हों केवल वे ही प्रश्‍न पूछकर इन ध्‍यानाकर्षण सूचनाओं पर यथा शीघ्र चर्चा समाप्‍त हो सके, इस दृष्टि से कार्यवाही पूरी कराने में सहयोग प्रदान करें. मैं समझता हूं सदन इससे सहमत है.

                                                (सदन द्वारा सहमति प्रदान की गई)

 

 

12.43                      गर्भगृह में प्रवेश (क्रमश:)

           

                                       (व्‍यवधान).........

श्री बाला बच्‍चन (राजपुर) - माननीय सभापति महोदय, अध्‍यक्ष महोदय का निर्णय हम भी मानते हैं लेकिन कम से कम हमारे इस स्‍थगन प्रस्‍ताव पर चर्चा करा ली जाए.अब तो यह हो गया है कि अध्‍यक्ष महोदय ने आपको जो बता दिया है बस उसी के अनुसार आपको चलना है, आपको सरकार के अनुसार चलना है. आप यह क्‍यों भूल गये हैं कि आप अभी आसंदी पर बैठे हैं. सभापति महोदय, जब आप हमारे साथ होते हो तो ट्रांसफार्मर और बिजली के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरते हो. लेकिन अब हमने जो मुद्दा दिया है और जिस स्‍थगन के माध्‍यम से हम चर्चा चाह रहे हैं, आप उस पर चर्चा नहीं करवा रहे हैं. माननीय सभापति महोदय, आप अपने विवेक से व्‍यवस्‍था दीजिए. पूरे मध्‍यप्रदेश में अधि‍कतम महिलाएं उत्‍पीड़न का शिकार हैं और उसी से संबंधित हमने स्‍थगन भी दिया है और आसंदी उस पर चर्चा के लिए समय नहीं दे रही है, चर्चा नहीं करा रही है. आज आसंदी और सभापति महोदय सरकार के इतने दबाव में आ गये हैं. (व्‍यवधान).........

सभापति महोदय - श्री रामनिवास रावत जी कृपया अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना पढ़ें. (व्‍यवधान).........

श्री उमाशंकर गुप्‍ता - माननीय सभापति महोदय, अब श्री रामनिवास रावत जी अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना देकर चर्चा नहीं करना चाहते हैं. आपने किसानों की समस्‍या को लेकर ध्‍यानाकर्षण दिया है और अब चर्चा नहीं करना चाहते हैं. (XXX) (व्‍यवधान).........

श्री बाला बच्‍चन - माननीय सभापति महोदय, जो गैंगरेप मध्‍यप्रदेश में हो रहे हैं, महिलाएं उत्‍पीड़न और दुष्‍कर्म की शिकार हो रही हैं, पहले उस पर चर्चा करा लें उसके बाद ध्‍यानाकर्षण पर चर्चा करा लेंगे. (व्‍यवधान).........

सभापति महोदय - श्री रामनिवास रावत जी कृपया अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना पढ़ें. (व्‍यवधान).........

श्री बाला बच्‍चन - माननीय सभापति महोदय, आप बिना विपक्ष के सरकार और सत्‍ता चलाना चाहते हो यह लोकतंत्र का गला घोटने का काम सरकार कर रही है. (व्‍यवधान).........

(श्री रामनिवास रावत द्वारा अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना नहीं पढ़ी गई)

सभापति महोदय - श्री गिरीश गौतम आप अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना पढ़ें. (व्‍यवधान).........

श्री रामनिवास रावत - माननीय सभापति महोदय, मैंने जो स्‍थगन दिया है वह इस प्रकार है. (व्‍यवधान).........

 

सभापति महोदय - श्री रामनिवास रावत जो बोल रहे हैं वह रिकार्ड न किया जाए. (व्‍यवधान).........

श्री रामनिवास रावत - (XXX)                        (व्‍यवधान).........

सभापति महोदय - श्री गिरीश गौतम आप अपनी ध्‍यानाकर्षण की सूचना पढ़ें. (व्‍यवधान).........

         

2. रीवा जिले में अनियमित विद्युत प्रदाय होने के कारण उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी से उत्पन्न स्थिति.

 

          श्री गिरीश गौतम (देवतालाब) - माननीय सभापति महोदय, मेरी ध्‍यानाकर्षण की सूचना का विषय इस प्रकार है कि

 

 

                                                        

 

 

                                                                    (...व्‍यवधान...)

 

 

 

 

 

 

ऊर्जा मंत्री (श्री पारस चन्‍द्र जैन) - माननीय सभापति महोदय,

          श्री गिरीश गौतम - मनिकवार डीसी के अन्‍दर ग्राम अटरा .... (व्‍यवधान) .... दोनों जगहों पर 10 घण्‍टे बिजली प्रदाय की गई है. क्‍या माननीय मंत्री जी उनको भी 24 घण्‍टे वाली डोमेस्टिक लाईन की व्‍यवस्‍था करेंगे ?

(...व्‍यवधान...)

          कुँवर विक्रम सिंह  - वह सरकार बदलनी है.

          श्री पारस चन्‍द्र जैन - माननीय सभापति महोदय, यदि वहां पर ज्‍यादा है, जो आपने बताया है तो हम उसका संरक्षण करा लेंगे और व्‍यवस्‍था करेंगे.

          श्री गिरीश गौतम - बहुत-बहुत धन्‍यवाद.

 

(इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक सदस्‍यों द्वारा गर्भ गृह में नारेबाजी की जाती रही.)

          श्री रामनिवास रावत - (XXX)

          सभापति महोदय - श्री सुखेन्‍द्र सिंह, अपनी सूचना पढ़ें.

          श्री शंकरलाल तिवारी - आप लोग भगवान का भजन करिये.

          श्री रामनिवास रावत - (XXX)

 

 (3) कोठी कम्‍पाउण्‍ड में कोर्ट भवन न बनाया जाना

(सभापति महोदय द्वारा माननीय सदस्‍य श्री सुखेन्‍द्र सिंह का नाम पुकारा गया. किंतु कांग्रेस पक्ष के सदस्‍यगण द्वारा गर्भगृह से नारेबाजी एवं व्‍यवधान के कारण, उनके द्वारा

ध्‍यानाकर्षण की सूचना प्रस्‍तुत नहीं की गई.)

          सभापति महोदय - श्री सुदेश राय, अपनी सूचना पढ़ें.

          श्री शंकरलाल तिवारी - हम सम्‍मान के नाम पर नाटक नहीं करते हैं.

(इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक सदस्‍यों द्वारा गर्भ गृह में नारेबाजी की जाती रही.)

          श्री रामनिवास रावत - (XXX)

          श्री शंकरलाल तिवारी - हम सम्‍मान के नाम पर ड्रामा नहीं करते.

          श्री रामनिवास रावत - (XXX)

          सभापति महोदय - रामनिवास रावत जी, जो बोल रहे हैं, वह नहीं लिखा जायेगा.

          (इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनेक सदस्‍यों द्वारा गर्भ गृह में नारेबाजी की जाती रही.)

…………………………………………………………………………………….

XXX :  आदेशानुसार रिकार्ड  नहीं किया गया.

 

 (4) सीहोर शहर में सीवेज लाईन डाले जाने में घटिया सामग्री का उपयोग होना

(सभापति महोदय द्वारा माननीय सदस्‍य श्री सुदेश राय का नाम पुकारा गया. किंतु कांग्रेस पक्ष के सदस्‍यगण द्वारा गर्भगृह से नारेबाजी एवं व्‍यवधान के कारण, उनके द्वारा

ध्‍यानाकर्षण की सूचना प्रस्‍तुत नहीं की गई.)

 

 

12.46 बजे                        याचिकाओं की प्रस्‍तुति

          सभापति महोदय - आज की कार्य सूची में सम्मिलित सभी याचिकाएं प्रस्‍तुत की हुई मानी जाएंगी.

 

 

 

                                               प्रतिवेदनों की प्रस्‍तुति

याचिका समिति के चौंतीसवें एवं पैंतीसवें प्रतिवेदन तथा अभ्‍यावेदन के

नवम् प्रतिवेदन की प्रस्‍तुति

          श्री शंकरलाल तिवारी (सभापति) - सभापति महोदय, मैं, याचिका समिति का याचिकाओं से संबंधित चौंतीसवां, पैंतीसवां तथा अभ्‍यावेदन से संबंधित नवम् प्रतिवेदन प्रस्‍तुत करता हूँ.

 

 

 

 

 

 

12.47 बजे        वर्ष 2017-2018 के द्वितीय अनुपूरक अनुमान का उपस्‍थापन

          वित्‍त मंत्री (श्री जयंत मलैया) - सभापति महोदय, मैं, राज्‍यपाल महोदय के निर्देशानुसार वर्ष 2017-2018 के द्वितीय अनुपूरक अनुमान का उपस्‍थापन करता हूँ.

          सभापति महोदय - मैं, इस द्वितीय अनुपूरक अनुमान पर चर्चा और मतदान के लिये दिनांक 30 नवम्‍बर, 2017 को 2 घण्‍टे का समय नियत करता हूँ.

(...व्‍यवधान...)

          विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार, दिनांक 30 नवम्‍बर, 2017 को प्रात: 11.00 बजे तक के लिये स्‍थगित.

          अपराह्न 12.48 बजे विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार, दिनांक 30 नवम्‍बर, 2017 ( 9 अग्रहायण, शक संवत् 1939 ) के पूर्वाह्न 11.00 बजे तक के लिये स्‍थगित की गई.

 

 

भोपाल :                                                                            अवधेश प्रताप  सिंह

दिनांक- 29 नवम्‍बर, 2017                                                         प्रमुख सचिव,

                                                                                    मध्‍यप्रदेश विधान सभा